Vision Live/Greater Noida
स्मार्ट विलेज तिलपता के कूड़े के ढेर सफाई के विषय में और जोहड़ मे दादी नोएडा में रोड पर हो रही गंदगी और भारतीय आदर्श इंटर कॉलेज कॉलेज से आगे तक रोड के सहारे कूड़े के ढेर लगे हुए हैं, कोई सफाई नहीं होती,कोई कचरा उठाने के लिए नहीं आता है। इस विषय को लेकर तिलपता गांव निवासी व प्रमुख समाजसेवी सुखबीर सिंह आर्य ने एक खुला पत्र देते हुए हकीकत बयान की थी। मीडिया में यह मामला सुर्खियां बना। तिलपता गांव की बुनियादी सुविधाओं और विकास को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे प्रमुख समाजसेवी सुखबीर सिंह आर्य ने बताया कि तिलपता तक ग्रेटर नोएडा क्षेत्र का महत्वपूर्ण गांव है, साफ सफाई और बुनियादी सुविधाएं और विकास का यह मामला जब मीडिया की सुर्खियां बना, तो ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण हरकत माया। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीनियर मैनेजर मनोज सचान मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने तुरंत पाइप को बदलने के लिए ठेकेदार से कहा जबकि एक दूसरे मैनेजर आए जो स्वास्थ्य विभाग देखते हैं चेतराम जी उन्होंने फोटो खिंचवाया और वापस चले गए । स्वास्थ्य विभाग के सीनियर मैनेजर चेतराम की कार्य शैली पर नाराजगी जाहिर करते हुए प्रमु समाजसेवी सुखबीर सिंह आर्य ने यह भी बताया कि हमें ऐसे अधिकारियों से क्या फायदा ? हम उनको अवगत कराना चाहते हैं कि उनके स्वास्थ्य विभाग में जो ठेकेदार सफाई का ठेके लिए हुई है, रोड के सहारे का आज तक उसने कोई काम नहीं किया। इससे रोड दोनों साइड में कचरा है और तिलपता इंटरे कालेज के सामने भी कोई सफाई नहीं होती जो कि मेंटेनेंस के अथॉरिटी से फ्री में पैसा लेता है, तुरंत ऐसे ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट किया जाए, क्योंकि उसका खेल दूसरा है जो सफाई कर्मी गांव में काम करते हैं उनके सुपरवाइजर से बोल रखा है कि आप कभी कोई कूड़ा हो तो ट्रैक्टर में भरकर उसको अलग अलग ले जाकर गिर देना और उनको कुछ पैसा देता है। इस तरह की जांच होनी चाहिए कि वह रोड के सहारे क्यों काम नहीं करता किसी गांव वाले को यह पता नहीं है की रोड पर सफाई करने वाला ठेकेदार दूसरा है। वह लोग जो गांव में सफाई करते हैं ,उनसे लड़ते रहते हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। प्रमुख समाजसेवी सुखबीर सिंह आर्य ने "विजन लाइव" को यह भी बताया कि सीनियर मैनेजर मनोज सचान को अवगत कराया है कि तुरंत नाले तक सीवर खोले जाएं और नहर का पाइप बदला जाए ,जिससे यह समस्या दूर हो सके । गांव में दवा छिड़की जाए ,जिससे मच्छर मार सके क्योंकि काफी दिन से दवा छिड़कने वाले नहीं आ रहे हैं। तुरंत फागिंग होनी चाहिए और चुनाव के बाद में हमने जो नाली पास करवाई है उन पर काम किया जाना चाहिए जो 5% के प्लांट पाली की तरफ है ,उनको जल्दी लगाया जाए।
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के सीईओ साहब को भी अवगत करा दिया था।सफाई का ठेका जो एंटोनीम कंपनी को दिया गया है वह कोई काम नहीं करता उसको तुरंत हटाया जाए। यह खेल कई वर्षों से चल रहा है । इसका मुख्य कारण है कि अथॉरिटी का कोई भी अधिकारी गांव में नहीं आता, अगर समय-समय पर आकर देख ले तो यह गांव की दुर्दशा न हो जो आज हो रही है।