मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी"/सूरजपुर
"जब तक सूरज चांद रहेगा, शहीदों का नाम रहेगा"—इन्हीं गगनभेदी नारों के बीच सूरजपुर की सड़कों पर रविवार शाम एक ऐतिहासिक कैंडल मार्च निकाला गया।
कामधेनु हिंद गौ रक्षा दल के बैनर तले आयोजित इस श्रद्धांजलि यात्रा में सैकड़ों हिंदू भाई-बहनों ने एकजुट होकर पहलगाम में जिहादी हिंसा के शिकार 26 हिंदू श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मार्च की शुरुआत सूरजपुर पुलिस चौकी के सामने से हुई, जहाँ मोमबत्तियों की रोशनी में चेहरे दृढ़ संकल्प से दमक रहे थे। रास्ते भर 'हिंदू एकता जिंदाबाद', 'भारत माता की जय', 'शहीदों को शत् शत् नमन', 'हिंदू समाज जागेगा' जैसे नारे गूंजते रहे।
मार्च सूरजपुर देवी मंदिर और पेट्रोल पंप होते हुए मुख्य बाजार से वापस पुलिस चौकी पर समाप्त हुआ, जहां सभी ने शहीदों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा।
कामधेनु हिंद गौ रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश तंवर ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा:
"आज का यह दीप सिर्फ मोमबत्ती नहीं, हमारे शहीद भाइयों के बलिदान का प्रतीक है। हम प्रण करते हैं कि हिंदू समाज की एकता और सम्मान के लिए हमेशा संघर्षरत रहेंगे।"
मार्च में शामिल लोगों ने कहा:
"हमारा दर्द शब्दों में बयां नहीं हो सकता, लेकिन हमारा संकल्प अडिग है। आतंक के खिलाफ एकता ही सबसे बड़ा जवाब है।"
कार्यक्रम में प्रमुख उपस्थिति:
मंजीत, नवीन, शिवम, विनोद, उज्जवल, धनजीत, विक्की, युग, अंकित, शिवकिशोर, उमेश, दीपक, निखिल, गुल्लू, यशिका, वायल, नितेश, कुसुम, निधि, सुमन, सरिता, गीता, के डी भाई, अवनीश, सुनील, व्रजानंद, रोहित, भूपेंद्र समेत सैकड़ों कार्यकर्ता व ग्रामवासी भारी संख्या में मौजूद रहे।
समापन पर एक स्वर में संकल्प लिया गया:
"शहीदों की कुर्बानी को व्यर्थ नहीं जाने देंगे, आतंकवाद का डटकर मुकाबला करेंगे, हिंदू समाज को जागरूक और संगठित रखेंगे।"
ईश्वर से प्रार्थना की गई कि शहीदों के परिजनों को इस कठिन समय में संबल प्रदान करें और देश में शांति एवं एकता बनी रहे।