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पढ़िए कैसे वट वृक्ष बन चुका है , श्री द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय



द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 25 वां वार्षिक स्थापना दिवस रजत जयंती समारोह के रूप में धूमधाम से मनाया गया

स्वर्गीय विपिन कृष्ण गर्ग के यू दनकौर है------- के वक्तव्य पर स्वयं श्री कृष्ण गोपाल अग्रवाल और बच्चों भाई अग्रवाल ने भी जमकर तालियां बजाई थी
मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी" / ग्रेटर नोएडा
दनकौर स्थित श्री द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 25 वां वार्षिक स्थापना दिवस रजत जयंती समारोह के रूप में धूमधाम से मनाया गया। रजत जयंती समारोह को जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में और वही यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह ने अति विशिष्ट अतिथि के रूप में तथा महाविद्यालय के संस्थापक सदस्य व कारोबारी श्री कृष्ण गोपाल अग्रवाल उर्फ बच्चूभाई अग्रवाल (विपुल साड़ी वाले- मुंबई ) ने विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित किया। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के सहायक कुलसचिव सत्य प्रकाश, यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल अथॉरिटी के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया आदि अतिथि गणों ने भी रजत जयंती समारोह मे अपने विचार व्यक्त किए। आज से 25 वर्ष पूर्व 16 फरवरी सन 1997 को श्री द्रोण गौशाला समिति के तत्वाधान में श्री द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय की स्थापना की गई थी। उस समय स्वर्गीय वेद प्रकाश अग्रवाल, स्वर्गीय मनमोहन सिंह गोयल, राकेश कुमार गर्ग पेट्रोल पंप वाले (वर्तमान में श्री द्रोण गौशाला समिति के अध्यक्ष) और श्री द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय के संस्थापक पूर्व अध्यक्ष नंद किशोर गर्ग ने इस महाविद्यालय का सपना संजोया था। इस बार रजत जयंती समारोह में संस्थापक सदस्य श्री कृष्ण गोपाल उर्फ बच्चों भाई अग्रवाल एक बार फिर साक्षी बने। 16 फरवरी सन 1997 को जब इस महाविद्यालय की नींव रखी गई थी तो स्वर्गीय विपिन कृष्ण गर्ग ने अपने हाथ से व्यंग भरे वक्तव्य से लोगों को ठहाके लगाने के लिए मजबूर कर दिया था। स्वर्गीय विपिन कृष्ण गर्ग के यू दनकौर है------- के वक्तव्य पर स्वयं श्री कृष्ण गोपाल अग्रवाल और बच्चों भाई अग्रवाल ने भी जमकर तालियां बजाई थी। 16 फरवरी सन 1997 के बाद 25 वर्षों के बाद आज श्री द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय एक वट वृक्ष बन चुका है और निरंतर अपनी ऊंचाइयों को छू रहा है। उस समय कला वर्ग संकाय से शुरू हुए इस श्री द्रोणाचार्य  स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आज वाणिज्य, विज्ञान वर्ग की स्नातकोत्तर कक्षाओं के साथ बीबीए  B.Ed, बीसीए जैसे कोर्स भी संचालित हैं।