Vision Live/ Greater Noida
किसान एकता संघ के पदाधिकारियों ने पंजाब के किसानों के साथ तानाशाही रवैया अपनाकर आन्दोलन को कुचलने और गिरफ्तारी के विरोध में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी शौकत अली चेची व प्रदेश अध्यक्ष पंडित प्रमोद शर्मा के नेतृत्व में जिला मुख्यालय सूरजपुर पर एकत्रित होकर नारे बाजी करते हुए महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट वेद प्रकाश पाण्डे को सौंपा ।
किसान एकता संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी शौकत अली चेची ने कहा कि किसानों को वार्ता के बहाने बुलाकर फिर पंजाब सरकार द्वारा पुलिस के बल पर किसानों को गिरफ्तार किया गया और धरना स्थल पर बल प्रयोग करके तोड़फोड़ की किसानों को वहां से जबरन हटाया गया । जो बहुत ही निंदनीय है किसान एकता संघ संगठन पंजाब सरकार के इस कृत्य की घोर निंदा करता हैं। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष पंडित प्रमोद शर्मा ने कहा कि पंजाब के किसान अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर दिल्ली आना चाहते थे। लेकिन हरियाणा सरकार व पंजाब सरकार द्वारा किसानों को दिल्ली आने से रोकने के लिए कई लेयर की बैरिकेटिंग करके किसानों को सड़क पर ही रोकने का काम किया । किसानों ने अपनी मांगों को लेकर वही से अपना आंदोलन शुरू कर दिया पिछले 13 महीनों से सिंधु बॉर्डर व खनौरी बॉर्डर पर आन्दोलन चल रहा था। केन्द्र सरकार के नुमाइंदों से 7 दौर की वार्ता हुई लेकिन केन्द्र सरकार के माध्यम से कोई भी सकारात्मक निर्णय नहीं हुआ । जिलाध्यक्ष पप्पे नागर ने कहा कि यदि गिरफ्तार किसानों को बिना शर्त रिहा नहीं किया गया और किसानों की समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द नहीं किया गया तो संगठन देशव्यापी आन्दोलन करने के लिए बाध्य होगा ।
इस मौके पर कृष्ण बैंसला, सतीश कनारसी, मनीष नागर, मेहरबान, उम्मेद एडवोकेट, सहदेव भाटी, अकरम खान, दुर्गेश शर्मा, सेलक भाटी आदि दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।