Vision Live/ Greater Noida
समाज सेवा के क्षेत्र में एक उल्लेखनीय कदम उठाते हुए जी.एल. बजाज इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च के यूथ सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी क्लब द्वारा एक दिवसीय रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस आयोजन में नेशनल स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन (NSIC) और लव केयर फाउंडेशन ने सक्रिय सहभागिता निभाई और सहयोग प्रदान किया। आयोजन ने न केवल रक्तदान के महत्व को रेखांकित किया, बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व की दिशा में युवाओं की प्रतिबद्धता को भी उजागर किया।
शिविर का शुभारंभ संस्थान की निदेशक डॉ. सपना राकेश के प्रेरणादायक संबोधन से हुआ। उन्होंने रक्तदान को मानवता की सेवा का सर्वोच्च उदाहरण बताते हुए कहा, "जब हम रक्तदान करते हैं, तो हम किसी अनजान जीवन को एक और अवसर प्रदान करते हैं। यह न केवल एक सामाजिक कर्तव्य है, बल्कि एक नैतिक ज़िम्मेदारी भी है, जिससे हमें गौरव की अनुभूति होती है।"
रक्तदान शिविर में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे NSIC के बिज़नेस डेवलपमेंट मैनेजर आशिष चौधरी, लव केयर फाउंडेशन की प्रतिनिधि रीमा मल्होत्रा, और समाजसेवी संजू दादरू ने भी अपने विचार साझा किए और कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने युवाओं में सेवा और दान की भावना को प्रोत्साहित करने हेतु ऐसे आयोजनों की आवश्यकता पर बल दिया।
इस शिविर में संस्थान के छात्र-छात्राओं, फैकल्टी सदस्यों और कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कुल 97 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया, जो यह दर्शाता है कि युवा पीढ़ी समाज की जरूरतों को लेकर कितनी संवेदनशील और जागरूक है। रक्तदान करने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रशंसा-पत्र और स्मृति-चिह्न स्वरूप कॉफी मग भेंट किए गए, ताकि उनके इस निःस्वार्थ योगदान को सम्मानित किया जा सके।
कार्यक्रम का समर्पित निर्देशन प्रोफेसर डॉ. अरविंद कुमार भट्ट के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ, जिन्होंने शिविर की रूपरेखा तैयार करने से लेकर उसके क्रियान्वयन तक सभी पहलुओं पर दक्षता से नेतृत्व किया।
यह आयोजन न केवल एक रक्तदान शिविर था, बल्कि यह "काल टू एक्शन"—एक ऐसा आह्वान भी था, जो अन्य संस्थानों, युवाओं और समाज के प्रत्येक जिम्मेदार नागरिक को सेवा कार्यों में भाग लेने के लिए प्रेरित करता है। यूथ सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी क्लब की यह पहल यह सिद्ध करती है कि जब युवा जागरूकता के साथ आगे आते हैं, तो सामाजिक परिवर्तन की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकते हैं।
जी.एल. बजाज इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च की यह सामाजिक पहल निश्चित रूप से समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में प्रभावशाली कदम है। यह रक्तदान शिविर न केवल जीवन बचाने का माध्यम बना, बल्कि स्वैच्छिक रक्तदान की संस्कृति को प्रोत्साहित करने वाला एक सशक्त उदाहरण भी स्थापित किया।