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कार्यशाला में दृष्टि आई फाउंडेशन मेरठ तथा स्पर्श पैथोलॉजी डेंटल एंड स्किन सेंटर की तरफ से निशुल्क शिविर का आयोजन किया गया
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स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए, यदि स्वास्थ्य ठीक रहेगा तभी एक स्वस्थ राष्ट्र की कल्पना की जा सकती है- कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला
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विजन लाइव/ चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग द्वारा कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला की अध्यक्षता एवं प्रति कुलपति प्रोफेसर वाई विमला के निर्देशन में खाद्य अपमिश्रण पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसकी मुख्य अतिथि अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी मेरठ डॉक्टर पूजा शर्मा एवं मुख्य वक्ता के रूप में मिस्टर वैभव शर्मा खाद्य सुरक्षा अधिकारी मेरठ उपस्थित रहे। इस कार्यशाला में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विभाग द्वारा लिए गए गोद टीबी के रोगियों को इस कार्यशाला में आमंत्रित किया गया था। इन टीबी रोगियों को विश्वविद्यालय के कुलपति संगीता शुक्ला, प्रति कुलपति प्रोफेसर वाई विमला, विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार वर्मा के द्वारा पोस्टिक आहार के पैकेट प्रदान किए गए और उनको आश्वस्त किया गया कि विश्वविद्यालय आपकी हर संभव मदद करने के लिए तैयार है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉक्टर पूजा शर्मा ने सरकार द्वारा चलाए गए स्वास्थ्य के प्रति शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लागू की गई नीतियों के बारे में अवगत कराया। मुख्य वक्ता वैभव शर्मा के अनुसार खाद्य पदार्थों में की जा रही मिलावट की पहचान तथा खाद्य सुरक्षा के प्रति सरकार द्वारा चलाए गए अभियानों के बारे में अवगत कराया।
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कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा कि अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए यदि हमारा स्वास्थ्य ठीक रहेगा तभी एक स्वस्थ राष्ट्र की कल्पना की जा सकती है। प्रति कुलपति प्रोफेसर वाई विमला के अनुसार स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना एवं जागरूकता बढ़ाने का प्रयास ही एक मात्र उद्देश्य स्वस्थ भारत निर्माण में अहम भूमिका निभा सकता है। हम सबको स्वास्थ्य दिवस पर संकल्प लेना चाहिए की ऐसे जागरूकता अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना तथा लोगों को जागरुक करना चाहिए। कार्यक्रम संयोजक डॉ लक्ष्मण नागर के अनुसार इस कार्यशाला में दृष्टि आई फाउंडेशन मेरठ तथा स्पर्श पैथोलॉजी डेंटल एंड स्किन सेंटर की तरफ से निशुल्क शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें लोगों ने विभिन्न प्रकार की जांच कराई और विश्वविद्यालय के इस प्रयास की सराहना की। कार्यक्रम संयोजक डॉ दिनेश पवार ने कार्यशाला में प्रतिभागी छात्र एवं छात्राओं को खाद्य पदार्थों की मिलावट के जांचने के विभिन्न तरीके बताएं। कार्यक्रम का संचालन मिस प्रीति सेमवाल ने किया। कार्यक्रम में प्रोफेसर वीरपाल , प्रोफेसर एस एस गौरव , प्रोफेसर नवीनचंद्र लोहानी, रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार वर्मा , प्रोफेसर विजय मलिक, डाक्टर नीरज सिंगल, डॉ राहुल कुमार, डॉक्टर अश्वनी शर्मा,डॉ कपिल स्वामी, डॉक्टर प्रीति ,डॉक्टर अजय शुक्ला, डॉ पायल, डॉक्टर देवेंद्र कुमार, डॉ अंजलि मलिक, डॉक्टर दिनेश शर्मा ,डॉक्टर दिलशाद अली, डॉ शशांक राणा , डॉ प्रदीप पवार, डॉक्टर धनपाल , डॉ अमरदीप, पल्लवी चंचल, सारिका अदिति, पोएम, प्रभा दिव्या, शिवम कौशिक, अंकिता, शुभांशी त्यागी, रितिका ,वंशिका आदि उपस्थित रहे।