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सूरजपुर की बदहाली का मामला उत्तर प्रदेश के मंत्री के दरबार में पहुंचा


राज्य मंत्री अनूप प्रधान ने इस मामले में गौतमबुद्धनगर जिला प्रशासन के आला अधिकारियों और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जिम्मेदार अफसरों को जमकर लताड़ लगाई 
मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी" / ग्रेटर नोएडा
सूरजपुर की बदहाली का मामला उत्तर प्रदेश के मंत्री के दरबार में पहुंच गया है। इससे गौतमबुद्धनगर जिला प्रशासन विकास विभाग और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण मे हड़कंप की स्थिति पैदा हो गई है। गौतमबुद्धनगर जिले के विकास की बात करें तो जहां नोएडा ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी के क्षेत्र में चमचमाती हुई सड़कें विट्ठल आरती इतराते हुए रंग-बिरंगे फूल और जगमगाती हुई स्ट्रीट लाइटें दिखाई देती है वही कस्बा सूरजपुर के विकास की अनदेखी लगातार लोगों को मुहू चिढा रही है। सूरजपुर कस्बे में जिला मुख्यालय स्थित है। यही कारण है कि यहां पर दर्जनों की संख्या में सरकारी और अर्ध सरकारी विभागों के मुख्यालय भी स्थित हैं। किंतु सरकारी सुविधाओं के नाम पर यहां मैं तो कोई राजकीय कॉलेज है, और ना ही कोई डिग्री कॉलेज है। सरकारी हॉस्पिटल के नाम पर यहां आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र है जो स्वयं ही बीमार रहता है। बालिका शिक्षा के नाम पर सरकार की ओर से एस्कॉर्ट यामा कंपनी के पास कॉलेज को जगह उपलब्ध कराने का लॉलीपॉप दिया गया था जिससे बाद में सरकार ने कदम पीछे खींच लिए। वर्षों पहले ग्रामीणों ने बालिका इंटर कॉलेज की जगह उपलब्ध कराने के लिए आंदोलन  तक किया था। उस समय प्रशासन ने लोगों पर इस आंदोलन को ने केवल कुचल दिया था बल्कि तत्कालीन ग्राम प्रधान समेत कई मौजूद लोगों को हवालात तक में बंद कर दिया था। यह सूरजपुर टू कस्बा नोएडा दादरी मेन रोड के दोनों ओर बसा हुआ है। इनमे नोएडा दादरी  मेन रोड के दक्षिण की ओर पिछली सरकारों के दौरान ज्यादातर रास्तों को आरसीसी यानी पक्का करा दिया गया था, इसलिए दक्षिण सूरजपुर की हालत कुछ संतोषजनक दिखाई पड़ती है। किंतु वही दादरी नोएडा मैन रोड के उत्तर क्षेत्र में  भूड कॉलोनी, भाटी रोड, महामेधा रोड और बाराही मेला स्थल क्षेत्र का सारा इलाका आज भी उपेक्षित है। उत्तरी सूरजपुर इलाके में बस बजाती हुई नालियां, क्षतिग्रस्त रास्ते कीचड़ से भरे दिखाई देते हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ज्यादातर इलाके को अधिसूचित मानता है यही कारण है कि यहां पर ज्यादातर रास्ते कच्चे पड़े हैं और आरसीसी या इंटरलॉकिंग टाइल्स के रास्ते भी लोगों को मयस्सर नहीं है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के इस तर्क को छोड़ भी दें तो विधायक और सांसद भी क्षेत्र के विकास से पल्ला झाड़ते रहे हैं। फिलहाल निचले सदन से लेकर सर्वोच्च सदन तक भाजपा का ही बोलबाला है। जिला पंचायत सदस्य,जिला पंचायत अध्यक्ष, विधायक और यहां तक कि सांसद भी भाजपा से ही हैं। खास बात यह भी है कि इस उत्तरी सूरजपुर क्षेत्र में भाजपा का भी एक मजबूत वोट बैंक है। इन सब के बावजूद यहां विकास के नाम पर सब कुछ जीरो ही दिखाई देता है। जनप्रतिनिधि आते हैं और विकास के वायदे करके पतली गली से निकल जाते हैं। अब गौतमबुद्धनगर जिले के इस महत्वपूर्ण कस्बा सूरजपुर के बदहाली का मामला उत्तर प्रदेश सरकार के राजस्व विभाग राज्यमंत्री अनूप प्रधान के दरबार में पहुंच गया है। सूत्रों ने दावा किया है कि सूरजपुर की बदहाली को लेकर राज्य मंत्री अनूप प्रधान  खासे खफा है। राज्य मंत्री अनूप प्रधान ने इस मामले में गौतमबुद्धनगर जिला प्रशासन के आला अधिकारियों और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जिम्मेदार अफसरों को जमकर लताड़ लगाई है। बताया तो यह भी जा रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार के राजस्व विभाग के राज्यमंत्री अनूप प्रधान जल्द ही सूरजपुर का दौरा करने वाले भी हैं। सूरजपुर कस्बे की बदहाली का मामला उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री के दरबार में पहुंच जाने से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और गौतमबुद्धनगर प्राधिकरण मे हड़कंप की स्थिति पैदा हो गई है। सूरजपुर में राज्य मंत्री के दौरे के समय गौतमबुद्धनगर प्रशासन और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के किसी भी अवसर पर गाज गिर भी सकती है। उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री से सूरजपुर कस्बे के विकास अनदेखी को लेकर शिकायत करने वाले मानक चंद शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश राजस्व विभाग के राज्यमंत्री अनूप प्रधान ने यहां के विकास के मामले को काफी गंभीरता से लिया है और निचले सभी अफसरों के पेच कसे हैं।