कु. मायावती की पार्टी बसपा में खुली बगावत
मौहम्मद इल्यास' "दनकौरी" / ग्रेटर नोएडा
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के गृह जनपद गौतमबुद्धनगर में बसपा को बड़ा झटका लगा है। पूर्व में मंत्री वेदराम भाटी पूर्व विधायक सतवीर गुर्जर, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जयवती नागर व उनके पति गजराज नगर, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र डाढा, जेवर से पूर्व विधानसभा प्रत्याशी नरेंद्र भाटी डाढा समेत कई बड़े नेताओं के द्वारा बसपा को बाय-बाय कहे जाने के बाद अब फिर बंपर नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी नेताओं के द्वारा इस्तीफे की इस झड़ी से बसपा अपने ही रहे गढ में रसातल में चली गई है। बहुजन समाज पार्टी से बड़ी खबर आई है। यहां पर मायावती की पार्टी बसपा में भारी बगावत हो गया है। इस्तीफे की इस झड़ी में जेवर, दादरी व नोएडा के तीनों विधानसभा अध्यक्षों समेत कइयों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। नोएडा विधानसभा के अध्यक्ष संजय कुमार व उनके पदाधिकारियों सेंसर पाल सिंह, दीपक वर्मा, कैलाश राव, राज कुमार गुर्जर, डी जमील, विनय सक्सेना, बब्लू अल्वी ने इस्तीफा दिया है। वहीं, जेवर विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार के साथ आनंद भाटी, सुंदर चंदेलिया, डा जाहेद खां और देवी शरण गौतम दादरी विधानसभा अध्यक्ष के साथ सुरेन्द्र बैसोया, विनोद गौतम ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया है। इनके अलावा जिला सचिव डा लोकेन्द्र सिंह ने भी इस्तीफा दिया है। जिला सचिव रहे डॉ० लोकेन्द्र सिंह त्याग पत्र में आरोप लगाया है कि मै पिछले 18 से 20 साल से पार्टी के लिए कार्य कर रहा हूँ व विभिन्न पदों पर पार्टी के लिए पूरी निष्ठा व इमानदारी से कार्य करता आ रहा हूँ। 15 अक्टूबर 2022 में गौतमबुद्धनगर से पार्टी द्वारा दीपक बौद्ध को जिले का अध्यक्ष बनाया गया। जिलाध्यक्ष बनने के बाद से ही वह मेरे प्रति उनका रवैया किसी न किसी बात को लेकर ठीक नहीं रहा है। अधिकांश उनकी भाषा शैली में अरे तू शब्दों का बोलचाल का प्रयोग करते रहते हैं। पहले जैसा नहीं चलने दूंगा तेरा इलाज कर दूंगा इन बातों से बहुत आहत हूं। जिला कमेटी कार्यकर्ता भी इनकी कार्यशैली से असंतोष है। माननीय बहन जी के जन्म दिन 15 जनवरी के कार्यक्रम पर जिला अध्यक्ष दीपक बौद्ध ने हदें पार कर दी, विधानसभा से 20 बसों की सूची मांगी गई और जन्म दिन में बसों द्वारा अलग अलग स्थानों से कार्यकर्ता को लाने की तैयारी कराई पूर्व की भांति बसों में जाने वाले कार्यकर्ताओं को कंबल व खाने की व्यवस्था भी नहीं थी। बसों की सूचना सभी जगह दिलवाई परंतु मुझे एक भी बस या कोई वाहन नहीं दिया। बसे शिर्फ़ अपने खास मित्रों को दी , जिन 20 स्थानों पर बस लगाने की सूचना कराई थी वहा बसे नहीं पहुची जिसके कारण लोग काफी नाराज हैं, जो लोग कार्यक्रम स्थल पर अपने साधनों से पहुंचे। वहां पर पहले जन्मदिन की तरह न ही खाना था और ना ही पानी था। लोग प्यासे रहे वहां इंतजाम में कमी रही, तो दीपक बौद्ध ने कहा कि यह सब खर्चा मेरी जेब से हो रहा है। जबकि बामशेफ ने 4,00000 रुपये का सहयोग किया है और पार्टी व जिला कमेटी व अन्य जिम्मेदार साथियों से चार लाख आया, जिसमें खर्चा एक से डेढ़ लाख रुपया खर्च हुआ है। पार्टी विरोधी लोगों को मंच पर बिठाया गया और बहुत वरिष्ठ व जिम्मेदार पदाधिकारियों को मंच से दूर रखा गया। बहन जी के जन्मदिन पर जरूरतमंद लोगों को दिए जाने वाले कंबल वहा नहीं दिए गए, उन्ही कंबलो को गरीब व असहाय लोगों से छुपा कर अपनी गाड़ी में रखकर रिश्तेदारीयो व अपने स्वर्गीय पिता जी के 19/01/2023 में वर्षों के रूप में भेंट स्वरूप देकर वाहवाही लूटी है। इस बात से विधानसभा के कार्यकर्ता काफी नाराज हैं। इन परिस्थितियों में मुझे बाहर के लोगो का विरोध झेलना पड़ रहा है। विधान सभा कार्यकर्ता माननीय बहन जी के जन्मदिन के कार्यक्रम की व्यवस्था से काफी नाराज होकर मुझे तरह-तरह से अपमानित कर रहे हैं। यह सब जिला अध्यक्ष दीपक बौद्ध के मनमाने व तानाशाह रवैए के कारण हो रहा है। मैं जिला के नए अध्यक्ष रवैये के चलते अपने पद पर काम करने को असमर्थ हूँ। मंडल व पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओ को कई बार अवगत कराया गया है, परन्तु कोई सुधार जिला जिलाध्यक्ष के रखईये में नहीं आया है, इसलिए में बहुत दुखी हूँ इन सभी कारणों के चलते अपने पद से इस्तीफा देता हूँ, श्रीमान जी आप मेरा इस्तीफा मंजूर करने की कृपा करे। इस बारे में बसपा जिलाध्यक्ष दीपक बौद्ध से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क किया गया , लेकिन बातें नहीं हो सकी। भविष्य में जैसे ही बसपा जिलाध्यक्ष दीपक बौद्ध से बातें होंगी, उनके पक्ष को भी तुलनात्मक तरीके से प्रस्तुत किया जाएगा।