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प्रदर्शनकारियों ने भैंस के आगे बीन बजाई:--- ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण नहीं सुन रहा है,किसानों की आवाज


भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के के तत्वाधान में किसानों ने भारी तादाद में विभिन्न मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया
भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश अध्यक्ष डॉ विकास प्रधान के नेतृत्व में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर महापंचायत की, जिसमें अखिल भारतीय किसान सभा, किसान बेरोजगार सभा, जय जवान जय किसान मोर्चा सहित कई संगठनों ने हिस्सा लिया
मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी" / ग्रेटर नोएडा
भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के के तत्वाधान में किसानों ने भारी तादाद में विभिन्न मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के विभिन्न गांवों से किसान ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने इस मौके पर भैंस के आगे बीन बजाते हुए संदेश दिया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय किसानों की आवाज को नहीं सुन रहा है। अंत में किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु महेश्वरी से मिला और वार्ता की। वार्ता में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु महेश्वरी ने किसानों को आश्वस्त किया कि उनकी संबंधित मांगों का निस्तारण जल्द ही किया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश अध्यक्ष डॉ विकास प्रधान के नेतृत्व में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर महापंचायत की, जिसमें अखिल भारतीय किसान सभा, किसान बेरोजगार सभा, जय जवान जय किसान मोर्चा सहित कई संगठनों ने हिस्सा लिया। किसानों और पुलिस कर्मियों की नोकझोंक के बाद किसान प्राधिकरण पर बैठ गए । किसानों ने अपने भैंसा बुग्गी और पशु भी प्राधिकरण के गेट से बांध दिए आनन-फानन में अथॉरिटी के आला अफसर सक्रिय हुए और उन्होंने किसानों को वार्ता का प्रस्ताव दिया, जिसमें 39 गांवों से प्रभावित किसानों के प्रतिनिधि एवं भारतीय किसान यूनियन अंबावता के पदाधिकारी एवं सभी संगठनों के प्रतिनिधि शामिल रहे। वार्ता में किसानों का 51 सदस्यीय डेलिगेशन ने प्राधिकरण के सीईओ ऋतु महेश्वरी, एसीईओ एबी वर्धन, एसीईओ अमनदीप डुलली,  एडिशनल डीसीपी विशाल पांडे, समस्त विभागों के तहसीलदार और सभी प्रोजेक्ट लैंड के अधिकारी मौजूद रहे।  इस संबंध में संगठन के प्रदेश महासचिव कृष्ण नागर ने कहा कि किसानों को 6 % और 10 % प्लॉटों पर गंभीरता से चर्चा हुई है , सभी प्रकरणों को  निपटाने का संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है , किसानों की आबादियों को जबरदस्ती नहीं तोड़ा जाएगा, जिन किसानों को जबरदस्ती नोटिस भेजे गए हैं, उनको वापस लिया जाएगा। बैकलीज और शिफ्टिंग के प्रकरणों का जल्द निपटारा किया जाएगा, किसानों के प्लॉटों पर लगी पेनल्टी को भी पहले से कम किया गया है। इस संबंध में किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने कहा कि किसानों के प्रतिनिधिमंडल को सीईओ ऋतु महेश्वरी ने गंभीरता से लेते हुए डेलिगेशन को आश्वस्त किया है कि जल्द ही सभी समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा। शासन स्तर से संबंधित प्रकरणों को शासन भेजा जाएगा और प्राधिकरण स्तर पर प्रकरणों को प्राधिकरण गंभीरता से निपटारा करेगा। पूरी मीटिंग के मिनट्स प्राधिकरण की तरफ से जारी किए जाएंगे । इस संबंध में संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता बृजेश भाटी ने कहा कि जल्द ही आगामी बैठक का समय निश्चित किया जाएगा। अगर प्राधिकरण अपनी बातों से मुकरता है, तो किसान दोबारा आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इस मौके पर राजेंद्र प्रधान ,सुनील फौजी, विकास गुर्जर, डॉक्टर विकास प्रधान, बृजेश भाटी ,विनय तालान, भूपेंद्र नागर ,अनीश गाजी, प्रताप नागर, बालकिशन प्रधान, जयवीर नागर ,राजेंद्र नागर, आलोक नागर ,लोकेश भाटी ,ओमकार भाटी, अशोक भाटी, राजकुमार रूपबास, अमित अवाना ,नासिर प्रधान, प्रमोद भाटी, रफीक कुरैशी ,पूनम भाटी ,शाहिद खान ,ताहिर खां, सुनील भाटी, प्रदीप भाटी आदि किसान कार्यकर्ता मौजूद रहे ।