विश्व के सर्वश्रेष्ठ कर्म यज्ञ के माध्यम से धूम धाम से मनाई गई माता दयावती की 12 वीं पुण्यतिथि। यज्ञ की ब्रह्मा रही अलका आर्य ने यज की महत्ता समझाते हुए बताया कि यज विश्व का महानतम कर्म है, यज्ञ हमें प्रतिदिन करना चाहिए। ओमवीर आर्य एडवोकेट ने बताया कि माता दयावती की स्मृति में निशुल्क नेत्र ऑपरेशन शिविर का आयोजन पिछले 12 वर्षों से प्रत्येक माह की 5 दिनांक को ग्राम दुजाना रामकौर बालिका विद्यालय के प्रांगण में कर रहे है। केम्प के माध्यम से 1450 व्यक्तियों का आंखों के सफल आपरेशन करा चुके हैं । पुण्यतिथि कार्यक्रम में आर्य समाज उद्देशिका अलका आर्य, महाराज सिंह नागर, हुकम सिंह आर्य, ओमवीर सिंह आर्य एडवोकेट, शकुंतला नागर, उर्मिला आर्या,ईन्द्रेश नागर, मास्टर ब्रह्मसिंह नागर, हवलदार हृदयराम नागर, जालेन्द्र आर्य, अशोक नागर, कर्मवीर आर्य एवं राकेश आर्या, राजेंद्र नागर, कुणाल नागर, अजय नागर , हर्ष नागर, जगबीर आर्य, ओमपाल , हरबीर नागर आदि आर्यजन उपस्थित रहे । कार्यक्रम का सफल संचालन लीलू आर्य द्वारा किया गया और कार्यक्रम में मातृशक्ति की उपस्थित रही ।