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एमिटी इंटरनेशनल स्कूल मयूर विहार को आईपी निर्माण व व्यवसायिकरण सहित आईपी इको सिस्टम को प्रोत्साहित करने के लिए एटीएल श्रेणी में राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा सम्मेलन में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पियूष गोयल और भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव श्री अभय करंदीकर द्वारा एमिटी विद्यालय समूह के चेयरपरसन डा अमिता चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चंासलर डा अतुल चौहान को प्रदान किया गया। एमिटी इंटरनेशनल स्कूल मयूर विहार इस वर्ष प्रारंभ की गई अटल टिकरिंग लैबोरेटरीज (एएलटी) श्रेणी के लिए विशेष प्रशस्ति पत्र पाने वाला पहला गौरव प्राप्तकर्ता बन गया है।
एमिटी विद्यालय समूह के चेयरपरसन डा अमिता चौहान ने कहा कि एएलटी श्रेणी में राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा पुरस्कार 2023 से सम्मानित होकर एमिटी इंटरनेशनल स्कूल मयूर विहार इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाला भारत के एक मा़त्र विद्यालय होने का रिकार्ड स्थापित किया है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के प्रति एमिटी की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। एमिटी के सभी विद्यालयों मे ंहम छात्रों को अनुसंधान व नवाचार करने के लिए प्रेरित करते है और उन्हे बौ़िद्धक संपदा के निर्माण सहित उसके व्यवसायिकरण के महत्व को भी बताया जाता है जिससे उस अनुसंधान का लाभ सभी को प्राप्त हो।
एमिटी इंटरनेशनल स्कूल मयूर विहार की प्रधानाचार्या श्रीमती मीनू कंवर ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष राष्ट्रीय बौद्धिक सपंदा पुरस्कारों में एक नई श्रेणी प्रशस्ति पत्र अटल टिंकरिंग लैबोरेटरीज प्रारंभ किया है। एमिटी इंटरनेशनल स्कूल मयूर विहार द्वारा छात्रों के विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजिनियरिंग और गणित की अवधारणाओं को समझने लिए कई गतिविधियों का संचालन किया गया और व्यापक कार्य के साथ पुरस्कार की पांच श्रेणीयों में से प्रत्येक में विजयी हुआ। एमिटी इंटरनेशनल स्कूल मयूर विहार के छात्रों द्वारा विभिन्न राष्ट्रीय, श्रेत्रीय, राज्य और जिला स्तर की प्रतियोगितायें एवं ओलंपियाड, समस्या समाधान कार्यशाला, सम्मेलनों, वेबिनारों, प्रदर्शनियों और उत्पादन की डिजाइन और निर्माण में हिस्सा लिया गया। इस सम्मानित पुरस्कार के लिए पिछले तीन वर्षो के आकंडो पर विचार किया गया है।
विदित हो कि राष्ट्रीय बौद्धिक सपंदा पुरस्कार हर साल व्यक्तियों, संस्थानों, संगठनों और उद्यमों को उनके आईपी निर्माण और व्यवसायीकरण के लिए शीर्ष उपलब्धि हासिल करनेवालों को सम्मानित व पुरस्कृत करने के लिए प्रदान किये जाते है। इसका उददेश्य विभिन्न क्षेत्रों में बौ़िद्धक संपदा पोटफोलियो के नवाचार व प्रबंधन को प्रोत्साहित करना है।
इस अवसर पर एमिटी सांइस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती, एमिटी चिल्ड्रेन साइंस फांउडेशन के प्रमुख श्री ललित र्मित्तल, एमिटी आईपीआर सेल की निदेशक डा स्मिता साहू और एमिटी ंइटरनेशनल स्कूल के विज्ञान समन्वयक डा एस के सिंघल उपस्थित थे।