BRAKING NEWS

6/recent/ticker-posts


 

भारत जोड़ो यात्रा ने गौतमबुद्धनगर से आंखें फेरी

मौहम्मद इल्यास- "दनकौरी" / ग्रेटर नोएडा
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा ने गौतमबुद्धनगर से आंखें फेर ली हैं। दिल्ली से सीधे कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में प्रवेश कर चुकी है। यहां से यह यात्रा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों से होते हुए अपने गंतव्य को जाएगी। कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की माने तो पहले यह भारत जोड़ो यात्रा हरियाणा से सीधे जेवर होते हुए उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने वाली थी। गौतमबुद्धनगर के जेवर से ही है भारत जोड़ो यात्रा बुलंदशहर और फिर दूसरे स्थानों को जानी थी, बाकायदा इसका रोड में भी तैयार कर लिया गया था। किंतु बाद में इस भारत जोड़ो यात्रा के रोडमैप को रद्द कर दिया गया। राजस्थान से हरियाणा और फिर दिल्ली, दिल्ली के बाद आज भारत जोड़ो यात्रा उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में प्रवेश कर चुकी है। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण जिला गौतमबुद्धनगर मे न आना भी खास मायने रखता है। शायद इसकी एक वजह गौतमबुद्धनगर में कांग्रेस संगठन का मृतप्राय स्थिति में होना भी रहा है। यदि कांग्रेस संगठन की बात करें तो डॉक्टर महेंद्र नागर के बाद मनोज चौधरी तुगलपुर के जिलाध्यक्ष रहते हुए खासी  जान देखने को मिली थी। तत्कालीन जिला अध्यक्ष मनोज चौधरी ने कांग्रेस को मृतप्राय स्थिति से निकालकर खांसी संजीवनी प्रदान की थी। मनोज चौधरी, गरीब मजदूर की आवाज को सड़क उतर कर उठाते हुए दिखाई देते थे। कोविड-19 के बाद कॉन्वेंट स्कूल द्वारा अभिभावकों से फीस की लूट को लेकर मनोज चौधरी आंदोलन के लिए खासे चर्चित भी हो चुके थे। जनता के मुद्दों को लेकर  डीएम का घेराव रहा हो या फिर ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी यहां तक की पुलिस और थानों के घेराव का मामला रहा हो कांग्रेस विपक्ष की एक मजबूत आवाज बन चुकी थी। मनोज चौधरी के धरातल पर कार्य करने का ही नतीजा रहा की कांग्रेस ने उन्हें जेवर से विधानसभा का उम्मीदवार बनाया। इसके चलते हुए मनोज चौधरी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 मे गौतमबुद्धनगर जिला अध्यक्ष पद छोड़ दिया था। इसके बाद जिला उपाध्यक्ष रहे दिनेश शर्मा को गौतमबुद्धनगर जिलाध्यक्ष मनोनीत कर दिया गया। आज स्थिति यह है कि न कांग्रेस जिला अध्यक्ष दिनेश शर्मा का ही कोई अता पता है न हीं उनके कार्यालय का ही कोई अता पता है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के बाद गौतमबुद्धनगर में कांग्रेस एक बार फिर मृतप्राय स्थिति में पहुंची हुई है। यह भी सच है कि गौतमबुद्धनगर उत्तर प्रदेश की राजनीति में खास मायने भी रखता है। बसपा के लिए यह गौतमबुद्धनगर खाता मुफीद साबित हुआ। अब भाजपा के लिए भी गौतमबुद्धनगर एक महत्वपूर्ण राजनीतिक गढ साबित हो रहा है। प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक गौतमबुद्धनगर की राजनीतिक आबोहवा खासे परिचित हैं। यह कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि गौतमबुद्धनगर से भाजपा को एक नई ऊर्जा मिलती रही है। सपा के लिए भी गौतमबुद्धनगर लकी साबित हुआ है। सीएम बनने से पहले अखिलेश यादव ने भी यहीं से होकर साइकिल क्रांति यात्रा शुरू की थी। कांग्रेस की बात करें तो गौतमबुद्धनगर जिले के भट्टा पारसौल किसान आंदोलन मे राहुल गांधी ने बाइक से आ कर सबको चौंका दिया था। भारत जोड़ो यात्रा के नायक राहुल गांधी ने गौतमबुद्धनगर जिले के भट्टा पारसौल आंदोलन का जिक्र खुद दिल्ली में लाल किला मैदान में भी किया है। राहुल गांधी गौतमबुद्ध नगर में मौके पर बेमौके आते भी रहे हैं। हाथरस की बेटी की रेप के बाद हत्या किए जाने के मामले में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कूच कर रहे थे तो यमुना एक्सप्रेस पर पुलिस ने उन्हें रोका। पुलिस के साथ नोकझोंक में राहुल गांधी नीचे गिर गए थे। उस समय यह खबर मीडिया में आग की तरह फैल गई थी कि राहुल गांधी को पुलिस ने धक्का दिया और नीचे गिर गए। इसके बाद पुलिस राहुल गांधी प्रियंका गांधी को बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में गिरफ्तार करके ले गई थी और बाद में उन्हें रिहा किया गया था। गौतमबुद्धनगर में कांग्रेस की राजनीतिक जमीन की बात करें तो पता चलता है कि जिला बनने से पहले दादरी विधानसभा मे भी कांग्रेसी विधायक लंबी पारी रही है। जेवर विधानसभा में भी ऐसा ही देखा गया है। जबकि सिकंदराबाद विधानसभा जिसक एक बड़ा भाग आज जेवर विधानसभा के तहत आता है, राजेंद्र सिंह सोलंकी जैसे कई विधायक लंबे समय तक कांग्रेस का परचम लहराते रहे हैं। लोकसभा की बात करें तो गौतमबुद्धनगर लोकसभा बनने से पहले यहां खुर्जा लोकसभा सुरक्षित हुआ करती थी। उस समय मोहनलाल पिपिल, वीरसेन, रोशनलाल समेत कई सांसद कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करते रहे थे। वहीं दूसरी ओर देश के बड़े कद्दावर किसान नेता रहे स्वर्गीय राजेश पायलट का गांव वैदपुरा भी गौतमबुद्धनगर मे ही आता है। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपने पैतृक गांव वैदपुरा में  मौके पर मौके आते रहते हैं। उत्तर प्रदेश की राजनीति को एक नया आयाम देने वाले गौतमबुद्धनगर से अब कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा ने पूरी तरह से आंख फेर ली है यह चर्चा लोगों की जुबान पर बनी हुई है।

गौतमबुद्धनगर से भारत जोड़ो यात्रा का रूट रद्द: दिनेश शर्मा
गौतमबुद्धनगर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का रूट पहले गौतमबुद्धनगर से होकर बना था। किंतु बाद में हाईकमान की ओर से यह रोड रद्द कर दिया गया और दिल्ली से गाजियाबाद लोनी होते हुए पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों के लिए रूट तैयार किया गया। जिले में कांग्रेस संगठन पूरी तरह से मजबूत हैं और रही उनके कार्यालय के बात, उनका कार्यालय दादरी स्टेशन के पास संतोष नगर कॉलोनी में है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा एक नए राजनीतिक क्रांति का संकेत है। गरीब से लेकर मजदूर और हर वर्ग का व्यक्ति कांग्रेस की भरत जोड़ो यात्रा से सीधा जुड़ रहा है। आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस भाजपा का जड़ मूल से सफाया कर देगी।