विजन लाइव/ ग्रेटर नोएडा
आर्य जगत के ओजस्वी वक्ता सरलता और सादगी की प्रतिमूर्ति अनेकों संस्थाओं का प्रतिनिधित्व कर चुके, कभी हरियाणा के पलवल फरीदाबाद जिला के गाँव औरंगाबाद मितरोल के एक सामान्य किसान परिवार से शिवराम आर्य नाम का एक नवयुवक आर्य समाज में अपना जीवन महर्षि देव दयानंद सरस्वती के बताये मार्ग पर जीवन लगाता हुआ यात्रा के लिये निकलता है और पीछे मुड़कर नहीं देखता। अनेकों प्रकार की कठिनाइयों से गुजरते हुये ,, शिवराम विद्यावाचस्पति के नाम से आर्य जगत में विख्यात हो जाता है और फिर शिवराम विद्यावाचस्पति से ,, स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती जी के नाम से आर्य जगत में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित कर लेता है। सूरजपुर आर्य समाज मंदिर के महामंत्री पंडित धर्मवीर आर्य ने बताया कि ऐसे आर्य जगत के मूर्धन्य वेदों के विद्वान संन्यासी स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती जी अब हमारे बीच नहीं रहे हैं । उनका 7 नवंबर 2022 को साँय 9 बजे निधन हो गया था । 8 नवंबर को उनकी अंत्येष्टि आर्ष गुरुकुल मंझावली यमुना तट पर की गई थी । 10 नवंबर को उनकी अस्थि संचय करके उनकी इच्छा अनुसार गुरुकुल परिसर में खेतों में उनकी अस्थियों को जमीन में गाड़कर एक सुंदर आम का पौधा लगाया गया। उन्होंने बताया कि आगामी कार्यक्रम उनके हुड्डा सेक्टर 2 स्थित मकान नंबर 172 हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निकट धारणा पब्लिक स्कूल पलवल ( उनके आश्रम पर ) दैनिक यज्ञ होता है व वहीं बैठते हैं । 15 नवंबर 2022 मंगलवार को उनकी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जायेगा । स्थान कम्यूनिटी सेंटर हुड्डा सेक्टर 2 निकट टैगोर पब्लिक स्कूल पलवल। समय दोपहर बाद 2 : 00 बजे से 4 : 00 बजे तक। आप सभी अपनी सुविधा के अनुसार श्रद्धांजलि सभा में पहुँचे।