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राष्ट्रीय लोक अदालत में 589671 वादों का निस्तारण


Vision Live/Greater Noida 
गौतमबुद्धनगर में जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गौतमबुद्धनगर माननीय अवनीश सक्सेना   द्वारा दीवानी न्यायालय गौतमबुद्धनगर में राष्ट्रीय लोक अदालत का दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया गया। उक्त अवसर पर समस्त न्यायिक अधिकारीगण उपस्थित हुयें। श्रीमती ऋचा उपाध्याय, अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारित हुये वादों से संबंधित विवरण उपलब्ध कराये गये। 
 राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली व उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ द्वारा प्राप्त निर्देशों के अनुपालन में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन मुख्यालय व तहसील स्तर पर माननीय जनपद न्यायाधीश गौतमबुद्धनगर श्री अवनीश सक्सेना की अध्यक्षता में दीवानी न्यायालय गोैतमबुद्धनगर में किया गया। जिसमें जनपद न्यायालय में कार्यरत न्यायिक अधिकारीगण द्वारा कुल 160500 वाद तथा प्री-लिटिगेशन स्तर पर राजस्व न्यायालय द्वारा 91265 मामले तथा बैंक द्वारा 365 मामलें, एन0पी0सी0एल0 द्वारा 112 मामलें व यू0पी0पी0सी0एल द्वारा 2680 मामलें तथा श्रम न्यायालय द्वारा 113 मामलें व धनराशि 2478991 है, पुलिस विभाग द्वारा 7272 मामलों का निस्तारण किया गया। बी0एस0एन0एल0 द्वारा 25 मामलें तथा तथा यातायात विभाग द्वारा 300202 मामलांें का निस्तारण किया गया तथा परिवहन विभाग द्वारा 23963 मामलों का निस्तारण किया गया। इस प्रकार प्री-लिटिगेशन के 429171 मामलें निस्तारित हुये। ऋचा उपाध्याय, अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा बताया गया कि जनपद गौतमबुद्धनगर में राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 589671 वाद निस्तारित हुये।  
राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालयवार निस्तारित वादों का विवरण निम्न हैः-  अवनीश सक्सेना, जिला जज 04 वादों का निस्तारण किया गया।  मयंक चैहान, भूमि अर्जन पुनर्वासन एंव पुर्नव्र्यवस्थापन प्राधिकरण द्वारा 09 वाद हैं। मोटा दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण द्वारा 07 वाद व समझौता धनराशि 5010000 है।  बुद्धि सागर मिश्रा, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय द्वारा 42 वाद है। श्रीमती प्रतिक्षा नागर, अपर जिला जज-प्रथम द्वारा 03 वाद है। श्री विजय कुमार हिमाॅशु, अपर जिला जज द्वितीय विशेष न्यायाधीश, (एस0सी0 एस0टी एक्ट) द्वारा 06 वाद है। श्री संजय सिंह, अपर जिला जज-तृतीय द्वारा 08 वाद है। श्री चन्द्र मोहन श्रीवास्तव अपर जिला जज, पोक्सो कोर्ट प्रथम द्वारा 934 वाद व जुर्माना 2407500 है।  श्रीमती बुशरा आदिल रिजवी, अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय द्वारा 12 वाद हैं। राजेश कुमार मिश्रा, अपर जिला जज-षष्टम द्वारा 06 वाद है।  सौरभ द्विवेदी, अपर जिला जज/पोक्सो-द्वितीय द्वारा 55 वाद है। श्रीमती बबीता पाठक मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा. 42682 वाद व जुर्माना धनराशि 11277300 हैं।  मयंक त्रिपाठी सिविल जज सी0डि0 द्वारा 36 वाद व समझौता धनराशि 19832213 हैं। श्रीमती शिवानी त्यागी, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-प्रथम द्वारा 1193 वाद व जुर्माना धनराशि 481050 है। रवि कुमार सागर, अपर मुख्य न्यायिक  मजिस्ट्रेट-द्वितीय द्वारा 1482 वाद व जुर्माना धनराशि 152460 है। श्रीमती अर्पिता सिंह राठौर, अतिरिक्त सिविल जज सी0डि0/एससीजेएम द्वारा 279 वाद व जुर्माना धनराशि 29200 है।  दिव्यकाॅन्त सिंह राठौर अतिरिक्त सिविल जज सी0डि 2 द्वारा 673 वाद व समझौता धनराशि 37700 है। श्रीमती नूपुर श्रीवास्तव अपर सिविल जज सी0डि0 एफ0टी0सी0 द्वारा 1121 वाद व जुर्माना धनराशि 122950 है। श्रीमती रिचा शुक्ला पीठासीन अधिकारी वर्चुअल कोर्ट द्वारा 111111 चालान में जुर्माला धनराशि 5265550 है। नाजिम अकबर, सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग) जेवर द्वारा 130 वाद व जुर्माना धनराशि 31840 है। श्रीमती रिचा शुक्ला, सिविल जज जू0डि0 द्वारा 06 वाद है।  यतिन कुवात्रा, अपर सिविल जज जू0डि0 द्वारा 185 वाद व जुर्माना धनराशि 1500 है।  सिद्धार्थ कुमार, अपर सिविल जज जू0डि0 द्वारा 153 वाद व जुर्माना धनराशि 1372329 है।  कु0 जुही आनन्द, अपर सिविल जज जू0डि0 द्वारा 113 वाद व जुर्माना धनराशि 2000 है।  राजेन्द्र कुमार-तृतीय, विशेष न्यायाधीश, न्यायालय एन0आई0 एक्ट द्वारा 41 वाद व समझौता धनराशि 19741811 है। श्री प्रदीप कुमार कंसल अतिरिक्त न्यायालय-1 के द्वारा 74 वाद व 11800000 समझौता धनराशि  है।  नलिन काॅत त्यागी अतिरिक्त न्यायालय संख्या-2 द्वारा 97 वाद व 11085600 समझौता धनराशि है। श्री अनिल कुमार, पीठासीन अधिकारी, जिला उपभोक्ता न्यायालय द्वारा 29 वाद व समझौता धनराशि 18827766 है। इस प्रकार जनपद स्थित न्यायालय के न्यायिक अधिकारीगण द्वारा कुल 160500 वादों का निस्तारण किया गया 
राष्ट्रीय लोक अदालत के अन्तर्गत नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा 3099 मामलें, यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा 46 मामलें कुल प्री-लिटीगेशन के 3145 मामलें निस्तारित हुये।  राष्ट्रीय लोक अदालत के अन्तर्गत पुलिस विभाग द्वारा 7272 मामलों का निस्तारण किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत के अन्तर्गत जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर, अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी व तहसीलदार आदि समस्त विभागों से प्राप्त विवरण के अनुसार राजस्व के 91265 वाद निस्तारित हुयें।  
उपरोक्तानुसार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 589671. मामलों का निस्तारण हुआ। जिसमें समझौता धनराशि 230410881 है। 
राष्ट्रीय लोक अदालत में दिव्याॅगजन कल्याण विभाग गौतमबुद्धनगर के सहयोग से चिन्हित दिव्याॅगजन दीवानी न्यायालय में उपस्थित हुये जिन्हें 02 इलैक्ट्रिक ट्राई साईकल व 02 बैसाखी व 01 कान मशीन व 02 घुटने एंव कमर की बैल्ट व 02 छडी दिव्याॅगजनों को माननीय जनपद न्यायाधीश, गौतमबुद्धनगर द्वारा वितरण करते हुये लाभान्वित किया गया। उक्त उपकरण श्रीमती सुखवीरी,  महेश, श्रीमती महादेवी व श्रीमती संतोष को उपलब्ध कराते हुये दिव्याॅगजनों को लाभान्वित किया गया तथा राष्ट्रीय लोक अदालत में महिला एंव बाल कल्याण विभाग गौतमबुद्धनगर की योजना के अन्तर्गत चिन्हित बालकों को दीवानी न्यायालय में माननीय जनपद न्यायाधीश, गौतमबुद्धनगर द्वारा 10 बालकों को प्रमाणपत्र देकर लाभान्वित किया गया तथा उ0प्र0 क्षतिपूर्ति योजना के तहत श्रीमती अमीना को क्षतिपूर्ति धनराशि अंकन 2 लाख का चैक् देकर लाभान्वित किया गया।