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दनकौर नगर चेयरमैन सीट एससी/एसटी रिजर्व!ः--- रिजर्वेशन हो जाने पर समीकरण क्या होंगे, आइए पढिएः--

 

 



दनकौर नगर चेयरमैन सीट एससी/एसटी रिजर्व!--- रिजर्वेशन होने जाने पर समीकरण क्या होंगे, आइए पढिएः--

सोरन प्रधान बसपा से टिकट के लिए संपर्क में है, वहीं दूसरी ओर अब खबर रही है कि पूर्व नगर चेयरमैन महीपाल गर्ग भी चुनाव मैदान में कूदने का मन बना रहे हैं

मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ ग्रेटर नोएडा

नगर निकाय चुनाव-2022 को लेकर चुनाव लडने वाले लोगों ने समीकरण बिठाने शुरू कर दिए हैं। भाजपा ने गौतमबुद्धनगर में सपा और बसपा में सेंध लगा कर अपनी रणनीति साफ कर दी है। ज्यादातर टिकट की चाह रखने वाले लोग भाजपा के इर्द गिर्द ही है। वहीं दूसरी ओर सपा और बसपा से टिकट की चाह रखने वालों लोगों का रास्ता साफ भी हो गया है। खबर आई थी कि सोरन प्रधान बसपा से टिकट के लिए संपर्क में है। वहीं दूसरी ओर अब खबर रही है कि पूर्व नगर चेयरमैन महीपाल गर्ग भी चुनाव में कूदने का मन बना रहे हैं। पूर्व चेयरमेन महीपाल गर्ग पिछले चुनाव में मैदान में रहे थे। यदि यहां की सीट सामान्य वर्ग में आती है तो पूर्व चेयरमैन महीपाल गर्ग फिर तीसरी बार चुनाव मैदान में कूद सकते हैं। पूर्व चेयरमैन बसपा से चुनाव लडेंगे या फिर भाजपा से अभी स्थिति कुछ साफ नही है। यदि यहां की सीट पिछडा वर्ग के लिए आरक्षित होती है तो तय माना जा रहा है कि सोरन प्रधान बसपा के टिकट पर चुनाव में अपनी किस्मत आजमाएं।





यदि सीट अनुसूचित जाति जनजाति के लिए आरक्षित हो जाती है तो यहां के समीकरण पूरी तरह से बदल जाएंगे। ऐसी स्थिति में बसपा के टिकट पर पूर्व चेयरमैन श्रीमती रोशन देवी अथवा उनके पुत्र हरीश कुमार चुनाव मैदान में कूद सकते हैं। जब कि भाजपा की ओर से पूर्व चेयरमैन श्रीमती राजवती देवी अथवा उनके पुत्र दीपक सिंह चुनाव मैदान में कूद सकते हैं। इसके साथ ही वार्ड नंबर-02 से सभासद ललित कुमार या उनकी धर्मपत्नी रेखा देवी भी चुनाव मैदान में सकते हैं। ललित कुमार दनकौर के वार्ड नंबर-02 से वर्ष 2006 से लेकर 2011 तक और फिर वर्ष 2017 से लेकर आज तक वार्ड सभासद रहते हुए आए हैं। जब कि ललित कुमार की धर्मपत्नी रेखा देवी भी वर्ष 2012 से लेकर 2017 तक सभासद रह चुकी हैं। चूंकि सभासद ललित कुमार वर्तमान चेयरमैन मास्टर अजय कुमार भाटी के राईट हैंड माने जाते हैं यदि सीट अनुसूचित जाति जनजाति के लिए आरक्षित होती है तो भाजपा में टिकट की जमकर पैरवी करेंगे। दूसरा खेमा सपा से आई पूर्व चेयरमैन राजवती देवी का भी है। 







भाजपा में ही कार्यकर्ताओं का दूसरा खेमा पूर्व चेयरमैन राजवती देवी को टिकट दिलवाने का पूरा भरसक प्रयास करेगा।  इसके साथ दूसरे दल सपा, कांग्रेस अन्य से भी अनुसूचित जाति जनजाति से संबंध रखने वाले उम्मीदवार मैदान में कूद सकते हैं। दनकौर शहर में जाटव समाज के अलावा बाल्मिकी, खटीक, धोबी आदि समाजों के लोग भी निवास करते हैं। अनुसूचित जाति जनजाति में सीट जाने से यहां के समीकरण पूरी तरह से बदल जाएंगे। सूत्रों की मानेंं तो इस बार यहां की चेयरमैन सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित होने के प्रबल आसार बनने लगे हैं। पिछली बार यहां सामान्य वर्ग के लिए सीट तय थी, सरकार की आरक्षण चक्रानुक्रम नीति के अनुसार इस बार सामान्य महिला के लिए यह सीट तय हो सकती है। पिछले वर्षो के दौरान अनुसूचित जाति जनजाति में आरक्षण, महिला के लिए दो बार भी सीट तय रह चुकी है।