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उद्योग जगत में एआई की दस्तक

उद्योग जगत में एआई की दस्तक — आईआईए ग्रेटर नोएडा चैप्टर में “कृत्रिम बुद्धिमत्ता” पर विशेष कार्यशाला आयोजित

 

Vision Liveग्रेटर नोएडा

ग्रेटर नोएडा। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (IIA) ग्रेटर नोएडा चैप्टर के परिसर में आज “कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence – AI)” विषय पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य एमएसएमई उद्यमियों को आधुनिक तकनीकी परिवर्तनों से अवगत कराना और उन्हें एआई के व्यावहारिक उपयोग के माध्यम से उत्पादकता, दक्षता और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए प्रेरित करना था।

यह कार्यक्रम वाधवानी फाउंडेशन (प्रायोजक संस्था), एआईआईएमए (AIIMA) (ज्ञान सहयोगी संस्था) तथा आईआईए ग्रेटर नोएडा चैप्टर (उद्योग सहयोगी संस्था) के संयुक्त तत्वावधान में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 10:30 बजे हुआ और अपराह्न 2:30 बजे तक चला। इस दौरान 50 से अधिक एमएसएमई उद्यमियों ने भागीदारी की। प्रतिभागियों को एआई तकनीक का व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिसमें उन्होंने अपने-अपने उपकरणों पर डेटा एनालिटिक्स, ऑटोमेशन और निर्णय प्रणाली से जुड़ी एआई आधारित प्रक्रियाओं का अनुभव प्राप्त किया।

कार्यशाला का संचालन चैप्टर चेयरमैन सरबजीत सिंह एवं सेक्रेटरी हिमांशु पांडे के मार्गदर्शन में किया गया।
प्रारंभ में राजीव बंसल ने वाधवानी फाउंडेशन और एआईआईएमए से पधारे विशिष्ट अतिथियों — राहुल भाटिया, श्रुति एवं डॉ. एकता का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।

सत्र के दौरान विशेषज्ञों ने एआई के वास्तविक व्यावसायिक उपयोग, निर्णय निर्माण में इसकी भूमिका, मशीन लर्निंग तकनीक और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने बताया कि आने वाले वर्षों में एआई केवल एक तकनीक नहीं, बल्कि व्यवसायिक विकास का अभिन्न अंग बन जाएगा।

उद्यमियों ने इस कार्यशाला को अत्यंत ज्ञानवर्धक और व्यवहारिक बताते हुए इसकी सराहना की। उनका कहना था कि एआई जैसी उन्नत तकनीक को समझना और अपनाना आज की औद्योगिक प्रतिस्पर्धा में आगे बने रहने के लिए आवश्यक है।

कार्यक्रम के समापन पर आईआईए ग्रेटर नोएडा चैप्टर की ओर से सभी अतिथियों, विशेषज्ञों और प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
इस अवसर पर चैप्टर टीम ने कहा कि भविष्य में भी इस प्रकार के तकनीकी व उद्यमिता विकास से जुड़े प्रशिक्षण कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जाएंगे, ताकि क्षेत्र के एमएसएमई उद्योगों को तकनीकी रूप से अधिक सशक्त बनाया जा सके।