![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgbD5XLtX2kqRCV21asTPBCX-hUBvB19IHzjIIpp1w1PBdJNnv7o-TNQ8T5z1FEJ-C7d-pjFlPzYGpK1R9a-8lo6X_OZ9W5l35NPMzlP9lpLpe6uIDtvANP8oWJ4OWZtkQS4rEIpgctbqg/s1600/1665847194025463-0.png)
कार्यशाला में 50 से अधिक महिलाओं को सॉफ्ट स्किल्स, इंटरव्यू देने के टिप्स, रिज़ूम बनाना, डिजिटल साक्षरता आदि पर प्रशिक्षण किया गया
>
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiHiBlTTc3ToWtRmje9uHGyB9sOHMG7ltZvXUt97EC7Bqt6Yqa8_rxMwN1c0GAwN57aRAi3M53KYPW04gRFMx8HE8UGYNzng5hqV3SR2K_FH46PJE_C8PG44fBIm41YzP0P6OeZZ22tGHo/s1600/1665847187988046-1.png)
विजन लाइव/ ग्रेटर नोएडा
शारदा यूनिवर्सिटी सोशल बिजनेस सेंटर एंव राष्ट्रीय महिला आयोग के सुयंक्त सहयोग से कैंपस परिसर में गृहिणियों के लिए कार्य संवर्धन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में 50 से अधिक महिलाओं को सॉफ्ट स्किल्स, इंटरव्यू देने के टिप्स, रिज़ूम बनाना, डिजिटल साक्षरता आदि पर प्रशिक्षण किया गया। प्रशिक्षण में हिस्सा लेने वाली महिलाएं नोएडा, रोजा जलालपुर गांव आदि से आई थी जिनहें प्रशिक्षण के बाद प्रमाणपत्र भी दिए गए।
महिलाओं को अपने संबोधन से प्रोत्साहित करने के लिए एनआईआईटी फाउंडेशन के सीओओ चारू कपूर ने कहा कि इस कार्यक्रम का हिस्सा बन कर आज मुझे बहुत प्रोत्साहन मिला। आप सभी को एक बात याद रखनी होगी अगर आप स्ंवय का सम्मान करेगे तभी समाज हमारा सम्मान करेगा। हमें खुद पर गर्व होना चाहिए की हम महिलाएं है और हम तो हमेशा से ही बहु कार्यण करते है। जीवन में अनेक समस्याएं आऐगी लेकिन हम हिम्मत के साथ आगे बढ़ते जाऐगे। अपने सपनों को पूरा करे और जीवन में हम सभी का लक्ष्य होना चाहिए तभी जीवन सफल होगा।
शारदा यूनिवर्सिटी सोशल बिजनेस सेंटर के निदेशक डॉ मृदुल धारवाल ने कहा कि शारदा एंव राष्ट्रीय महिला आयोग का मिशन एक है की वह महिलाओं को सशक्त करे। हमेशा ज्ञान, कौशल एंव रवैय पर खास ध्यान दे। महिलाएं परिवार के लिए स्तंभ के रूप में होती है इसलिए वह एक तरह से राष्ट्र विकास में भी योगदान देती है।
नई दिल्ली के सेंट्रल सेक्रेटेरिएट सर्विस फोरम के सचिव उदित आर्य ने संबोधित करते हुए कहा कि गृहिणी वो है जो घर को घर बनाती है। घर के काम करना सबसे मुश्किल होता है क्योकि इसमें न वेतन होता है न ही छुट्टी आदी। लेकिन मेरी सभी महिलाओं से यह अनुरोध है की अपने आप के लिए पूरे दिन में केवल 2 छंटे जरूर निकाले। अपने आपको समय देने से बढ़ कर कुछ नही है। आप उन 2 छंटों में बहुत कुछ कर सकती है। सीखने की प्रक्रिया सदैव निरंतर चलनी चाहिए।