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गौतमबुद्धनगर में बढता ही जा रहा है, दलालों का बोलबाला

 


पुलिस कमिश्नरेट लागू हो जाने से कलक्ट्रेट, पुलिस कमिश्नरेट और डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के इर्द गिर्द मंडराते हुए देखे जा सकते है, दलालों के झुंड

 


 जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल डीएम और पुलिस कमिश्नर से मिलेगा और दलालों पर अंकुश लगाए जाने की मांग की जाएगीः गौतमबुद्धनगर  डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन

 








मौहम्मद इल्यास/गौतमबुद्धनगर

------------------------------------गौतमबुद्धनगर में दलालों का बोलबाला  बढता ही जा रहा है। गौतमबुद्धनगर डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन सूरजपुर ने दलालों पर अंकुश लगाने के लिए डीएम और पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर कार्यवाही किए जाने की बात कही है। गौतमबुद्धनगर में पुलिस कमिश्नरेट लागू हो जाने से कलक्ट्रेट, पुलिस कमिश्नरेट और डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के इर्द गिर्द दलालों के झुंड मंडराते हुए देखे जा सकते है। कानूनी मद्द अथवा सरकारी राहत पाने के जैसे ही फरियादी इन दलालों को दिखाई देते हैं झट्ट से पूछ बैठते हैं कि क्या कोई काम है क्यादलालों का यह झुंड डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में ट्रेफिक चालान से लेकर एफआर तक कोर्ट के बाबुओं से मिल करा देता हैं जब कि कोर्ट परिसर में बैठे अधिवक्ता मुंह ताकते यों ही रह जाते हैं। ऐसा ही हाल कलक्ट्रेट में भी देखने को मिलता है, यहां पर मैन गेट के इर्द गिर्द दलाल खडे रहते हैं जिनका सांठ गांठ कई सरकारी कार्यालयों मे रहती है। ये दलाल पुलिस वैरीफिकैशन और यहां तक की 151/107/116 तक में निरूद्ध लोगों को रिहा कराने से नही चूकते हैं। इसी प्रकार पुलिस कमिश्नरेट


सूरजपुर के मैन गेट के इर्द गिर्द भी दलालों का झुंड मंडराता हुआ दिखाई देता है। ये दलाल भी पुलिस के बाबुओं से सीधी सांठ गांठ किए रहते हैं। पुलिस वैरीफिकैशन से लेकर 151/107/116 तक मे रिहाई इनका बांये हाथ का खेल होता है। वहीं दूसरी ओर तहसील कार्यालय सदर गौतमबुद्धनगर में भी दलालों का बोलबाला बना हुआ है। तहसील के ये दलाल म्यूटेशन,हैसियत और करेक्टर सर्टिफिकेट बनवाने और रिपोर्ट लगाने का ठेका ले लेते हैं। खास बात है कि कई बार जब काम नही होता है तो ये दलाल लोगांं के रूपये लेकर तक गायब हो जाते हैं। इस बारे में डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन सूरजपुर के पूर्व सचिव नरेंद्र शर्मा एडवोकेट ने बताया कि इन दलालों की वजह से अधिवक्ताओं का काम अब जीरो ही रह गया है। ये दलाल सीधे साधे लोगों को अपने जाल में फंसा कर 1000 रूपये  लेकर 5000 और उससे अधिक तक रूपये एेंंठ लेते हैं। पुलिस कश्मिनरेट यहां जब से लागू हुआ है इन दलालों की संख्या तेजी से बढती जा रही है। डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के सचिव सतवीर नागर एडवोकेट ने बताया कि यह बडी चिंता का विषय है। रैवन्यू एडवोकेट के लिए एक तो यहां पहले ही काम कम रह गया है और रही सही कसर अब इन दलालों ने पूरी कर दी है। तहसील से लेकर कलक्ट्रेट, पुलिस कमिश्नरेट और डिस्ट्रिक्ट कोर्ट तक दलालों का बोलबाला बना हुआ है। यहां के वकीलों का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही आला अधिकारियों से मिलेगा और दलालों पर अंकुश लगाए जाने की मांग की जाएगी। डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजकुमार नागर और उपाध्यक्ष राकेश कुमार शर्मा एडवोकेट ने बताया कि जिला मुख्यालय पर दलालों का जमघट तेजी से बढता ही जा रहा है और इससे सबसे ज्यादा नुकसान वकीलों का ही हो रहा है। अब जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल डीएम और पुलिस कमिश्नर से मिलेगा और दलालों पर अंकुश लगाए जाने की मांग की जाएगी।