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कोविड-19 महामारी के समय गौतमबुद्धनगर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के चरमराने का मुद्दा बोल रहा है, सिर चढ कर

 


बिलासपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का ताला खुलवाने से लेकर ओपीडी और कई जरूरी सुविधाएं शुरू कराने में जेवर विधायक की भूमिका खास सराहनीय

 


रबूपुरा और दनकौर जैसे कसबांें में भी कोविड-19 एल-1 श्रेणी और सीएचसी स्तर बढाए जाने की मांग एक बार फिर उठनी शुरू


 

महामंत्री व्यापार मंडल दनकौर रजिस्टर्ड  और नगर अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक संदीप कुमार जैन ने इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र यानी सीएचसी तक बढाए जाने की मांग उठाई। इसके साथ ही यमुना एक्सपे्रस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यापालक अधिकारी को पत्र लिख कर 10 बेड का एल-1 श्रेणी का कोविड अस्पताल बनवाने की मांग की है।  

मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर


--------------------------------------------कोविड-19 महामारी के समय गौतमबुद्धनगर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं के चरमराने का मुद्दा सिर चढ कर बोल रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में उपस्वास्थ्य केद्रों की हालत बद से बदतर बनी हुई हैै। कहीं उपस्वाथ्य केंद्रों के भवन ही जर्जर हालत में पहुंच चुके हैं तो कहीं इन उपस्वास्थ्य केंद्रों पर डाॅक्टर के नदारद होने की खबरें मीडियां की सुर्खियां बनी हुई हंैं। इस बात के गवाह खुद जेवर के भाजपा विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह भी बने हैं। बिलासपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का ताला खुलवाने से लेकर ओपीडी और कई जरूरी सुविधाएं शुरू कराने में जेवर विधायक की भूमिका खास सराहनीय रही है। जेवर विधायक ने सीएसआर फंड से ग्रामीण क्षेत्र की इन स्वास्थ्य सेवाओं को पुर्नजीवित किए जाने की मांग सरकार से की है। साथ ही निजी स्वास्थ्य संस्थानों से भी इन सरकारी ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को गोद लिए जाने का मुद्दा उठाया है। जेवर में एल-1 श्रेणी की सुविधा विधायक के प्रयासों से दिलाई जा चुकी है। जेवर के बाद रबूपुरा और दनकौर जैसे कसबांें में भी कोविड-19 एल-1 श्रेणी और सीएचसी स्तर बढाए जाने की मांग एक बार फिर उठनी शुरू हो गई है। यदि बात दनकौर की ही करें तो दनकौर कसबे में ब्लाक स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं, इसे कई वर्षो से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाने की मांग की जा रही हैै। बसपा और सपा सरकारों के कार्यकाल में भी यह मांग जोर शोर से उठी थी मगर उस भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए पर्याप्त जमीन नही मिलने के कारण यह मुद्दा खटाई पड गया था। यदि भौगोलिक दृष्टि से भी देखें तो ग्रेटर नोएडा शहर का आधा हिस्सा दनकौर ब्लाक क्षेत्र के तहत आता है। वहीं दनकौर ब्लाक क्षेत्र रबूपुरा और उधर सिकंद्राबाद क्षेत्र के ककोड, झाझर आदि से लगता है। बिलासपुर और कासना क्षेत्र भी दनकौर क्षेत्र में आते हैं। कासना स्थित राजकीय आर्युविज्ञान संस्थान को छोड कर इस क्षेत्र में कोई भी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र बडे स्तर का नही है। जिला अस्पताल जिले के एक छोर पर नोएडा मंें हैं। दनकौर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सूत्रों की मानें तो यहां दर्जनों गांवों के लोग इलाज कराने के आते हैं। यही कारण है कि इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों की ओपीडी 700 से लेकर 1500 और 2000 तक भी पहुंच जाती हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात रहने वाले चिकित्सकांें और चिकित्साकर्मियों भी पर्याप्त सुविधाएं नही मिल पाती हैंै। यदि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन की संरचना पर गौर करें तो यह जर्जर हालत में पहुचने लगा हैं। यही कारण है कि लैब और यहां तक औषद्यालय में चिकित्सकर्मी छत का प्लास्टर झड कर गिर जाने से कई बार चोटिल तक भी हो चुके हैं। महामंत्री व्यापार मंडल दनकौर रजिस्टर्ड  और नगर अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक संदीप कुमार जैन ने इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र यानी सीएचसी तक बढाए जाने की मांग उठाई है। इसके साथ ही यमुना एक्सपे्रस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यापालक अधिकारी को पत्र लिख कर 10 बेड का एल-1 श्रेणी का कोविड अस्पताल बनवाने की मांग की है। यमुना एक्सपे्रस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यापालक अधिकारी को महामंत्री व्यापार मंडल दनकौर रजिस्टर्ड  और नगर अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक संदीप कुमार जैन ने पत्र में अवगत कराया है कि जनपद गौतमबद्धनगर में दनकौर में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जो कि जर्जर हालत मैं है उसे सुधारने की मांग काफी समय से हो रही है। इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत करीब 114 ग्राम लगते हैं, इसको पिछले सात-आठ वर्षों से सीएचसी कराने के लिए सैकड़ों पत्र शासन को लिख चुके हैं। यहां रात्रि को भी कोई डॉक्टर किसी समय में नहीं मिलता है। साथ ही यहां भयंकर महामारी कोविड के समय एल-1 की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। अभी जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह के प्रयासों से 10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिलाए गए हैं। दनकौर क्षेत्र आपसे यह मांग करता है कि आप इस हॉस्पिटल में जरूरी उपकरण और कम से कम 10 बेड उनके सभी साधन उपलब्ध कराने की कृपा करें। पत्र में महामंत्री व्यापार मंडल दनकौर रजिस्टर्ड  और नगर अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक संदीप कुमार जैन ने यह भी अवगत कराया है कि हमें 20 मई को समाचार पत्र में पढ़ने के बाद पूरे क्षेत्र को खुशी हुई कि आपने जेवर का उद्घाटन करने के बाद दनकौर के लिए जरूरी उपकरण और बैड उपलब्ध कराने के लिए भी घोषणा की है।  दनकौर प्राथमिक स्वास्थ्य ंकेंद्र की हालत खराब है। यहां बिलिं्डग की स्थिति भी बहुत जर्जर है, हर समय नाली में गंदगी भरी रहती है, सफाई की व्यवस्था भी बहुत दयनीय है। शौचालय भी नहीं है, पीने के पानी की भी सुविधा उपलब्ध नहीं है। आप अचानक शीघ्र ही अस्पताल का मौका मायना करके देख सकते हैं कि कितनी बुरी स्थिति दनकौर प्राथमिक चिकित्सा केंद्र की है, पूरा क्षेत्र आप से उम्मीद करता है कि आप दनकौर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को जरूरी उपकरण और कम से कम 10 बेड का एल-1 श्रेणी का अस्पताल बनवाने की कृपा करें, पूरा क्षेत्र आपका ऋणी रहेगा। यहां कोई भी ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भी नहीं है, ऑक्सीमीटर भी नहीं है। आप हमारे निवेदन को स्वीकार करें और दनकौर के प्राथमिक चिकित्सा केंद्र को अपने द्वारा सही स्थिति में करा कर लोगों को पर्याप्त चिकित्सा उपलब्ध कराने की कृपा करें, पूरा क्षेत्र आपका आभारी रहेगा।