Vision Live/ Greater Noida
ग्रेटर नोएडा स्थित नॉलेज पार्क-2 में स्थित जीएनआईओटी एमबीए संस्थान में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में एक विशेष योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन अत्यंत उत्साह और आध्यात्मिक ऊर्जा के साथ किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के निदेशक अंशुल शर्मा ने किया। उन्होंने अपने प्रेरणादायक संबोधन में योग को भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर बताते हुए कहा कि "योग न केवल शरीर को स्वस्थ बनाता है, बल्कि मानसिक संतुलन और आत्मिक शांति का भी आधार है।"
कार्यक्रम की शुरुआत में योग प्रशिक्षक द्वारा उपस्थित जनसमूह को योग के महत्व से अवगत कराया गया। उन्होंने कहा कि "प्रसन्नता और शांति के लिए स्वस्थ तन और मन आवश्यक हैं, और योग इस दिशा में एक अचूक साधन है। प्राचीन काल से ही योग जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने का आधार रहा है।"
इसके उपरांत प्रशिक्षक द्वारा सुखासन, वक्रासन, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी प्राणायाम और सूर्य नमस्कार जैसे महत्वपूर्ण योगाभ्यास कराए गए, जिनमें 100 से अधिक विद्यार्थी और शिक्षकगण पूरे समर्पण के साथ सहभागी बने। पूरा परिसर शांति, ऊर्जा और अनुशासन की भावना से परिपूर्ण हो गया।
संस्थान के अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ने कहा कि "आज जब पूरी दुनिया योग के लाभों को अपनाने लगी है, तो हमें गर्व होना चाहिए कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। योग को जीवन का अंग बनाकर हम शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्तर पर सशक्त बन सकते हैं।"
इस अवसर पर संस्थान के डीन, विभागाध्यक्ष, कार्यक्रम संयोजक अविनाश चौहान, समस्त शिक्षकगण तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। सभी ने यह संकल्प लिया कि वे योग को केवल एक दिवस तक सीमित न रखकर उसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएंगे।
यह आयोजन न केवल एक स्वास्थ्यवर्धक पहल रही, बल्कि एक सामूहिक जागरूकता का उदाहरण भी बना जिसने पूरे संस्थान को सकारात्मक ऊर्जा और समरसता से भर दिया।