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वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद की महानिदेशक डा एन कलाइसेल्वी ने किया एमिटी विश्वविद्यालय का भ्रमण




उर्जा प्रबंधन - भारतीय परिपेक्ष्य पर डा कलाइसेल्वी ने दिया व्याख्यान

Vision Live/Noida 
 एमिटी विश्वविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और शोधार्थियों के लिए गौरवपूर्ण और प्रसन्न्नतापूर्ण दिन था जब भारत सरकार के वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की महानिदेशक और डीएसआईआर की सचिव डा (श्रीमती) एन कलाइसेल्वी ने एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस अवसर पर डा कलाइसेल्वी ने एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन व्याख्यान के अर्तगत ‘‘उर्जा प्रबंधन - भारतीय परिपेक्ष्य’’ पर व्याख्यान भी दिया। एमिटी एजुकेशन एंड रिसर्च इस्टैब्लिश्मन्ट के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चंासलर डा अतुल चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला और एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती ने डा कलाइसेल्वी का स्वागत किया।
भारत सरकार के वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की महानिदेशक  डा (श्रीमती) एन कलाइसेल्वी ने ‘‘उर्जा प्रबंधन - भारतीय परिपेक्ष्य’’ पर व्याख्यान देते हुए कहा कि हर शिक्षाव्दि के लिए डा चौहान और हर संस्थान के लिए एमिटी एक रोल मॉडल है। आज हम विकसित देश बनने की राह में अग्रसर है और अगर हम इसी तरह आपसी सहयोग के साथ विज्ञान, तकनीकी, अकादमिक के क्षेत्र में आगे बढ़ते रहे तो आने वाले 6 से 7 सालो ंमें हम जरूर सफल हो जायेगें। हमे विश्वास हो ना हो लेकिन विश्व विश्वास करना प्रारंभ कर दिया है कि भारत अर्थव्यवस्था के साथ साथ विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में भी विश्व का नेतृत्व करेगा। हमें पांच महत्वपूर्ण कारको जैसे खाद्य सुरक्षा, जल सुरक्षा, उर्जा सुरक्षा, स्वास्थय सुरक्षा और रणनितिक सुरक्षा पर ध्यान देना होगा। डा (श्रीमती) एन कलाइसेल्वी ने कहा कि सीएसआईआर स्न 1942 से भारत को विशिष्ट टिकाउ विज्ञान और प्रौद्योगिकी समाधान प्रदान करने के क्षेत्र में कार्य कर रहा है। विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों के हदय में निवास करने वाली सीएसआईआर तकनीकों जैसे शिशु भोजन, लेदर तकनीक, इलेक्ट्रोकेमिकल तकनीकी, फार्मास्युटिकल तकनीकी, सीएसआईआर ट्रैक्टर आदि के बारे में बताया। प्रधानमंत्री के किसानों की आमदनी को दोगुना करने की योजना में सीएसआईआर का सहयोग, स्टील स्लैग रोड का निर्माण, एरोमा मिशन आदि की जानकारी भी दी।

डा (श्रीमती) कलाइसेल्वी ने सीएसआईआर और मानव संसाधन विकास के संर्दभ में बताते हुए विद्यालयी छात्रों के लिए संचालित किये जा रहे जिज्ञासा कार्यक्रम, स्नातकोत्तर के लिए जुनियर रिर्सच फेलोशिप और सिनियर रिर्सच फेलोशिप, पीएचडी के लिए रिसर्च एसोसिएटशिप और पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप सहित शोधार्थियों के लिए पूल ऑफीसर और वैज्ञानिक के बारे में बताया। सीएसआईआर, स्थायी उर्जा के क्षेत्र में कार्य कर रहा है जिसमें उर्जा निर्माण, आवेदन, उर्जा स्टोरेज मुख्य क्षेत्र है और उर्जा का रूपांतरण सहित लिथियम बैटरीज के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो की जानकारी दी। आने वाला समय सोडियम बैटरीज का है और यह सोडियम बैटरिज के क्षेत्र में कार्य करने का सही समय है। उन्होनें एमिटी इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों और एमिटी विश्वविद्यालय के युवा छात्रों को कहा कि आप प्रयोगशालाओं और वैज्ञानिकों के जितना पास जायेगें उतना अधिक शोध की संस्कृती को समझेंगे और उतना ही अधिक आपके अदंर विज्ञान व अनुसंधान के प्रति जूनून विकसित होगा। डा कलाइसेल्वी ने कहा कि सीएसआईआर की तरह एमिटी जैसे शिक्षण संस्थान भी देश की महत्वपूर्ण संपत्ति है जो राष्ट्र के निर्माण में सहयोग कर रहा है।

एमिटी एजुकेशन एंड रिसर्च इस्टैब्लिश्मन्ट के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने डा कलाइसेल्वी के दिये व्याख्यान को ‘‘दशक का व्याख्यान’’ बताते हुए कहा कि इस व्याख्यान ने हम सभी में एक नये उत्साह का संचार किया है। एमिटी में हमारा उददेश्य युवाओं को प्रेरित करके शोध व अनुसंधान के माध्यम से राष्ट्र के निर्माण में सहयोग देना है। आपको किसी भी अन्य संस्थान में कार्य के प्रति इतने दृढ़, आत्मप्रेरित व्यक्ति नही मिलेगें जो एक मिशन के लिए कार्य कर रहे है। डा चौहान ने ‘‘ कु्रसेड फॉर फास्ट ट्रैक एचिवमेंट इन एरिया ऑफ एसटीईएम’’ बनाने की घोषणा की।          एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चंासलर डा अतुल चौहान ने कहा कि डा कलाइसेल्वी, उर्जा के क्षेत्र में विशेषज्ञ है ओर अपने व्याख्यान ने उन्होने सभी को उर्जावान किया है जो एमिटी के वैज्ञानिकों और छात्रों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी का सबसे बड़ा योगदानकर्ता बनने की दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा। इस अवसर पर डा चौहान ने एमिटी में ‘‘सेंटर फॉर रिसर्च ऑफ सोडियम बैटरीज’’ के निर्माण की घोषणा की।
एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि एमिटी सीएसआईआर के साथ कार्य कर रहा है जिसके तहत विभिन्न सहयोगी अनुसंधान गतिविधियों को मूर्त रूप दिया गया है। एमिटी और सीएसआईआर कई क्षेत्रों में अनुसंधान व नवाचार जारी रखेगें।

इस अवसर पर वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद की महानिदेशक डा (श्रीमती) एन कलाइसेल्वी ने एमिटी इंटरनेशनल स्कूल के छात्राओ ंसे भी मुलाकात भी की। इस कार्यक्रम एमिटी ऑनलाइन के उपाध्यक्ष श्री अभय चौहान, एमिटी कैपिटल वेंचर के सिनियर वाइस प्रेसीडेंट श्री अमोल चौहान, एमिटी गु्रप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह सहित डा गोपाल भूषण, डा ए चक्रवर्ती, डा ए के सिंह आदि लोग उपस्थित थे।