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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विकास के लिए संकटमोचक की भूमिका में रहे हैं, जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह

 



 

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विकास के लिए संकटमोचक की भूमिका में रहे हैं, जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह

जेवर एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए किसानों की करीब 85 प्रतिशत सहमति मिल जाने से आंतिम बाधा भी दूर हो गई

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मौहम्मद इल्यास- दनकौरी’’@ग्रेटर नोएडा

गौतमबुद्धनगर में बनाए जा रहे नोएडा ग्रीन फील्ड जेवर एयरपोर्ट की अंतिम बाधा भी प्राय दूर हो ही गई है। दूसरे चरण के निमार्ण के लिए किसानों की सहमति के संशय से एकबारगी तो सरकार और शासन के माथे पर चिंता की लकीरें तक पैदा हो गई थीं। किंतु जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने किसान के पक्ष को सूबे के मुख्यमंत्री के सामने मजबूती से रखा और किसानों से संवाद में मुख्यमत्री ने कई मांगों को मान लिया, साथ ही मुआवाजा भी बढाया। जेवर विधायक की इस पहल की क्षेत्र में मुक्तकंठ से प्रशंसा की जा रही हैैं। नोएडा इंटरनेशनल जेवर एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए किसानों की करीब 85 प्रतिशत सहमति मिल जाने से आंतिम बाधा भी दूर हो गई है। ठाकुर धीरेंद्र सिंह किसानों की आवाज को शुरू से ही बुलंद करते रहे हैं। भट्ठा पारसौल किसान आंदोलन जब किसानों पर गोलियां चली थी उस समय भी धीरेंद्र सिंह किसानों के हकों की आवाज को बुलंद करते रहे थे। धीरेंद्र सिंह उस समय कांग्रेस में हुआ करते थे कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी  भट्टा पारसौल गए। भट्ठा पारसौल आंदोलन के बाद लोकसभा में भूमि अधिग्रहण 2013 का संशोधन कानून पारित हूआ।  सूबे में सपा की सरकार हुआ करती थी कि एयरपोर्ट ठंडे बस्तें में चला गया। तत्कालीन अखिलेश यादव सरकार ने एयरपोर्ट को जेवर से हटा कर मथुरा ले जाने की कवायद शुरू कर दी। गौतमबुद्धनगर के सांसद डा0 महेश शर्मा तब तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से एयरपोर्ट को जेवर बचा कर लाए थे। वर्ष 2017 में धीरेंद्र सिंह जब जेवर विधायक बने तो उन्होंने जेवर एयरपोर्ट को अपने एंजेडे में शामिल कर दिया और धरातल पर उतरवाने की कडी में शिद्दत से जुट गए। आखिर सारी बाधाएं दूर हुई और फिर विधानसभा चुनावों से पूर्व, प्रधानमंत्री ने जेवर में इंटरनेशल एयरपोर्ट की आधारशिला रखी। एयरपोर्ट के प्रथम चरण की भूमि लिए जाने के लिए सहमति के लिए जेवर विधायक गांव गांव और गली गली घूमे और किसानों को समझा कर सहमति मिली।

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जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने कई बार किसानों की सीधे मुख्यमंत्री से वार्ता कराई बल्कि संवाद भी स्थापित कराया। इससे किसानों का मुआवजा पहले की अपेक्षा बढा भी। एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए भी विधायक धीरेंद्र सिंह ने फिर कमान संभाली। इस बार किसानों की कई मांगे थी और यही कारण रहा कि विधायक धीरेंद्र सिंह किसानों के साथ मुख्यमंत्री आवास गए और सीधा संवाद कराया। जहां मुख्यमंत्री ने किसानों की मांगे मानी। विधायक ने मुख्यमंत्री के समक्ष किसानों के पक्ष को मजबूती से रखा और किसानोे की जीत हुई। एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए किसानों की करीब 85 प्रतिशत तक सहमति हो चुकी है मगर वहीं कुछ किसानों ने यमुना एक्सप्रेस-वे औद्यागिक विकास प्राधिकरण कार्यालय पर मांगांें को लेकर प्रदर्शन किया। किसानों की मांग थी कि वे माॅडल बंकापुर में ही विस्थापित होना चाहते है। जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह यमुना एक्सप्रेस-वे औद्यागिक विकास प्राधिकरण कार्यालय के सभागार में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि किसानों की यदि कोई समस्या है तो उसे दूर किया जाएगा। वह स्वयं किसानों के पास गांव गांव जाएंगे और किसानों जो सहमति प्रदान कर एयरपोर्ट के दूसरे चरण का मार्ग प्रशस्त किया है उसका आभार करते हैं। उन्होंने कहा कि  जेवर में बनने वाले नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के द्वितीय चरण की भूमि अधिग्रहण को लेकर विगत कई माह से प्रभावित किसानों के मन में मुआवजा, विस्थापन  स्थल अन्य सुविधाओं को लेकर कुछ शंकाएं उत्पन्न हो रही थी, जिससे बहुतायत में किसान नाराज थे और अपनी जमीनों की सहमति देने से इनकार कर रहे थे, लेकिन दिनांक 12 अक्टूबर 2022 को लगभग 200 से अधिक किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल माननीय मुख्यमंत्री  के 5 कालिदास मार्ग स्थित उनके आवास पर मिला तथा लगभग 2 घंटे किसानों की इस वार्ता में किसानों के विस्थापन स्थल उचित मुआवजा तथा अन्य सुविधाओं को लेकर माननीय मुख्यमंत्री ने प्रभावित किसानों को आश्वस्त किया था, तब जाकर किसान सहमत हुए और द्वितीय चरण के भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रारंभ हुई।


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सहमति दिलवाए जाने के लिए भी खुद उन्होंने कई ग्रामों का दौरा किया और प्रभावित किसानों के बीच पहुंचे तथा किसानों से बातचीत की और प्रदेश और देश के विकास में अपना सहयोग दिए जाने के लिए किसानों को मनाया। उन्होंने कहा कि 85 प्रतिशत किसानों की एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए सहमति मिल चुकी है। जेवर बदल रहा है और विकास के नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। जल्द ही जेवर रोजगार देने वाला पहला क्षेत्र साबित होगा यहां लाखों को रोजगार मिलेंगे।