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नगर निकाय चुनाव-2022 को लेकर किलेबंदी तेज

 


 


नगर निकाय चुनाव-2022 को लेकर किलेबंदी- चेयरमैन पद के लिए मैदान में कूद चुके लोगों ने तरकस से तीर निकालने शुरू किए

गौतमबुद्धनगर में भाजपा ने एक ही तीर से पूरे विपक्ष का एक तरह से सूपडा साफ कर डाला

मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ ग्रेटर नोएडा

नगर निकाय चुनाव-2022 को लेकर किलेबंदी तेज हो गई है। गौतमबुद्धनगर में भाजपा ने एक ही तीर से पूरे विपक्ष का एक तरह से सूपडा साफ कर डाला। मंगलवार 22 नवंबर-2022 को जिले से चुनाव लडने वाले चेयरमैन, पूर्व चेयरमैन और सभासदों ने भाजपा का दामन थाम लिया। दादरी, दनकौर, बिलासपुर, रबूपुरा, जेवर और जहांगीरपुर कसबों से पाला बदल कर भाजपा का दामन थामने वालों की संख्या दर्जनों में रही हैं। दनकौर नगर चेयरमैन मास्टर अजय कुमार भाटी ने सभासद मंडली के साथ बसपा को बॉय बॉय कह भाजपा का दामन थाम लिया। वहीं दनकौर की पूर्व चेयरमैन श्रीमती राजवती देवी और उनके पुत्र दीपक सिंह ने सपा को बॉय बॉय कह दिया और भाजपा में गए। इसी प्रकार बिलासपुर, जेवर और जहांगीरपुर के चेयरमैन और पूर्व चेयरमैन सभासद भाजपा में गए। पूर्व केंद्रीय मंत्री गौतमबुद्धनगर के सांसद डा0 महेश शर्मा ने इन सभी को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई।






भाजपा जिलाध्यक्ष विजय भाटी, नगर निकाय चुनाव जिला संयोजक सेवानंद शर्मा ने भाजपा में आए सभी लोगों का पटका पहना कर स्वागत किया। इस बार नगर निकाय चुनाव-2022 में पहली पसंद भाजपा ही बनी हुई है। पहले से ही भाजपा की टिकट की तैयारी में लगे कार्यकर्ताओं के अलावा अब दूसरे दलों से आए लोग भी टिकट की जुगत मेंं ही हैं। यही कारण है कि अब भाजपा से टिकट की चाह रखने वालों की संख्या कई गुना हो चली हैं। दनकौर की बात करें तो यहां पहले से एडवोकेट गौरव नागर और भाजपा सेक्टर संयोजक अतुल कुमार मित्तल टिकट की जद्दोजहद करते हुए देखे जा रहे थे। किंतु अब यहां दलबदल के खेल के बाद टिकट की दौड में चेयरमैन मास्टर अजय कुमार भाटी, पूर्व चेयरमैन राजवती देवी, श्री द्रोण गौशाला समिति के प्रबंधक रजनीकांत अग्रवाल, वार्ड सभासद ललित कुमार तक शामिल हो गए हैं। वहीं दूसरी ओर पूर्व में चुनाव लड चुके देवेंद्र कुमार गोयल उर्फ मुन्नालाल भी भाजपा से टिकट मांग सकते हैं, हालांकि मुन्नालाल ने अभी तक सही तरीके से पत्ते नही खोले हैं कि वे किस दल से चुनाव लडेंगे। इस तरह से दनकौर में भाजपा के टिकट पर चुनाव लडने वालों की संख्या करीब 7 तक जा पहुंची है। यहां सवाल पैदा हो रहा है कि इन 7 लोगों में से टिकट तो किसी 1 को ही मिलेगा, ऐसी स्थिति में  क्या बागवत नही होगी? सूत्रों का दावा है कि इनमें ज्यादातर लोग तो पहले ही चुनाव लडे जाने की ठान चुके हैं। भाजपा का टिकट फाइनल होने के बाद एक फिर भगदड का दौर शुरू होगा और इनमें से कई लोग फिर दूसरे दलों की ओर रूख करेंगे या फिर निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमाते हुए दिखाई देंगे। वैसे भाजपा यहां इन चुनावो से पहले दलबदल कर खेल कर बेशक अपनी खुद की पीठ थपथपा रही हो मगर यह भगदड का खेल कोई नया नही बल्कि हर चुनाव से पहले अक्सर ऐसा होता भी रहा है। कई लोग इधर से उधर होते हैं और यहां तक कई बार पैराशूट तक टिकट हथियाने में कामयाब भी हो जाते हैं। फिलहाल भाजपा ने जिस प्रकार सपा और बसपा में सेंध लगाई है कामयाब दिख रही हैं।





जिले की नगर निकाय सत्ता की सरंचना पर गौर करें तो यहां सपा और बसपा का प्रभुत्व रहा है। दादरी में सपा से केके सफी, बिलासपुर में बसपा, दनकौर में कई बार बसपा का परचम रहा है। मौजूदा चेयरमैन मास्टर अजय कुमार भाटी भी बसपा के टिकट पर चुनाव जीते थें। पूर्व चेयरमैन राजवती देवी सपा के टिकट पर चुनाव जीती थी। इसी प्रकार जेवर और जहांगीरपुर में भी सपा का प्रभुत्व रहा हैं। बसपाईयों की बात करें तो अब भाजपा का झंडा उठा लेने वाले कई लोगों ने संपन्न हुए विधानसभा-2022 चुनावों तक में भी जमकर भितरघात किया था। यही कारण रहा है कि बसपा प्रत्याशी रहे एडवोकेट नरेंद्र कुमार डाढा तीसरे स्थान तक खिसक गए, जब कि दूसरे स्थान पर रालोद सपा गठबंधन प्रत्याशी अवतार सिंह भडाना जगह बनाने में कामयाब हो गए थे।

 

महिलाएं भी चुनावी रणनीति में कूदीं-दनकौर में चेयरमैन पद के लिए मैदान में कूद चुके लोगों ने तरकस से तीर निकालने शुरू कर दिए

दनकौर में चेयरमैन पद के लिए मैदान में कूद चुके लोगों ने तरकस से तीर निकालने शुरू कर दिए हैं। दनकौर नगर चेयरमैन पद आरक्षित होगा या फिर अनारक्षित रहेगा इस बात पर इन चुनावी दौड में शामिल हो चुके लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं। इनमें से कुछ लोगों ने मातृशक्ति के सहारे चुनावी नैया पार लगाने की जुगत भिडानी शुरू कर दी है। अभी तक चुनाव मैदान में देवकी, रेखा, विनीता और राजवती देवी कूद चुकी हैं। राजवती देवी पूर्व में चेयरमैन रह चुकी है। पिछले चुनाव में राजवती  देवी के पति जय सिंह मामूली अंतर से चुनाव हार गए थे। इस बार फिर चुनाव में किस्मत आजमाने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। सूत्रों की मानें तो यदि इस बार सीट महिला नही आती है तो पूर्व चेयरमैन राजवती देवी पत्नी जय सिंह के पुत्र दीपक सिंह चुनाव मैदान में कूद सकते हैं।





महिला अनूसचित आरक्षित हो जाने पर राजवती देवी का चुनाव लडना तय माना जा रहा है। दूसरी ओर सभासद ललित कुमार भी अपनी पत्नी रेखा देवी को चुनाव मैदान में उतारने की ठान चुके हैं। रेखा देवी अनुसूचित जाति से आती है और पूर्व में भी सभासद रह चुकी हैं। इस बार रेखा देवी के पति ललित कुमार सभासद है जो कि वर्तमान चेयरमैन मास्टर अजय कुमार के राईट हैंड माने जाते हैं। तय माना जाता रहा है कि अनुसूचित जाति में आरक्षित होने पर ललित कुमार चुनाव लडेंगे और यदि अनुसचित जाति में महिला के लिए आरक्षण तय होता है, तो रेखा देवी का चुनाव लडना तय माना जा रहा है। इनके अलावा वर्तमान चेयरमैन मास्टर अजय कुमार भाटी पहले ही अपने पत्ते खोल चुके हैं सामान्य, पिछडा वर्ग में भी उनका चुनाव लडना तय है। यदि अनुसूचित जाति को छोड कर सीट महिला के लिए आरक्षित होती है तो उनकी धर्मपत्नी देवकी जरूर चुनाव में अपनी किस्मत आजमांएगी। साथ ही सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होती है, तो चेयरमैन मास्टर अजय कुमार भाटी अपने भरोसेमंद सभासद ललित कुमार अथवा उनकी पत्नी रेखा देवी को चुनाव लडाएंगें। 




इधर भाजपा सेक्टर संयोजक अतुल कुमार मित्तल भी अपनी धर्मपत्नी के सहारे चुनावी वैतरणी पार किए जाने की ठाने हुए हैं। अतुल मित्तल भाजपा से टिकट की आस लगाए हुए हैं। यदि  यहां की सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित होती है, तो उस स्थिति में अतुल मित्तल अपनी धर्म पत्नी विनीता मित्तल को चुनाव लडाएंगे। जब कि गौरव नागर एडवोकेट, सोरन प्रधान, रजनीकांत अग्र्रवाल, देवेंद्र कुमार गोयल उर्फ मुन्नालाल और जितेंद्र नागर भी चुनाव दौड में बने हुए हैं किंतु इन्होंनें अभी इस बात के पत्ते नही खोले हैं कि मातृशक्ति के सहारे चुनावी रण में शामिल होंगे या नही, यह अभी भविष्य के गर्म में छिपा हुआ हैं। बहरहाल जैसे जैसे समय समय बीतता जा रहा है, चुनावी दौड तेज होती ही जा रही है।

आइए जानिए दनकौर नगर में अब तक कौन कौन  अब तक चुने गए चेयरमैन

 

1- बाबूराम

2- नन्नूमल

3- छेदालाल गर्ग

4- गिरधारी लाल गोयल

 

5- भीकचंद वैश्य

 

6-छज्जू राम शर्मा

7-तुलसीराम शर्मा उपचुनाव विजेता

8-डालचंद

9-भगवती प्रसाद गोयल

 

10-श्रीमती लाजवंती पत्नी गजराज सिंह

11- महिपाल गर्ग

12- राजवती पत्नी जयसिंह

13-रोशनी देवी पत्नी पदम सिंह।

14- मास्टर अजय कुमार भाटी

15--------चेयरमैन का चुनाव अब होगा