Vision Live/Greater Noida
एमिटी विश्वविद्यालय में केस स्टडी सम्मेलन ‘‘रेनवॉय 2023’’ का आयोजन किया गया। छात्रों को केस स्टडी के महत्व की जानकारी प्रदान करने और उन्हें केस स्टडी लिखने व समझने के लिए प्रेरित करने हेतु एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी बिजनेस स्कूल द्वारा ऑनलाइन केस स्टडी सम्मेलन ‘‘रेनवॉय 2023’’ का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का शुभांरभ मावेन वेव एंड विजुअल बीआई के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट श्री पंकज भड़ाना, केस रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया के संस्थापक सदस्य डा एन रविचंद्रन, एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के डीन डा संजीव बंसल और रेनवॉय 2023 के सह अध्यक्ष डा राहूल गुप्ता और डा विनम्र जैन द्वारा किया गया। इस सम्मेलन में विशेषज्ञों द्वारा लगभग 50 केस स्टडी प्रस्तुत की गई।
मावेन वेव एंड विजुअल बीआई के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट श्री पंकज भड़ाना ने व्यक्तिगत विकास और समस्या समाधान के लिए केस स्टडीज की परिवर्तनकारी शक्ती पर प्रकाश डालते हुए कहा कि केस स्टडीज का उपयोग निष्पक्षता, रणनीतिक सोच और विचार नेतृत्व के साथ करना चाहिए। श्री भड़ाना ने कहा कि इस प्रकार के सम्मेलन आपक विकास में बेहद आवश्यक होते है जो आपको नये विचारों और समस्याओं को सुलझाने के नवाचार तरीकोे से अवगत कराते है।
केस रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया के संस्थापक संदस्य डा एन रविचंद्रन ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि केस स्टडी, व्यापार प्रबंधन, व्यापार की समस्याओं के निवारण में अहम भूमिका निभाती है। उन्होनें कहा कि किसी भी निर्णय लेने में केस स्टडी के महत्व पर ध्यान केन्द्रीत करते हुए कार्य करना और केस स्टडीज में परिकल्पना निर्माण की कला को सीखना आवश्यक है। उन्होने छात्रो ंको केस स्टडीज द्वारा प्रदान किए जाने वाले समाधानों की विविधता पर जोर दिया।
एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के डीन डा संजीव बंसल ने स्वागत करते हुए कहा कि यह सम्मेलन उपस्थित लोगों के बीच आपसी जुड़ाव, समझ और सकारात्मक की खोज का प्रतीक है। केस स्टडी का बुनियादी आधार व्यक्ति की ज्ञिज्ञासु प्रवृति का होना है और यह गुण व्यक्ति को समस्या के समाधान तक पहुंचने में सक्रिय सहायक बनते है। डा बंसल ने कहा कि एमिटी बिजनेस स्कूल सदैव छात्रों को केस स्टडी पढ़ने व लिखने के लिए प्रेरित करता है जिससे उनमें व्यापार एवं उद्यम विशलेषण की समझ विकसित हो।
इस सम्मेलन में दो समानंतर सत्रों में विशेषज्ञों द्वारा लगभग 50 मामले प्रस्तुत किए गये जिनमें भारतीय व्यापार परिदृश्य पहलुओं की व्यापक खोज की पेशकश की गई। विशेषज्ञों द्वारा वस्तु एंव सेवा, मानव संसाधन, विपणन, संचालन, प्रौद्योगिकी के कार्यान्वयन से लेकर उद्यमिता के महत्व और अर्थव्यवस्था पर उनके प्रभाव विषयों पर चर्चा की गई। सम्मेलन के लिए प्रस्तुत मामलों के संकलन के साथ संपादित पुस्तक के कवर पेज के विमोचन के साथ सम्मेलन समाप्त हुआ।