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फोर्टिस हॉस्पिटल नोएडा ने स्त्री रोग से संबंधित कैंसर के लिए शुरु की स्पेशल क्लिनिक

महिलाओं को तेजी से अपना शिकार बना रहा है कैंसर

हर साल लगभग एक लाख से अधिक महिलाएं कर रही है कैंसर का सामना, दिल्ली पहले नंबर पर
जागरुकता और समय पर जांच से रोका जा सकता हैं कैंसर

विजन लाइव/ ग्रेटर नोएडा
एक चौंकाने वाली जानकारी में लैंसेट की रिपोर्ट बताती है कि दुनिया भर में अब दिल की बीमारियों के मुकाबले कैंसर ज्यादा लोगों की जान ले रहा है। खासतौर पर भारत में स्त्री रोग संबंधी कैंसर के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली में सबसे ज्यादा कैंसर के मरीज हैं। उसके बाद मुंबई का नंबर आता है। यह ट्रेंड बेहद चिंताजनक है। इसी को ध्यान में रखते हुए कैंसर के प्रति महिलाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से फोर्टिस हॉस्पिटल नोएडा ने स्त्री रोग से संबंधित कैंसर के लिए स्पेशल क्लिनिक शुरू की है।
आंकड़ों के मुताबिक दुनिया में हर साल लगभग पांच लाख महिलाओं को स्त्री रोग संबंधी कैंसर होता है। सिर्फ भारत में ही एक लाख से ज्यादा नए मामले सामने आते हैं। इनमें सर्वाइकल कैंसर सबसे बड़ा खतरा है। हर साल लगभग सवा लाख महिलाओं में इस कैंसर का पता चलता है और लगभग इसकी आधी संख्या से ज्यादा महिलाओं की मौत हो जाती है। 55 से 59 साल की उम्र की महिलाओं में ये कैंसर ज्यादा पाया गया है। इनमें से ज्यादातर महिलाओं को एचपीवी नाम के वायरस के कारण कैंसर होता है। 15 से 44 साल की उम्र की महिलाओं में गर्भाशय का कैंसर दूसरा सबसे आम कैंसर है।
डॉ. प्रिया बंसल, कंसल्टेंट - स्त्री रोग ऑन्कोसर्जरी, फोर्टिस हॉस्पिटल नोएडा, कहती हैं "स्त्री रोग संबंधी कैंसर से ज्यादा मौतें इसलिए होती हैं क्योंकि ये बीमारी देर से पता चलती है। समय-समय पर जांच और जागरुकता से कैंसर पर नियंत्रण किया जा सकता है। जितना जल्दी इसका पता चलता हैं उतना ही इसके क्योर होने की संभावना बढ़ जाती है। हमारी इस नई शुरु की गईं क्लिनिक में शुरुआती जांच से लेकर अच्छे इलाज तक की पूरी देखभाल की सुविधा उपलब्ध है।"

वह आगे बताती हैं कि
महिलाओं में होने वाले कैंसर का एक चौथाई हिस्सा स्त्री रोग संबंधी कैंसर है। हर साल करीब 11,000 महिलाओं की मौत गर्भाशय के कैंसर से होती है। अंडाशय का कैंसर अक्सर देर से पता चलता है क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण बहुत कम होते हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की रिपोर्ट के मुताबिक, हर छठी महिला को स्तन या दूसरा कोई स्त्री रोग संबंधी कैंसर हो सकता है। साल 2020 में भारत में 712,758 महिलाओं को कैंसर हुआ था।
वह कहती हैं कैंसर की रोकथाम में समय पर सही इलाज महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।हमारे यहां आपको विशेषज्ञ डॉक्टरों से सलाह मिल सकती है। और रोबोट की मदद से भी ऑपरेशन हो सकते हैं। इसके अलावा, कैंसर के इलाज के लिए दवाएं (कीमोथेरेपी) और रेडिएशन थेरेपी जैसी उन्नत तकनीकें भी उपलब्ध हैं। 
फोर्टिस हॉस्पिटल नोएडा के जोनल डायरेक्टर मोहित सिंह ने इस पहल के व्यापक लक्ष्य पर प्रकाश डाला: "हमारा उद्देश्य नियमित जांच और समय पर परामर्श के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। हमारा विशेष क्लिनिक सिर्फ़ एक इलाज की जगह नहीं है। बल्कि महिलाओं के लिए आशा की किरण है। जो उन्हें अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए प्रोत्साहित करता है।"