Vision Live/Greater Noida
ग्रेटर नोएडा स्थित जीएल बजाज कॉलेज ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) ने कॉलेज को 'ए प्लस' रैंक दी है। बड़ी बात यह है कि कॉलेज को 4 में से 3.33 पॉइंट मिले हैं। पहले प्रयास में यह उपलब्धि हासिल करने वाला उत्तर प्रदेश का पहला निजी कॉलेज बन गया है। पिछले दिनों (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) ने कॉलेज का दौरा किया था और कठिन मूल्यांकन करने के बाद बृहस्पतिवार को नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन काउंसिल ने असेसमेंट डिक्लेरेशन करते हुए रैंकिंग के परिणाम जारी किये। संस्थान के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने कहा हम प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के सपने को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास कर रहे हैं। योगी आदित्यनाथ राज्य को ग्लोबल नॉलेज सुपर पावर बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कॉलेज प्रशासन, शिक्षकों और छात्रों की संयुक्त मेहनत रंग लाई है। मैं इस उपलब्धि के लिए पूरे कॉलेज परिवार को हार्दिक बधाई देता हूं। इस उपलब्धि से हम लोग और बेहतर ढंग से काम करने के लिए प्रेरित होंगे। आगे कहा कि प्रदेश के मुख्य मंत्री
योगी आदित्यनाथ का मूलमंत्र काम आया उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में हम सभी को मिलकर बड़े प्रयास करने के लिए प्रेरित किया है। इस दिशा में जीएल बजाज मुख्यमंत्री के विजन पर समर्पण भाव से काम कर रहा है। ग्रुप के सीईओ कार्तिकेय अग्रवाल ने बताया कि इस साल संस्थान ने नेशनल इंस्टिट्यूटनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF Ranking 2023) रैंकिंग में भी शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं। कॉलेज ने बैंड 151 से 200 में जगह बनाई है और कॉलेज के सीएस, आईटी और ईसी प्रोग्राम को नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रीडिटेशन ने भी मान्यता प्रदान की है। कॉलेज के निदेशक डॉo मानस कुमार मिश्रा ने कहा कि जीएल बजाज शिक्षण संस्थान तेजी से उभरते शिक्षण संस्थानों में शुमार है अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शिक्षा के क्षेत्र में संस्थान एक अलग पहचान रखता है जिसने तमाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समन्वय स्थापित किए हैं। हम अंतरराष्ट्रीय स्तर की शैक्षणिक तकनीकों का उपयोग अपने छात्रों के लिए कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीएल बजाज शिक्षण संस्थानों का दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत में पुराना इतिहास है। जीएल बजाज एजुकेशन इंस्टिट्युशन्स ग्रुप के कॉलेज इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए देशभर में चुनिंदा माने जाते हैं। इस शिक्षा समूह के संस्थापक डॉo राम किशोर अग्रवाल ने वर्ष 2005 में इस कैम्पस की नींव रखी थी। महज 18 वर्षों के अंतराल में इस शिक्षण संस्थान ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। कॉलेज से पढ़कर निकले छात्र-छात्राएं दुनिया की नामचीन कंपनियों और संस्थानों में काम कर रहे है। यह संस्थान शैक्षणिक गुणवत्ता का प्रतीक है।