रंगारंग प्रस्तुतियों के बीच हास्य कवि सम्मेलन, महाभारत पर आधारित नृत्य-नाटिका, दोहा अंताक्षरी और विशेष प्रस्तुति 'समुद्र मंथन' ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया

केवल सपने देखना ही नहीं बल्कि उन्हें साकार करने के लिए निरंतर प्रयास करना भी सफलता की कुंजी: राजीव जैन