●सदर सांसद ने प्रस्तुत की प्रोजेक्ट अमृत प्रयास की रूपरेखा
असलम परवेज़ / देवरिया
जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक विकास भवन स्थित गांधी सभागार में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता सदर सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने की, जबकि सह-अध्यक्षता सलेमपुर सांसद रमाशंकर राजभर ने की। बैठक में ग्राम्य विकास राज्य मंत्री श्रीमती विजय लक्ष्मी गौतम, जिला पंचायत अध्यक्ष पंडित गिरीश चंद तिवारी सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में जनपद के विकास को लेकर व्यापक विचार-विमर्श किया गया।
बैठक की शुरुआत में सदर सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जब जनप्रतिनिधि किसी कार्य के लिए आएं, तो उसे गंभीरता से लिया जाए और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य बुनियादी समस्याओं पर विशेष ध्यान देने और उनमें सुधार के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता जताई। जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी एक दूसरे के पूरक हैं, जिन्हें मिलकर जनता की समस्या का समाधान करना है।
सलेमपुर सांसद रमाशंकर राजभर ने मौर्या एक्सप्रेस ट्रेन के बनकटा स्टेशन पर ठहराव एवं वहां पेयजल सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं की मांग रखी। ग्राम्य विकास राज्य मंत्री श्रीमती विजय लक्ष्मी गौतम ने खेमादेई में ग्राम पंचायत भवन के निर्माण का मुद्दा उठाया। बरहज विधायक दीपक मिश्रा शाका ने घाघरा और राप्ती नदी में नाव संचालन, क्रय केंद्रों पर हो रही खरीदारी एवं करुअना-मगहरा मार्ग के निर्माण में हो रही देरी पर अपनी बात रखी। रुद्रपुर विधायक जयप्रकाश निषाद ने प्राइवेट स्वयं सहायता समूहों की गतिविधियों को नियंत्रित करने तथा उनके द्वारा की जा रही अवैध धन उगाही को बंद कराने की मांग की।
एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने धान खरीद में किसानों के लंबित भुगतान का मुद्दा उठाया, जिस पर एक सप्ताह के भीतर भुगतान के निर्देश दिए गए। उन्होंने बायो मेडिकल वेस्टेज के निस्तारण की सतत निगरानी प्रकरण भी उठाया। सदर विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने स्टेशन रोड पर मांस-मछली की दुकानों के अनियंत्रित संचालन की समस्या उठाई, जिस पर जिलाधिकारी ने बताया कि इसके लिए एक उपयुक्त स्थान चिन्हित कर लिया गया है। विधायक भाटपाररानी सभाकुंवर कुशवाहा ने जर्जर सड़कों की मरम्मत का प्रकरण उठाया। रामपुर कारखाना विधायक सुरेंद्र चौरसिया ने स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने की आवश्यकता जताई।
बैठक में कूड़ा डंपिंग, विद्यालयों की चारदीवारी निर्माण, क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत, जल जीवन मिशन के अधूरे कार्य, एनआरएलएम समूह गठन, वृद्धावस्था पेंशन, शौचालय निर्माण सहित अन्य विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कहा कि दिशा की बैठक का मुख्य उद्देश्य जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के सहयोग से जिले के विकास की रूपरेखा तैयार करना है। उन्होंने आश्वस्त किया कि बैठक में प्राप्त सभी सुझावों की समीक्षा कर योजनाओं को पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ क्रियान्वित किया जाएगा।
बैठक में नगर पालिका देवरिया अध्यक्ष अलका सिंह, नगर पालिका बरहज अध्यक्ष श्वेता जायसवाल, पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर, सीडीओ प्रत्यूष पांडेय, एमएलसी प्रतिनिधि राजू मणि, अवधेश सिंह, सीएमओ डॉ. राजेश झा, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी, अधीक्षण अभियंता विद्युत सहित अन्य अधिकारी एवं क्षेत्र पंचायत प्रमुख/प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
● प्रोजेक्ट अमृत प्रयास से होगा जनपद का विकास
बैठक के उपरांत सदर सांसद ने कहा कि समस्त देवरिया के समग्र विकास के लिए "प्रोजेक्ट अमृत प्रयास" के तहत 10 वर्षीय रणनीति तैयार की गई है। यह कार्य एक या दो वर्षों में पूरा होना संभव नहीं है, बल्कि दीर्घकालिक प्रयास की आवश्यकता होगी। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री द्वारा निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप ही इस रणनीति को तैयार किया गया है और बैठक में इसका विस्तृत प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया।
प्रेजेंटेशन का संचालन अंतरा द्वारा किया गया, जिसमें जनप्रतिनिधियों एवं सभी संबंधित अधिकारियों को विकास योजनाओं की रूपरेखा से अवगत कराया गया। इसके उपरांत कृषि कंपनी के फाउंडर श्याम सुंदर ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कृषि क्षेत्र में संभावनाओं एवं नवाचारों पर प्रकाश डाला, जिससे किसानों की आय में वृद्धि सुनिश्चित की जा सके।