मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी" / ग्रेटर नोएडा
जनपद गौतमबुद्धनगर को एक और राजकीय डिग्री काॅलेज की सौगात मिलने जा रही है। जेवर विधानसभा में यह तीसरा डिग्री कॉलेज होगा। इससे पहले जेवर और रबूपुरा मे डिग्री कॉलेज स्थापित किए जा चुके हैं। दनकौर को मिलने जा रहा राजकीय डिग्री कॉलेज बालिकाओं के लिए होगा। जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह के अथक प्रयास के बाद दनकौर में बनने जा रहे राजकीय बालिका डिग्री कॉलेज के लिए प्रथम किश्त के रूप में 01 करोड 07 लाख 86 हजार 600 रू0 की धनराशि जारी कर दी गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद व डिग्री कॉलेज की मंजूरी के 03 वर्ष बाद वित्तीय स्वीकृति के साथ-साथ प्रथम किश्त के रूप में 107.866 लाख रू0 की धनराशि की जारी की गई है। जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने विजन लाइव को बताया कि "प्रधानमंत्री जनविकास कार्यक्रम योजनान्तर्गत स्वीकृत उपरोक्त महाविद्यालय दनकौर क्षेत्र में बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि ’’मेरे प्रस्ताव पर अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, भारत सरकार की 19वीं इम्पावर्ड कमेटी द्वारा अक्टूबर 2019 में जनपद गौतमबुद्धनगर के दनकौर में राजकीय डिग्री कॉलेज के निर्माण हेतु स्वीकृति प्रदान की गयी थी, जिसमें शासन स्तर पर 03 साल तकनीकी कारणों से वित्तीय स्वीकृति प्रदान नही की जा सकी थी, जिसको लेकर निरंतर पैरवी करते हुए, प्रकरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप की मांग की, तब जाकर जनपद गौतमबुद्धनगर के दनकौर को महिला डिग्री कॉलेज बनवाए जाने हेतु प्रथम किश्त के रूप में 01 करोड 07 लाख 86 हजार 600 रू0 की धनराशि, प्रथम किश्त के रूप में जारी की गयी है। जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने आगे बताया कि यह पहला मौका है, जब देश आजाद होने के बाद से 05 साल के कार्यकाल में, एक ही विधानसभा को 03 डिग्री कॉलेजों की सौगात मिली हो और यह इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि इनमें 02 महाविद्यालय महिला डिग्री कॉलेज के रूप में स्वीकृत किए गए हैं। रबूपुरा स्थित डिग्री कॉलेज आरंभ हो चुका है तथा जेवर में बन रहे डिग्री कॉलेज का निर्माण कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है तथा प्रथम किश्त जारी होने के बाद शीघ्र ही दनकौर क्षेत्र में डिग्री कॉलेज का निर्माण होने के पश्चात शिक्षा के क्षेत्र में जेवर विधानसभा के लिए एक उपलब्धि ही कही जायेगी।
जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने आगे कहा कि ’’अगर हम एक महिला को शिक्षित करते हैं तो, हम एक परिवार ही नही वरन् पूरे गांव को शिक्षित करने की दिशा में बढते हैं । दनकौर में बनने वाला यह कन्या महाविद्यालय, मेरी उन बहनों को समर्पित है, जो दूरी और आर्थिक कारणों से उच्च शिक्षा ग्रहण नही कर पाती थी। परियोजना के निर्माण हेतु यूपी सिडको को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है।