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गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान विभाग और सीमा जागरण मंच के संयुक्त तत्वावधान में मादक द्रव्य आतंकवाद (नार्को आतंकवाद) और राष्ट्रीय सुरक्षा पर 25 सितंबर को एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया

विजन लाइव/ ग्रेटर नोएडा
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान विभाग और सीमा जागरण मंच के संयुक्त तत्वावधान में मादक द्रव्य आतंकवाद (नार्को आतंकवाद) और राष्ट्रीय सुरक्षा पर 25 सितंबर को एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आर. के. सिन्हा द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुवात विशिष्ट अतिथि एवं मुख्य वक्ता म सुरेश कुमार शर्मा, पूर्व आई. पी. एस. एवं सीमा जागरण मंच के स्टेट प्रेसिडेंट लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. नितिन कोहली, मानविकी और सामाजिक विज्ञान विभाग की डीन प्रोफेसर वंदना पांडे और राजनीति विज्ञान विभाग के हेड डॉ. अक्षय सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। उक्त कार्यक्रम के उद्देश्य के विषय में डॉ. श्रीश पाठक ने विस्तार से बताया, उसके पश्चात डॉ. ममता ने विशिष्ठ अतिथियों का परिचय श्रोताओं से कराया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रविंद्र कुमार सिन्हा ने सीमा सुरक्षा को लेकर विज्ञान और तकनीक के प्रयोग के विषय में विस्तार से बताया और उक्त विषय की गंभीरता को स्पष्ट किया साथ ही विश्वविद्यालय की राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा संगोष्ठी आयोजन को लेकर प्रशंसा भी की। डीन प्रोफेसर वंदना पांडे ने मादक द्रव्य आतंकवाद के विभित्स स्वरूप और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर उभरती चुनौतियों पर अपने विचार रखा।उन्होंने बताया कि उक्त विषय का ज्ञान विद्यार्थियों के लिए कितना महत्व रखता है। हेड डॉ. अक्षय सिंह ने सुरक्षा के विभिन्न आयामों और मादक द्रव्य आतंकवाद से उनके संबंध पर चर्चा किया। तत्पश्चात कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री सुरेश कुमार शर्मा जी ने पंजाब में नार्को आतंकवाद को लेकर उनके कार्यकाल के वास्तविक अनुभवों को विस्तार से विद्यार्थियों के समक्ष रखा और नार्को आतंकवाद को कैसे कम किया जा सकता है इस विषय पर अपने विचार रखें। डॉ. नितिन कोहली ने भी सीमा सुरक्षा को लेकर गंभीर चर्चा की और साथ ही गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय और राजनीति विज्ञान विभाग को उक्त संगोष्ठी को सफलतापूर्वक करने के लिए धन्यवाद दिया। पंडित दीन दयाल उपाध्याय के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके कृतित्व से प्रेरणा लेने का संकल्प लिया गया। उक्त कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों एवं राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यापकों और छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।