मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी"/ग्रेटर नोएडा
नॉलेज पार्क स्थित आईईसी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में शैक्षणिक सत्र 2023–24 के स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों के छात्रों को उपाधि प्रदान करने हेतु ‘स्नातक दिवस – 2025’ का आयोजन किया गया। समारोह में शिक्षा, अनुशासन और उपलब्धियों की त्रिवेणी देखने को मिली। आईईसी कॉलेज का यह स्नातक दिवस न केवल शिक्षा का उत्सव बना, बल्कि छात्रों के भावी जीवन की दिशा तय करने वाली प्रेरक घड़ी भी साबित हुआ
मुख्य अतिथि ने दी प्रेरणा, विशिष्ट अतिथि ने जोड़ा खेलों से
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में डॉ. जे. पी. पांडे (कुलपति, ए.के.टी.यू लखनऊ) ने ऑनलाइन माध्यम से छात्रों को संबोधित करते हुए कहा—
“जीवन में सफलता पाने का मूलमंत्र समय प्रबंधन है। यदि आप समय का सही उपयोग करना सीख लें, तो किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं।”
विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित प्रोफेसर एस. पी. सिंह (मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग, आई.आई.टी. दिल्ली) ने छात्रों से खेलों और फिटनेस को जीवन का हिस्सा बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि—
"ज्ञान के साथ-साथ मानसिक और शारीरिक संतुलन भी जरूरी है, तभी एक बेहतर नागरिक और पेशेवर बना जा सकता है।"
डिग्रियों के साथ स्वर्ण और रजत पदक भी प्रदान किए गए
समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई। इस अवसर पर सत्र 2023–24 के सभी स्नातक व परास्नातक छात्रों को उपाधियाँ प्रदान की गईं। उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन करने वाले छात्रों को स्वर्ण और रजत पदकों से सम्मानित किया गया।
चेयरमैन और निदेशकों ने छात्रों को दी प्रेरणा
संस्थान के चेयरमैन डॉ. नवीन गुप्ता ने सभी छात्रों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा—
"यह उपाधियाँ केवल डिग्रियां नहीं, बल्कि आपकी मेहनत और संघर्ष की पहचान हैं। अब अगला लक्ष्य नई ऊंचाइयों को छूना है।"
कार्यकारी निदेशक प्रो. सुनील कुमार ने सभी विद्यार्थियों को दीक्षांत शपथ दिलाई, जबकि निदेशक प्रो. विनय गुप्ता ने संस्थान की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कॉलेज की उपलब्धियाँ साझा कीं।
संयोजन और संचालन में दिखी टीम भावना
कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य संयोजक व रजिस्ट्रार प्रो. विपिन कुशवाहा की अगुवाई में प्रो. राजकमल, प्रो. अमृता सिंह, प्रो. नैमपाल सिंह, प्रो. शरद माहेश्वरी समेत कई फैकल्टी सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा।
धन्यवाद ज्ञापन प्रो. बी. शरण द्वारा किया गया।