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ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के फजायलपुर गांव में टूटे हुए रास्तों की वजह से लोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर

डंपर की वजह से गांव की नालियां टूट टूट कर मिट्टी में मिल चुकी हैं और सारा पानी बीच सड़क पर फैल कर सड़ रहा है


महिलाओं ने सरकार और प्रशासन को चेतावनी देते हुए साफ कहा है कि यदि गांव के बीच से  चल रहे इन डंपरों को नहीं रोका गया तो आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा 

मौहम्मद इल्यस-  "दनकौरी"/ ग्रेटर नोएडा 
ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के फजायलपुर गांव में टूटे हुए रास्तों की वजह से लोग नरकीय  जीवन जीने को मजबूर बने हुए हैं। गांव के आम रास्तों से ग्रामीणों का निकलना तक दूभर बना हुआ है। सिकंदराबाद से सीधा कासना आने के लिए यह एक शार्ट रास्ता है, जहां से होकर नौकरी पेशा तक के लोग गुजरते हैं। गांव से सटे हुए इलाके में खनन किया जा रहा है। खनन कार्य में लगे दर्जनों डंपर गांव के अंदर से इन रास्तों से होकर दनदनाते  हुए गुजरते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि डंपर की वजह से गांव की नालियां टूट टूट कर मिट्टी में मिल चुकी हैं और सारा पानी बीच सड़क पर फैल कर सड़ रहा है। ग्रामीण जन इन रास्तों से होकर गुजरते हैं तो पानी के बीच से होकर किसी तरह निकला जाता है। गांव की महिलाओं का कहना है कि जब से खनन कार्य में लगे ढंग पर यह चलने लगे हैं रास्तों की हालत बद से बदतर हो चुकी है और यहां से निकलना तक दूभर बना हुआ है। महिलाओं ने सरकार और प्रशासन को चेतावनी देते हुए साफ कहा है कि यदि गांव के बीच से  चल रहे इन डंपरों को नहीं रोका गया तो आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा। उधर ग्रामीणों ने जिलाधकारी
को एक हस्ताक्षर युक्त पत्र भेजकर मांग की है कि खनन कार्य में लगे हुए  डंपरों की वजह से गांव के सभी रास्ते टूट कर मिट्टी में मिल चुके हैं और जिसकी वजह से जलभराव हो चुका है। इसलिए डंपर  को गांव के बीच से तत्काल रोका जाए और जो रास्ते व नालियां टू टूटकर मिट्टी में मिल चुकी हैं उन्हें तत्काल सुधारा जाए। इस बात की शिकायत ग्रामीणों को ओर से ट्विटर हैंडल पर भी की गई है।