BRAKING NEWS

6/recent/ticker-posts


 

त्रिदिवसीय मनु महोत्सव-2025 का भव्य समापन, डॉ. सुरेंद्र कुमार बोले – मनुस्मृति केवल ग्रंथ नहीं, भारतीय समाज का दर्पण है





मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी" /ग्रेटर नोएडा
कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, खेरली हाफिजपुर (सिकंदराबाद-दनकौर रोड) में आयोजित त्रिदिवसीय मनु महोत्सव-2025 का गरिमामय समापन हुआ। इस विशेष अवसर पर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार के पूर्व कुलपति, मनुस्मृति भाष्यकार, अनुसंधानकर्ता व समीक्षक डॉ. सुरेंद्र कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

समापन सत्र को संबोधित करते हुए डॉ. सुरेंद्र कुमार ने कहा, "मनुस्मृति केवल एक ग्रंथ नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और समाज व्यवस्था का दर्पण है। इसे यदि सही संदर्भों में पढ़ा और समझा जाए, तो यह आज भी समाज को दिशा देने की क्षमता रखता है। इस ग्रंथ में स्त्री, परिवार, धर्म, न्याय और सामाजिक मर्यादाओं के गहन सिद्धांत मौजूद हैं जिन्हें नये दृष्टिकोण से समझने की आवश्यकता है।"
समारोह में आर्य प्रतिनिधि सभा गौतमबुद्धनगर के जिला अध्यक्ष डॉ. राकेश आर्य, उत्तर प्रदेश आर्य प्रतिनिधि सभा के जिला मंत्री पंडित धर्मवीर आर्य, पूर्व कोषाध्यक्ष ब्रह्मचारी आर्य सागर खारी तथा सूरजपुर आर्य समाज मंदिर के प्रधान पंडित मूलचंद आर्य ने अतिथियों को मनुस्मृति की प्रति, स्मृति चिन्ह और पटका पहनाकर सम्मानित किया।

महोत्सव में अनेक सामाजिक, धार्मिक एवं वैदिक विचारधारा से जुड़े विद्वानों और प्रबुद्धजनों की सहभागिता रही। इस अवसर पर देवेंद्र सिंह आर्य (एडवोकेट), शोभाराम चंदीला (एडवोकेट), आर्य वीरेश भाटी, बिजेन्द्र सिंह आर्य, ओमवीर सिंह भाटी (एडवोकेट), दिवाकर आर्य, अनिल आर्य ,भगत सिंह आर्य हित अनेक प्रतिष्ठित व्यक्ति उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान वैदिक परंपरा, सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक मूल्यों को केंद्र में रखते हुए कई विचार सत्र एवं संवाद आयोजित किए गए। वक्ताओं ने मनुस्मृति की समकालीन उपयोगिता, व्याख्या की प्रामाणिकता, और इसके पुनर्पाठ की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर आयोजकों ने भविष्य में भी ऐसे आयोजन निरंतर करते रहने का संकल्प लिया, जिससे युवाओं और समाज के सभी वर्गों में प्राचीन भारतीय ज्ञान को लेकर जागरूकता बढ़ सके।