BRAKING NEWS

6/recent/ticker-posts


 

अफसरशाही की हनक:---- रद्दी की टोकरी के हवाले सीएम योगी का पत्र!

मौहम्मद इल्यास -"दनकौरी"/ ग्रेटर नोएडा
बिरौंडा गांव के किसान 22 साल से 6 प्रतिशत आबादी के प्लॉट पाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के लगातार  चक्कर लगा रहे है।  मुख्यमंत्री के ओएसडी व क्षेत्रीय विधायकों के पत्र तक  ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों व बाबूओं के लिए कोई मायने नहीं रखते हैं। इन सभी पत्रों को एक तरह से रद्दी की टोकरी के हवाले कर दिया गया है। यह आरोप  बिरौंडा गांव के किसान 
चैनपाल प्रधान लगाया है। किसान चैनपाल प्रधान ने बताया कि बिरौंडा  गांव की जमीन 17 नंवबर 2000 को ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने 'अर्जेंसी क्लाज' लगाकर अधिग्रहीत की थी। यह - इंडस्ट्री की बजाय बिल्डरों को जमीन अलॉट कर दी, अब बिल्डरों ने यहां बड़े-बड़े टावर खड़े कर दिए हैं: बिरौंडा गांव के किसान 22 साल से 6 प्रतिशत प्लॉट के लिए  धक्के खा रहे हैं। "प्लॉट नहीं मिलने से परेशान होकर किसानों ने सीएम योगी आदित्यनाथ के पास शिकायत दर्ज कराई थी। सीएम के ओएसडी एनके चौहान ने पत्र अथॉरिटी के सीईओ को भेजे। उन्होंने कहा कि गांव के किसानों को 6 प्रतिशत आबादी के प्लॉट आवंटित करें। लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।" उन्होंने आगे बताया कि सीएम के ओएसडी के अलावा जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह और दादरी के विधायक तेजपाल नागर से भी लेटर लिखवाकर अथॉरिटी में सीईओ के नाम सौंप चुके हैं। अभी तक एक भी किसान का प्लॉट लैंड और प्लानिंग विभाग ने नहीं लगाया है। जबकि दूसरे गांव के प्लॉट बिरौडा गांव की जमीन पर लगाए जा चुके  है। उन्होंने कहा कि यदि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों की इसी प्रकार तानाशाही चलती रही तो गांव के लोगों का एक प्रतिनिधिमडल सीएम योगी से लखनऊ जाकर मिलेगा और पूरे मामले की शिकायत की जाएगी।