मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी" / यीडा सिटी
गलगोटिया विश्वविद्यालय में एक बार फिर नवाचार और स्टार्टअप के क्षेत्र में युवा प्रतिभाओं को मंच देने की पहल हुई। Inc42 और गलगोटिया यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वावधान में हाल ही में "कैंपस एक्स" नामक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जो विश्वविद्यालय परिसर में स्टार्टअप संस्कृति और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित हुआ।
इस आयोजन में चार बेहद प्रभावशाली सत्र शामिल किए गए, जिनमें देश के कुछ प्रमुख स्टार्टअप संस्थापकों ने अपनी व्यक्तिगत यात्राओं, संघर्षों, अनुभवों और भविष्य के लिए सलाह साझा की। इन सत्रों में छात्रों और नवाचार के क्षेत्र में रुचि रखने वाले युवाओं की भारी भागीदारी देखी गई।
उद्यमिता को लेकर विश्वविद्यालय का स्पष्ट दृष्टिकोण
इस अवसर पर गलगोटिया विश्वविद्यालय के सीईओ डॉ. ध्रुव गलगोटिया ने अपने विचार रखते हुए कहा,
“हमारे संस्थान में स्टार्टअप्स को लेकर हो रहे प्रयास अब फल देने लगे हैं। हमने एक पूर्ण ईको सिस्टम विकसित किया है, जहां छात्रों को विचारों को व्यावसायिक सफलता में बदलने के लिए हर आवश्यक सहयोग मिल रहा है। यह देखकर खुशी होती है कि हमारे छात्र न केवल स्टार्टअप के बारे में सोचते हैं, बल्कि उसे साकार भी कर रहे हैं।”
स्टार्टअप लीडर्स की प्रेरणादायक कहानियां
🧩 कॉरपोरेट से स्टार्टअप तक: नितिन जैन की कहानी
पहले सत्र में ऑफबिज़नेस के सह-संस्थापक नितिन जैन ने अपने कॉरपोरेट करियर से स्टार्टअप दुनिया तक की यात्रा साझा की। उन्होंने सीखने की ललक, असली समस्याओं के समाधान और नेटवर्किंग को उद्यमिता की सफलता की कुंजी बताया।
🌠 असफलताओं से सीखकर बना एस्ट्रोटॉक: पुनीत गुप्ता
दूसरे सत्र में एस्ट्रोटॉक के संस्थापक पुनीत गुप्ता ने बताया कि किस तरह वह एक संदेहवादी से विश्वास रखने वाले बने। उन्होंने अपने दो असफल स्टार्टअप्स से सीखी बातों को साझा किया और छात्रों को यह संदेश दिया कि
“हमें जितना लगता है, उससे कहीं ज़्यादा मेहनत करनी चाहिए।”
☕ कड़ी मेहनत से खड़ी की कॉफी चेन: शिवम शाही
ब्लू टोकाई के सह-संस्थापक शिवम शाही ने बताया कि किस प्रकार उन्होंने एक साधारण पृष्ठभूमि से निकलकर एक सफल ब्रांड की स्थापना की। उन्होंने कहा कि
“किस्मत से ज्यादा भरोसा मेहनत और अनुशासन पर करना चाहिए।”
🎉 छात्रों की भागीदारी और संवाद से जीवंत हुआ कार्यक्रम
कार्यक्रम के अंत में एक इंटरैक्टिव और मनोरंजक सत्र आयोजित हुआ, जिसमें छात्रों ने अपने सवाल पूछे और स्टार्टअप लीडर्स से सीधा संवाद किया। आयोजकों ने सक्रिय सहभागिता के लिए छात्रों को आकर्षक उपहार भी भेंट किए।
युवाओं में स्टार्टअप की लहर
“कैंपस एक्स” जैसे आयोजन न केवल छात्रों को नई सोच और दृष्टिकोण देते हैं, बल्कि उन्हें यह भी एहसास कराते हैं कि अगर संकल्प मजबूत हो तो किसी भी विचार को हकीकत में बदला जा सकता है। गलगोटिया विश्वविद्यालय का यह कदम निश्चित ही क्षेत्र में स्टार्टअप और इनोवेशन की नई लहर को जन्म दे रहा है।