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फ़िल्म जॉर्नलिज्म का हिस्सा : पत्रकार वसीम मंसूरी
लव स्टोरी , रोमांस , एक्शन , हँसी मजाक का तड़का लगा हैं, फ़िल्म की शूटिंग दिल्ली , नोएडा , गाजियाबाद, मेरठ , मुज़फ़्फ़रनगर , हापुड़ आदि क्षेत्र में हुई
विजन लाइव/ नई दिल्ली
किरन
प्रोडक्शन प्रा. लि० बैनर तले बन रही फिल्म '' धाकड़ हीरोइन''
तथा
' रूह ' की शूटिंग हुई पूरी ईद पर रिलीज होगी। लव
स्टोरी , रोमांस , एक्शन , हँसी मजाक का
तड़का लगा हैं। फ़िल्म की शूटिंग दिल्ली ,
नोएडा , गाजियाबाद,
मेरठ
, मुज़फ़्फ़रनगर , हापुड़ आदि क्षेत्र में हुई। समाज को बहेतर बनाने के लिए फ़िल्म ' रूह ' , ' धाकड़ हीरोइन ' की कहानी को भूपेंद्र तितोरिया ने अपनी
पैनी धारदार कलम से लिखी जो समाज को बढ़ी बुराइयों को काट सके। दोनों फिल्मों की
कहानी बड़ी ही रोमांचक हैं। बताया कि गत दिनों फ़िल्म ' वैक्सीन लगाओ ,
कोरोना
भगाओ ' को महाराष्ट्र के राज्यपाल ने राजभवन में सम्मानित किया हैं। फिल्मों
के माध्यम से समाज मे सरकार की नीतियों व सामाजिक सन्देश पहुँचना हैं। फ़िल्म को सजाने - सवारने में की
गुफ्तगू में लगे रहते हैं ,सैकड़ो फिल्मों का डेरेक्शन करने वाले
धर्मेश जेटली किसी भी परिचय के महोतज नही हैं। बताया कि मॉलीवुड फिल्में देखते हैं,
तो
आपना कल्चर याद आता हैं। जो व्यक्ति कार्यो के लिए विदेश में व देश के बॉर्डर पर
सेवा दे रहे हैं। फ़िल्म देखने के बाद महसूस करते हैं कि हम विदेश या बॉर्डर पर नही
आपने परिवार में हैं। मॉलीवुड फिल्में समाज को एक सन्देश छोड़ जाती हैं। परिवार के
साथ बैठकर देखने मे भी कोई गुरेज नही हैं। बताते चलें कि यूट्यूब पर हरियाणवी
फिल्मों को देखने वाले दर्शकों की संख्या करोड़ों में है। बुलंदियों पर सुनहरे अक्षरों में अपना
व हरियाणा फ़िल्म इंडस्ट्री का नाम लिखने वाली सैकड़ो फिल्मों में अपनी अदाओं का
जलवा बिखेर चुकी । फ़िल्म ' रूह ' व 'धाकड़
हीरोइन' में भी सुपरस्टार अभिनेत्री सुमन नेगी उर्फ सब्बो दर्शकों के चेहरों
पर खुशी लाएगी। मुख्य अभिनय अमित शर्मा तथा भूपेन्द्र तितोरिया डारेक्टर क्या होता
हैं उसका एहसान दिलाएंगे।
पत्रकार वसीम मंसूरी ने कहा कि मेरा प्रोफेशन जॉर्नलिज्म हैं। शोषित
वर्ग की आवाज को समाज व सरकार तक पहुँचना मकसद होता हैं। वही फिल्में भी यही संदेश
देती हैं। फिल्मी इंडस्ट्री भी जॉर्नलिज्म का हिस्सा हैं। ' धाकड़ हीरोइन '
फ़िल्म
में ईमानदार पत्रकारिता के दम पर दुश्मनों के हौंसले पस्त करने का काम किया। गायत्री देवी , इंशा खान ,
नवीन
भाटी , मधु झा , जानवी धाकड़ , निखिल जोशिया के
अलावा दर्जनो कलाकारों ने अपनी कला का लोहा मनवाया। फ़िल्म के निर्माता - निर्देशक
शकील अमरोही , प्रड्यूसर सुमन
नेगी उर्फ शब्बो , भूपेंद्र तितोरिया रहे। कैमरामैन विजय तथा मैकप
रिंकू रंगीला, रचना राजपूत रहे। सुमन नेगी उर्फ शब्बो ने
बताया कि मॉलीवुड फ़िल्म ' धाकड़ हीरोइन ' से समाज को
प्रेरणा मिलेगी। फ़िल्म में दर्शाया कि महिलाओं को किसी पर भी अंध विश्वास नही करना
चाहिए। एक कामयाब महिला को विश्वास में लेकर उसका भरोसा तोड़ दिया जाता हैं।इसलिए
दिखाया गया हैं कि विश्वास इतना करो कि जो निभाया जा सके। जब बेटियाँ शिक्षित होने
लगे तो समझ लेना की देश , समाज तरक्की उन्नति की तरफ जा रहा हैं। आपको बता दे कि
जो समाज मे छोटे - बड़ी घटनाए घटी होती हैं , उन स्टोरी को
तैयार कर फ़िल्म के माध्यम से समाज को आईना दिखाने का प्रयास किया जाता हैं,
ताकि
समाज मे जागरूकता बढ़े, समाज को जागरूक होना पड़ेगा। नही तो कुछ तथाकथित
गन्दे व्यक्ति समाज को धूमिल करने का काम करेंगे। हमे अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह
करते हुए बुराइयों से लड़ना होगा।