विजन लाइव/ ग्रेटर नोएडा
अमेरिका के टेक्सास स्थित हसन बुद्ध विहार के वर्तमान निवासी डॉ. भिक्खु अमितानंद थेरो, जो मूलतः श्रीलंका के निवासी हैं, ने अपने सहयोगी बौद्ध भिक्षुओं, भिक्षु चंदिमा थेरो (अध्यक्ष, धम्मा प्रशिक्षण केंद्र, सारनाथ) और भिक्षु संघरक्खित (म्यांमार बुद्ध विहार, कुशीनगर) के साथ गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) का भ्रमण किया।
इस अवसर पर जीबीयू के बौद्ध अध्ययन एवं सभ्यता संकाय के डॉ. ज्ञानादित्य शाक्य और डॉ. मनीष मेश्राम ने आगंतुक भिक्षुओं को महात्मा जोतिबा फुले ध्यान केंद्र, महामाया शांति सरोवर और डॉ. भीमराव अंबेडकर केंद्रीय पुस्तकालय सहित विश्वविद्यालय के प्रमुख स्थलों का अवलोकन कराया। संकाय कार्यालय में आयोजित बैठक में बौद्ध अध्ययन के विभागाध्यक्ष डॉ. चिंतला वेंकटा सिवासाई, डॉ. ज्ञानादित्य शाक्य, डॉ. प्रियदर्शिनी मित्रा और डॉ. मनीष मेश्राम ने आगंतुक भिक्षुओं के साथ पालि और बौद्ध अध्ययन के विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान विभागाध्यक्ष ने डीन प्रो. श्वेता आनंद, डॉ. अरविंद कुमार सिंह, डॉ. चंद्रशेखर पासवान और विक्रम सिंह यादव सहित सभी संकाय सदस्यों का परिचय दिया।
भिक्षु चंदिमा थेरो ने बातचीत के दौरान सुझाव दिया कि धम्मा प्रशिक्षण केंद्र, सारनाथ और जीबीयू के बौद्ध अध्ययन एवं सभ्यता संकाय के संयुक्त तत्वावधान में "आधुनिक समाज पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की धम्मक्रांति का प्रभाव" विषय पर एक संगोष्ठी आयोजित की जा सकती है। भिक्षुओं ने जीबीयू भ्रमण के बाद अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय के बौद्ध अध्ययन एवं सभ्यता संकाय की अकादमिक गतिविधियों और योगदान की सराहना की।