"एक भारत, एक चुनाव" पर GN ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूट्स और अटल फाउंडेशन ने आयोजित किया राष्ट्रीय संवाद सम्मेलन
राजनीति, शिक्षा और युवाओं के बीच लोकतांत्रिक विमर्श का सशक्त मंच बना आयोजन
मौहम्मद इल्यास-" दनकौरी"/ग्रेटर नोएडा
GN ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूट्स एवं अटल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में "वन नेशन, वन इलेक्शन" विषय पर एक विचारोत्तेजक सम्मेलन का आयोजन संस्थान परिसर में किया गया। इस सम्मेलन में राजनीति एवं शिक्षा जगत की प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लिया और देश के लोकतांत्रिक भविष्य को लेकर गहन चर्चा की।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद, उपसभापति तथा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष गीता शाक्य रहीं। उन्होंने "एक देश, एक चुनाव" की अवधारणा को समय की मांग बताया और इसके दूरगामी लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि "इस व्यवस्था से चुनावी व्यय में भारी कमी आएगी, प्रशासनिक अमला बार-बार चुनावों से मुक्त रहेगा और विकास कार्यों की निरंतरता सुनिश्चित हो सकेगी।"
सम्मेलन की अध्यक्षता GN ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूट्स के चेयरमैन बिशन लाल गुप्ता ने की। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा, "देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था में युवाओं की जागरूक भागीदारी आवश्यक है। ऐसे विमर्श छात्रों के दृष्टिकोण को व्यापक बनाते हैं।"
विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित भाजपा के जिलाध्यक्ष अभिषेक शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि "एक साथ चुनाव होने से राजनीतिक स्थिरता मजबूत होगी, जिससे लोकतंत्र की जड़ें और अधिक गहरी होंगी।"
कार्यक्रम का संयोजन अटल फाउंडेशन की संयोजिका अपर्णा सिंह त्रिपाठी द्वारा किया गया। उन्होंने उपस्थित जनों को इस महत्वपूर्ण विषय पर सोचने, संवाद करने और जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित किया।
सम्मेलन की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसके पश्चात वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए। सत्र के दौरान छात्र-छात्राओं ने भी विषय से संबंधित सवाल पूछे, जिससे आयोजन में जीवंत संवाद स्थापित हुआ।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, प्राध्यापकगण, सामाजिक कार्यकर्ता एवं क्षेत्रीय गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। यह सम्मेलन न केवल लोकतांत्रिक प्रक्रिया की गहराई को समझने का अवसर बना, बल्कि युवाओं को एक जागरूक नागरिक के रूप में अपनी भूमिका समझने का मंच भी प्रदान किया।