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गौतमबुद्धनगर जनपद दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील भाटी एडवोकेट से मुलाकात कर चैंबरविहीन अधिवक्ताओं को जल्द से जल्द चैंबर दिलाए जाने की मांगे रखी
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मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा
गौतमबुद्धनगर जनपद दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन के चैंबरविहीन अधिवक्ताओं को चैंबर दिलाने की मांग लंबे अरसे से की जा रही है। बार एसोसिएशन के चुनाव में हर बार चैंबर दिलाने का मुद्दा सिर चढ कर बोलता रहा है। गौतमबुद्धनगर की यह दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश की एक बडी बार मानी जाती है। यहां पर अधिवक्ताओं की संख्या 1645 के आस पास है। जिला अदालत में वकालत कर रहे सभी अधिवक्ताओं के पास अपने चैंबर नही है। इन चैंबरविहीन अधिवक्ताओं को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पडता है। इस बार उमेश भाटी एडवोकेट बार अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदारों की सूची में हैं। बार एसोसिएशन के वार्षिकी-2022-23 चुनाव वर्ष के अंत में दिसंबर-2022 तक होने हैं। उमेश भाटी एडवोकेट ने अभी से ही अधिवक्ताओं के हकों की आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है।
>उमेश भाटी एडवोकेट ने हाल ही में गौतमबुद्धनगर जनपद दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील भाटी एडवोकेट से मुलाकात की है और सभी चैंबरविहीन अधिवक्ताओं को जल्द से जल्द चैंबर दिलाए जाने की मांगे रखी हैं। बार अध्यक्ष सुशील भाटी एडवोकेट ने आश्वस्त किया है कि चैंबरविहीन अधिवक्ताओं को चैंबर दिलाए जाने की प्रक्रिया को तेज कर दिया गया है और जल्द ही चैंबर दिलाए जाएंगे। बार अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार उमेश भाटी एडवोकेट ने बताया कि गौतमबुद्धनगर यूपी का फेस मॉडल माना जाता है। जैसे जैसे शहर विकसित हो रहा है, आबादी भी बढ रही है। >
इसके साथ ही यहां युवा अधिवक्ताओं की संख्या भी बढ रही है, फिलहाल यहां 400 ऐसे अधिवक्ता हैं जिनके पास अपने खुद के चैंबर नही है। इन करीब 400 चैंबरविहीन अधिवक्ताओं में 100 महिला अधिवक्ता भी हैं। चैंबर न होने की वजह से यह अधिवक्ता सही तरीके से बैठ कर मुकदमें की तैयारी नही कर पाते हैं और न ही अदालत में सही ढंग से पीडित का पक्ष रख पाते हैं। उन्होंने कहा है कि चैंबर दिलाना उनकी पहली प्राथमिकता है, हालांकि अभी चुनाव में वक्त है और उनकी बार अध्यक्ष सुशील भाटी एडवोकेट से मुलाकात भी हुई है। उन्होंने बार अध्यक्ष से मांग की है कि चैंबर दिलाने की प्रक्रिया में तेजी लाई और जल्द से जल्द चैंबर दिलाए जाएं। बार अध्यक्ष की ओर से भरोसा दिलाया गया है कि जल्द से जल्द चैंबरविहीन अधिवक्ताओं को चैंबर दिलाए जाएंगे।