मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी” / ग्रेटर नोएडा
भारतीय जनसंघ के संस्थापक और राष्ट्रनायक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि के अवसर पर गौतमबुद्धनगर भाजपा द्वारा बिलासपुर स्थित एचएस गार्डन में भव्य जिला संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिले भर के भाजपा कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि और सामाजिक नेता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
अनिल गोयल की विशिष्ट भूमिका ने बटोरी सराहना
कार्यक्रम में गौतमबुद्धनगर भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अनिल गोयल की उपस्थिति सबसे अधिक आकर्षण और प्रेरणा का केंद्र रही।
दनकौर से अपने समर्थकों के भव्य काफिले के साथ पहुंचे अनिल गोयल ने मंच पर पहुंचकर मुख्य वक्ता, पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा का गुलदस्ता भेंट कर अभिनंदन किया।
उनकी इस औपचारिकता और सक्रिय भूमिका को मंच से लेकर कार्यकर्ता पंक्ति तक भरपूर सराहना मिली।
कार्यक्रम में अनिल गोयल ने डॉ. मुखर्जी को नमन करते हुए कहा,
“आज का दिन हमें याद दिलाता है कि राष्ट्रहित में कैसे जीवन को समर्पित किया जा सकता है। डॉ. मुखर्जी का बलिदान हमारे विचार और कार्यशैली का मार्गदर्शन करता है। हम उनके सपनों के भारत की दिशा में भाजपा संगठन के साथ समर्पित भाव से कार्य करते रहेंगे।”
मंच पर शामिल हुए शीर्ष नेता
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुरेश राणा (पूर्व कैबिनेट मंत्री, यूपी सरकार एवं विधायक, शामली) ने डॉ. मुखर्जी के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि डॉ. महेश शर्मा (सांसद, गौतमबुद्धनगर एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री) ने भी डॉ. मुखर्जी के विचारों की वर्तमान राजनीति में प्रासंगिकता को रेखांकित किया।
इस अवसर पर दादरी विधायक मास्टर तेजपाल नागर एवं जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया।
कार्यक्रम का संचालन भाजपा जिला उपाध्यक्ष सत्येंद्र नागर ने किया, जबकि समापन भाजपा जिला अध्यक्ष अभिषेक शर्मा के उद्बोधन के साथ हुआ।
संगठन और विचारधारा को समर्पित संगोष्ठी
यह संगोष्ठी केवल श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि विचारों की पुनःप्रस्थापना और कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनकर उभरी।
अनिल गोयल की सक्रियता, भाजपा के लघु उद्योग प्रकोष्ठ के दायित्व निर्वहन की गवाही देती है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पार्टी के हर प्रकोष्ठ का योगदान संगठन को मजबूत करने में कितना महत्त्वपूर्ण है।
-अनिल गोयल जैसे समर्पित कार्यकर्ता की उपस्थिति-
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्मृति दिवस पर आयोजित यह संगोष्ठी, जहां एक ओर वैचारिक मंथन का मंच बनी, वहीं अनिल गोयल जैसे समर्पित कार्यकर्ता की उपस्थिति और सक्रिय भूमिका ने संगठन की जमीनी ताकत का परिचय दिया।