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प्रोफेसर डॉ. संजय तिवारी के असामयिक निधन से शोक की लहर


शिक्षा, समाज और संस्कार के सेतु रहे प्रोफेसर तिवारी; क्षेत्र, विश्वविद्यालय और सहकर्मी स्तब्ध

असलम परवेज / देवरिया
भाटपार रानी, देवरिया के मूल निवासी प्रोफेसर डॉ. संजय तिवारी का 14 जुलाई 2025 को हृदयगति रुक जाने के कारण असामयिक निधन हो गया। इस हृदय विदारक समाचार से न केवल पूर्वांचल बल्कि गाजियाबाद, मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर और दिल्ली तक की शैक्षणिक और सामाजिक बिरादरी स्तब्ध रह गई है। उनके निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।


🎓 ज्ञान, कर्म और संवाद के प्रतीक थे प्रो. तिवारी

डॉ. संजय तिवारी ने पॉलिटिकल साइंस में पीएचडी की उपाधि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी से प्राप्त की थी। वे न केवल राजनीति शास्त्र के विद्वान थे, बल्कि उन्होंने पत्रकारिता में स्नातकोत्तर शिक्षा काशी विद्यापीठ से तथा विधि में परास्नातक की डिग्री भी प्राप्त की थी। विद्वता और विविधता उनके व्यक्तित्व की सबसे बड़ी विशेषता रही।

वर्तमान में वे मेरठ के एक प्रतिष्ठित महाविद्यालय में आचार्य पद पर कार्यरत थे और गाजियाबाद में निवास करते थे। उन्होंने शिक्षा को केवल कक्षा तक सीमित न रखकर समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य किया।


🕯️ अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब

उनकी अंतिम यात्रा पैतृक गांव भाटपार रानी के निकट संवरेंजी घाट से निकली, जहाँ वे पंचतत्व में विलीन हो गए। अंतिम दर्शन हेतु समाज के हर वर्ग से बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए। शिक्षा जगत, राजनीति, सामाजिक क्षेत्र और ग्रामीण समुदाय के सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी।


💬 क्षेत्र भर में गूंज रही संवेदनाएं

उनके निधन पर भाटपार रानी, गोरखपुर, वाराणसी, गाजियाबाद, मेरठ और दिल्ली के अनेक शिक्षाविदों, जनप्रतिनिधियों, पत्रकारों और समाजसेवियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। सभी ने उन्हें एक सज्जन, विचारशील, सादगीपूर्ण और प्रतिबद्ध शिक्षक के रूप में याद किया।


🧬 परिवार और शिक्षाविदों के लिए अपूरणीय क्षति

डॉ. संजय तिवारी अपने पीछे शोकाकुल परिवार, छात्र-छात्राओं की लंबी श्रृंखला और समाज को दिशा देने वाले कार्यों की अमिट छाप छोड़ गए हैं।
उनके छोटे भाई प्रो. मनोज कुमार तिवारी, वर्तमान में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में इतिहास विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं, जिन्होंने इस क्षति को न भरने वाला व्यक्तिगत और बौद्धिक नुकसान बताया।


🕊️ श्रद्धांजलि

प्रो. संजय तिवारी की स्मृति उन तमाम विद्यार्थियों, सहकर्मियों और समाज के लोगों में जीवित रहेगी जिन्हें उन्होंने सिखाया, संवारा और संबल दिया।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को चिरशांति प्रदान करे और परिवार को इस कठिन समय में धैर्य दे।