भारतीय संस्कृति, नारी सशक्तिकरण और लोककल्याण के प्रेरणास्रोत जीवन पर आयोजित हुआ व्यापक विचार मंथन, 1500 से अधिक लोगों ने लिया भाग
Mohammad ilyas- "Dankauri"/ Dadri
भारतीय जनता पार्टी, गौतमबुद्ध नगर द्वारा दादरी विधानसभा क्षेत्र के मोहन कुंज भवन में रानी अहिल्या बाई होल्कर की त्रिशताब्दी जन्म जयंती के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ऐतिहासिक विरासत और महिला सशक्तिकरण की प्रेरणास्रोत अहिल्या बाई होल्कर के जीवन और योगदान पर केंद्रित इस आयोजन में 1500 से अधिक लोगों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद कान्ता कर्दम तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में दादरी विधायक मास्टर तेजपाल नगर और नगरपालिका अध्यक्ष गीता पंडित उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष अभिषेक शर्मा ने की तथा संचालन जिला महामंत्री धर्मेन्द्र कोरी द्वारा किया गया।
कान्ता कर्दम ने कहा कि अहिल्या बाई होल्कर का जीवन नारी शक्ति, न्यायप्रिय शासन और सांस्कृतिक पुनर्निर्माण का प्रतीक रहा है। उन्होंने विषम परिस्थितियों में भी समाज और धर्म के हित में अनुकरणीय कार्य किए। वे भगवान शिव की अनन्य उपासक थीं, और उन्हें 'शिवकामिनी महादेवी' भी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद में महिलाओं को 30% आरक्षण दिए जाने का निर्णय, अहिल्याबाई जैसे ऐतिहासिक आदर्शों को आधुनिक भारत में पुनर्स्थापित करने जैसा है।
तेजपाल नगर ने कहा कि अहिल्याबाई ने जनता के सुख को सर्वोपरि माना और अपने शासकीय कार्यकाल (1767–1795) में मंदिरों, धर्मशालाओं, सड़कों व जलस्रोतों का निर्माण कर समाज को एक स्थायी सांस्कृतिक आधार दिया। उन्होंने काशी विश्वनाथ, केदारनाथ जैसे अनेक तीर्थस्थलों का जीर्णोद्धार करवाया।
अभिषेक शर्मा ने कहा कि अहिल्याबाई ने काशी में श्रीराम, सीता, लक्ष्मण, शत्रुघ्न और हनुमान की प्रतिमाओं सहित अनेक धार्मिक स्थलों का निर्माण कराया, जो आज भी जनआस्था के केन्द्र हैं। मराठा साम्राज्य की यह पुण्य परंपरा आज भाजपा के जनकल्याणकारी कार्यों में जीवंत होती दिखाई देती है।
विचार गोष्ठी में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया और रानी अहिल्या बाई के जीवन से प्रेरणा लेने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:
गीता पंडित, दीपक भारद्वाज, धर्मेन्द्र कोरी, रजनी तोमर, बलराज भाटी, कर्मवीर आर्य, राजीव सिंघल, मास्टर रुस्तम बघेल, अश्वनी गोयल, वीरेन्द्र भाटी, रवि जिन्दल, विमल पुंडीर, राज नागर, विजय रावल, डॉ. आरती पाल, सुभाष बजरंगी, हरिओम शर्मा, पंकज भारद्वाज, तरुण भारद्वाज, संगीता रावल, अर्पणा सिंह, ओमकार भाटी, इन्द्र नागर, अर्पित तिवारी, मनोज भाटी, केशव गोयल, अभिषेक कौशिक, अमित जैन, राजपाल वाल्मीकि, बॉबी देवी, राजकुमारी शर्मा सहित 1500 से अधिक महिलाएं और पुरुष।
कार्यक्रम का समापन रानी अहिल्या बाई होल्कर के जीवन मूल्यों को आत्मसात करने के संकल्प और राष्ट्र निर्माण में उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने की भावना के साथ किया गया।