नोएडा पुलिस की टीम ने पिछले सप्ताह मंगलवार सुबह श्रीकांत त्यागी को उसके तीन साथियों के साथ मेरठ से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
पुलिस ने श्रीकांत त्यागी के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 420, 419, 482 IPC के तहत एफईआर दर्ज की है। इससे पहले त्यागी ने 11 अगस्त को भी जमानत याचिका दायर की थी, जो कोर्ट ने खारिज कर दी थी।
कानून का शिकंजा कसते ही श्रीकांत की सारी हेकड़ी निकलने के साथ ही सुर भी बदल गए। पहले सोसाइटी की जिस महिला को वह गालियां देकर अपना रौब झाड़ रहा था, पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद वह उसे अपनी बहन बताने लगा। इतना ही नहीं, उसने इस घटना को एक राजनीतिक साजिश करार दिया।
गौरतलब है कि, नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में 5 अगस्त को एक महिला से अभद्रता करने के मामले में नोएडा पुलिस ने श्रीकांत त्यागी को 9 अगस्त को सुबह मेरठ से तीन अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया था। बता दें कि, श्रीकांत त्यागी कथित तौर पर खुद को भाजपा नेता बताकर लोगों पर रौब झाड़ता था, लेकिन महिला के साथ बदसलूकी के मामले में श्रीकांत त्यागी का वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने उससे पल्ला झाड़ लिया था। स्थानीय भाजपा सांसद डॉ. महेश शर्मा ने त्यागी के भाजपा सदस्य होने से इनकार किया था।
इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे, जिनमें से एक में त्यागी महिला के खिलाफ कथित तौर पर गंदी-गंदी गालियां देने के साथ अपशब्दों का इस्तेमाल करते और हाथापाई करते दिख रहा था। त्यागी ने महिला के पति के लिए भी कथित तौर पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए अपमानजनक टिप्पणी की थी।