Vision Live/Greater Noida
प्रौद्योगिकी विभिन्न उद्योग में बदलाव ला रही है,और इसमें मेडिकल क्षेत्र अछूता नहीं है। इस क्रांति में प्रमुख खिलाड़ी, रोबोट और संबंधित प्रौद्योगिकियां, ऑपरेटिंग रूम के अंदर और बाहर दोनों जगह महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। यह बातें आईआईएमटी कॉलेज ऑफ फार्मेसी की नेशनल कॉन्फ्रेंस में बी.एस. अनंगपुरिया कॉलेज ऑफ फार्मेसी, फरीदाबाद के डॉयरेक्टर डॉ रूप कृष्ण खार ने कहीं। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में एनआईएमएस विश्वविद्यालय के पूर्व निदेशक डॉ. गोविंद मोहन और एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज, मेरठ की प्रमुख डॉ विभु साहनी ने भाग लिया। सभी अतिथियों का स्वागत कॉलेज समूह के निदेशक डॉ. केके पालीवाल और आईआईएमटी कॉलेज ऑफ फार्मेसी के डॉयरेक्टर डॉ. नकुल गुप्ता ने किया। इस दौरान सम्मेलन में 15 शिक्षण संस्थानों के 150 शोधार्थियों ने 60 से अधिक शोध पत्र, 40 पोस्टर पेश किए। कार्यक्रम के दौरान डॉ. विभु साहनी ने छात्रों से कहा कि आज के समय में छात्र किताबों से दूर हो रहे हैं और इंटरनेट के माध्यम से जानकारी जुटा रहे हैं जो कि गलत है। पुस्तक के बगैर सही ज्ञान की प्राप्ति नहीं हो सकती है। वहीं डॉ. गोविंद मोहन ने सम्मेलन में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने हेल्थ केयर के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। इससे हमारे जीवन में तेजी से बदलाव हो रहा है। रोगी देखभाल को अनुकूलित करने और चिकित्सा त्रुटियों को कम करने के लिए अस्पतालों और क्लीनिकों में इस तरह की तकनीक का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा रहा है। इस मौके पर डॉ. पुष्पेंद्र कुमार जैन, डॉ. संजय जोशी, हिमांशु कुमार, पूजा कुमार सहित कॉलेज की सभी फैकल्टी ने भाग लिया।