Vision Live/Greater Noida
यूपी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार शो के दूसरे दिन, इंडिया एक्सपो मार्ट में "कौशल विकास में अकादमी और उद्योग के सहयोग की सफलता: एक पहल" विषय पर एक ज्ञान सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र की अध्यक्षता प्रो रविन्द्र कुमार सिन्हा, कुलपति, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ने की।
इस कार्यक्रम में पांच विश्वविद्यालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने छात्रों में कौशल विकास को बढ़ावा देने और उद्योग के लिए कुशल कार्यबल तैयार करने के लिए अपनाई गई "सर्वश्रेष्ठ उद्योग- अकादमी सहयोग प्रथाओं" को प्रस्तुत किया।
विश्वविद्यालयों ने अपने शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में औद्योगिक सहयोग को उजागर किया और उद्योग जगत से तालमेल कर नये पाठ्यक्रमों को चलाने की मंशा उद्धृत की और उद्योग जगत भी इसमें बढ़चढ़ कर आगे आयें।
इस अवसर पर प्रोफेसर पार्थ चटर्जी, डीन एकेडमिक्स, शिव नादर विश्वविद्यालय; श्री राकेश सिंह, वीपी- प्लेसमेंट, बेनेट विश्वविद्यालय; डॉ. भूवनेश कुमार, डीन रिसर्च, शारदा विश्वविद्यालय; प्रोफेसर संजीव बंसल, अतिरिक्त प्रो-वाइस चांसलर, एमीटी विश्वविद्यालय और डॉ. शक्ति साही, आईपीआर सेल की प्रमुख, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ने अपने-अपने विश्वविद्यालयों का प्रतिनिधित्व किया एवं विस्तार पूर्वक अपने अपने विश्वविद्यालय के उद्योग जगत से संबंधित पाठ्यक्रमों से अवगत कराया।
अपने अध्यक्षीय उदबोधन में जीबीयु के कुलपति प्रो रविन्द्र कुमार सिन्हा ने अकादमिक संस्थानों, अनुसंधान प्रयोगशालाओं, उद्योगों और अन्य हितधारकों के बीच संसाधनों के उचित उपयोग के लिए नोएडा-ग्रेटर नोएडा ज्ञान और नवाचार क्लस्टर (NGN-KIN) के गठन पर भी प्रकाश डाला और कहा कि यह समय की माँग है और हमें आगे इस विषय पर विमर्श करना होगा।
इस कार्यशाला में जीबीयु का प्रतिनिधित्व कर रही डॉ शक्ति साही ने कहा कि यह कार्यक्रम कौशल विकास के क्षेत्र में सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उठाई गई एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कार्यक्रम में डॉ साही के साथ प्रबंधन विभाग के डॉ सतीश कुमार मित्तल एवं कंप्यूटर साइंस विभाग के डॉ अर्पित भारद्वाज ने विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया।