BRAKING NEWS

6/recent/ticker-posts


 

अंध भक्तों व अनजान जनता को करना चाहिए, विचार कौन कंगाल कौन मालामाल ?

चौधरी शौकत अली चेची
मोदी जी के  8 साल बेमिसाल अंध भक्तों व अनजान जनता को करना चाहिए,  विचार कौन कंगाल कौन मालामाल ? 100 स्मार्ट सिटी में से कितनी बनी, नोटबंदी से किसको कितना फायदा हुआ और किसको कितना नुकसान ?15 लाखों रुपए किसके खाते में आए,
 कितने कश्मीरी पंडितों का कश्मीर में पुनर्वास हुआ ,धारा 370 हटाने से कश्मीर की कितनी तरक्की हुई? आठ साल में कितने करोड़ लोगों को रोजगार दिया, बुलेट ट्रेन भारत में कहां कहां दौड़ रही है, जीडीपी का क्यों बैठा भट्टा?
कितना काला धन भारत में पहुंचा , डॉलर 83 पर क्यों पहुंच गया, तीन कृषि काले कानून किसानों और देश को बर्बाद करने के लिए क्यों बनाए, किसानों की आय दोगुनी क्यों नहीं हुई ,गायों की दुर्गति बंद कब होगी ,कोराना के समय का 21 हजार करोड रुपए  का पैकेज कहां गया, विधायकों और सांसदों के गोद लिए गांव गोद में  है या घुटनों पर चल रहे हैं ,2014 से पहले लगभग 54 लाख करोड रुपए देश पर कर्ज था, अब लगभग 155 लाख करोड़ रुपए कर्ज क्यों हो गया? कितने एम्स अस्पताल बने और कितनों का प्राइवेटकरण  हो गया , कितने एयरपोर्ट बने और कितने प्राइवेट कर दिए और कितने डैम बने ? सोना ₹50000  से ऊपर क्यों पहुंच गया, लगभग 45 करोड लोगों ने नौकरी की आस क्यों छोड़ दी ,लगभग 60% सरकारी संस्थाओं का क्यों निजी करण कर दिया, बैंकिंग सेक्टर  क्यों ध्वस्त कर दिया? टीवी डिबेट में तथा चुनाव के समय धर्म और जाति, मंदिर मस्जिद हिंदुस्तान-पाकिस्तान ही क्यों मुद्दे बनाएं जातें है? गंगा क्यों  साफ नहीं हुई, स्वच्छ भारत अभियान क्यों  सफल नहीं हुआ, और नोटबंदी जीएसटी लॉकडाउन से किसको लाभ मिला और किसका हुआ नुकसान, आयात बढ़ गया निर्यात घट गया है, शिक्षा और चिकित्सा से किसने की  तरक्की और किसका हुआ नुकसान, सच्चाई उजागर करने वाले और जायज हक की मांग उठाने वालों को क्यों अपराधी और देशद्रोही बनाया जा रहा है?  बेरोजगारी, महंगाई, अत्याचार, भ्रष्टाचार, बलात्कार, हत्या ,आत्महत्या, कानून का दुरुपयोग सभी चरम सीमा पर क्यों है? इन  बातों को भूल कर जाति धर्म की द्वेष भावना से किसको लाभ मिल रहा है? जबकि गहराई से  समझा जाए तो सबसे ज्यादा देश में बर्बाद  गैर मुस्लिम हो रहा है। देश आजादी के बाद मुस्लिम जहां था, आज भी वहीं खड़ा नजर आ रहा है। ग्लोबल हंगर इंडेक्स के अनुसार देश भुखमरी में 107 वें स्थान पर पहुंच गया। हर सच्चाई को छुपाने के लिए  जादूगरी के आंकड़े अंध भक्तों और अनजान लोगों के सामने पेश कर गोदी मीडिया द्वारा वाहवाही लूटी जा रही हैं। ईवीएम मशीन और चुनाव आयोग पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है ।  कुछ लोग न्यायपालिका को शक की नजरों से देख रहे हैं । इन सभी बातों पर विचार करना तो जरूरी है कि यह सिलसिला कब तक चलता रहेगा ? बीजेपी को सत्ता से बेदखल करना मुमकिन है, बशर्ते कांग्रेस पार्टी को दूर दृष्टि से कार्य करना होगा। हिमाचल, गुजरात ,दिल्ली चुनाव तथा अन्य राज्यों में हुए उपचुनाव साफ संकेत दे रहे हैं की एकता जागरूकता और संघर्ष सफलता की कुंजी है । टीवी डिबेट में जाने से केवल बीजेपी को ही लाभ मिल रहा है। टीवी डिबेट को छोड़कर विपक्षी पार्टियों को जमीनी स्तर पर कार्य करना होगा। यूपी रामपुर उपचुनाव  विपक्ष की लापरवाही हार का कारण बनी। बीजेपी को चुनाव कैसे जीतना है कई महीने पहले रणनीति तैयार हो जाती है। विपक्ष भांग की गोली खाकर नशे में चूर वोटरों की अज्ञानता पर हंसते हैं। विपक्षी पार्टियों में लगभग 80% बड़े नेता छोटे पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सम्मान नहीं दे रहे तथा जातिवाद अंदर खाने बीजेपी से ज्यादा नजर आ रहा है। विपक्षी पार्टियों में अक्सर देखने को मिलता है हाईकमान चापलूस नेताओं को ज्यादा अहमियत देता है । जमीनी स्तर के पदाधिकारी की कोई इमेज नहीं इसी वजह से अच्छे नेता अच्छे कार्यकर्ता चुपचाप बैठ कर हार जीत का तमाशा देख कर पाला बदल लेते हैं या इग्नोर कर सच्चाई को उजागर करने में विफल है। अंत में समझना होगा कि  कांग्रेस पार्टी और विपक्षी दलों को कम और गम खाकर एक दूसरे का सम्मान कर एक  प्लेटफार्म पर आना पड़ेगा। बीजेपी को हराना कोई मुश्किल बात नहीं, बशर्ते दूरदृष्टि की जरूरत है। कार्यकर्ताओं में सूझबूझ के साथ जोश भरने की जरूरत है, पिछले 8 सालों में लगभग 5% लोग मालामाल हो गए और लगभग 80% लोग बुद्धिहीनता के कारण बर्बाद हो गए 15% की नजरों में सब चंगा सी। 
लेखक :--'चौधरी शौकत अली चेची, किसान एकता संघ के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष हैं।