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स्कूल ऑफ लॉ जस्टिस एंड गवर्नेंस द्वारा राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता

गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ जस्टिस एंड गवर्नेंस द्वारा राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता के उद्घाटन सत्र का  हुआ सफल आयोजन
Vision Live/Greater Noida 
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय  के स्कूल ऑफ लॉ जस्टिस एंड गवर्नेंस द्वारा आयोजित राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का उद्घाटन हुआ। इस कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ किया गया। इसके उपरांत कार्यक्रम की संयोजक तथा विभाग्याध्यक्ष डॉ. रमा शर्मा, विभाग्याध्यक्ष  , स्कूल ऑफ लॉ जस्टिस एंड गवर्नेंस द्वारा आयोजित कार्यक्रम का संक्षिप्त में परिचय दिया गया I ततपश्चात  डॉ.के के. द्विवेदी, अधिष्ठाता, स्कूल ऑफ लॉ जस्टिस एंड गवर्नेंस द्वारा स्वागत वक्तव्य दिया गया जिसमें उन्होंने  सभी आमंत्रित विद्वतजनों का स्वागत किया। कार्यक्रम को आगे बढ़ते हुए विशिष्ट अतिथि माननीय जस्टिस विनय कुमार माथुर ,सेवानिवृत्त न्यायधीश ,इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अपने विशेष वक्तव्य में कानूनी शिक्षा और कानूनी पेशे  की महत्वता को रेखांकित किया । उन्होंने कहा कि जीतना या हारना आवश्यक नहीं है लेकिन छात्रों की सहभागिता महत्वपूर्ण है। इसके उपरांत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित, सर्वोच्च न्यायालय के अतिरिक्त महा न्यायभिकर्ता माननीय श्री विक्रमजीत बनर्जी, ने विशिष्ट  भाषण में अपने  विशाल अनुभव को साझा किया और सभी प्रतिभागियों को विचार-विमर्श के महत्व और प्रासंगिकता के बारे में जागरूक किया; कानूनी मुद्दों और संभावित कानूनी समाधानों को पहचानने और संभालने की क्षमता और अनुभव के बारे में बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को काम करने के विशेषाधिकारों और प्रतिभागियों को विचार-विमर्श से मिलने वाली शिक्षाओं पर जोर दिया।
तथा भूतपूर्व  भारत के मुख्य न्यायधीश माननीय  जस्टिस उदय उमेश ललित ने अपने अभिभाषण में उद्घाटन सत्र को प्रेरक शब्दों से मंत्रमुग्ध कर दिया और होम्स को उद्धृत करते हुए कहा, "युवा व्यक्ति कानून को जानता है और अनुभवी व्यक्ति अपवाद को जानता है"। उन्होंने मूट्स की कार्यप्रणाली पर विस्तृत व्याख्यान देकर प्रतिभागियों को जागरूक किया। इसके उपरांत गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो .रविन्द्र कुमार सिंहा ने अध्यक्षीय भाषण में कहा की मूट कोर्ट क़ानूनी कौशल को सीखने का एक नमूना है तथा यह छात्रों  में नेतृत्व की गुणवत्ता का निर्माण भी करता  है 

सभी सम्माननीय अथितियों को स्मृति चिन्ह और पुष्पों से सम्मानित करने के पश्चात अंत में स्कूल ऑफ लॉ जस्टिस एंड गवर्नेंस की सहायक आचार्या तथा कार्यक्रम की संयोजक  डॉ.ममता  शर्मा  ने सभी के मूल्यवान समय ,आदरणीय वक्ताओं के  ज्ञान वर्धक वक्तव्य और इस कार्यक्रम को सम्पन्न कराने के लिए संकाय के अधिष्ठाता डॉ. के. के. द्विवेदी तथा  संयोजक और  विभाग्याध्यक्ष  डॉ. रमा  शर्मा, डॉ. अक्षय सिंह, डॉ.सतीश चंद्रा, डॉ. प्रकाश चंद्र दिलारे ,डॉ. प्रियंका सिंह, डॉ. अनिता यादव, डॉ. विक्रम करुणा, डॉ. संतोष तिवारी ,डॉ. पूनम वर्मा, डॉ. सुमित्रा हुईड्रोम , डॉ. अखिलेश,डॉ सी. बी भरास, श्री सागर, श्री उत्कर्ष, श्री हबीब, सुश्री प्रिया , सुश्री सौम्या,   सुश्री सुजाता , सुश्री  यामिनी  के सहयोग तथा समर्थन के लिए आभार प्रकट किया ।
इस मूट कोर्ट प्रतियोगिता कार्यक्रम के मुख्य  संरक्षक माननीय कुलपति प्रो.रविन्द्र कुमार सिंहा,गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय हैं तथा इस  कार्यक्रम के संयोजक गण  स्कूल की  सहायक आचार्या डॉ. ममता शर्मा और  डॉ.रमा शर्मा हैं।
कार्यक्रम का सुंदर संचालन स्कूल की रिसर्च छात्रा मरियम द्वारा  किया गया ।कार्यक्रम को सफल और सुचारू बनाने में छात्र गजानन, उत्कर्ष, अंश, वेदांत ,प्रिया ,इपशिता,पूजा, दिया , शेखर, शिवांश  का विशेष योगदान रहा।इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए देश के कोने कोने से 54 टीम्स  और लगभग 100 से अधिक  छात्र छात्राएँ  आये हैं ।इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों  के अधिष्ठाता तथा अन्य शिक्षक गण द्वारा भी भाग लिया गया।ध्यातव्य है कि पिछले वर्ष 2023 में  भी मूट कोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन बहुत ही भव्य और सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ था  
कार्यक्रम के सफल आयोजन पर गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो .रविन्द्र कुमार सिंहा, कुलसचिव, डॉ. विश्वास कुमार त्रिपाठी जी, अधिष्ठाता शैक्षणिक, डॉ. पी. एन.  मेलकानीया, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. मनमोहन सिंह ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए विधि विभाग के शिक्षकों और छात्र छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनएँ प्रेषित किया I
15 सितम्बर को कार्यक्रम के समापन सत्र में माननीय मिस जस्टिस ज्योति सिंह, जज, दिल्ली उच्च न्यायालय; माननीय श्री जस्टिस मनोज कुमार ओहरी, जज, दिल्ली उच्च न्यायालय,  माननीय श्री जस्टिस पी के श्रीवास्तव, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश राज्य विधि आयोग, माननीय श्री जस्टिस विनय कुमार माथुर, सेवा निवृत्त जज, इलाहाबाद उच्च न्यायालय सम्मिलित होंगे।