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यूपी MLC चुनाव: बीजेपी ने जारी की 30 प्रत्याशियों की सूची, बुलंदशहर से नरेंद्र भाटी का नाम

UP MLC Election 2022: भाजपा ने एमएलसी चुनाव के लिए अपने 30 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है. रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है. वहीं, गोरखपुर महाराजगंज से सीपी चंद्र जबकि बलिया से रविशंकर सिंह पप्पू को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया है.
यूपी MLC चुनाव के लिए भाजपा ने शनिवार को 30 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है. पहले चरण के लिए 30 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए गए हैं. पहले चरण में 30 प्रत्याशियों का नामांकन होना है. बता दें कि पहले चरण के लिए 21 मार्च तक प्रत्याशियों का नामांकन होगा.
बीजेपी प्रत्याशियों की लिस्ट में ये नाम शामिल
- प्रतापगढ़ से हरी प्रताप सिंह
 - बाराबंकी से आनंद कुमार सिंह
 - बहराइच से प्रज्ञा त्रिपाठी
 - गोंडा से अवधेश सिंह मंजू 
- फैजाबाद से हरिओम पांडे
 - गोरखपुर महाराजगंज से सीपी चंद्र 
- देवरिया से रतन पाल सिंह
 - आजमगढ़ मऊ से अरुण कुमार यादव
 - बलिया से रविशंकर सिंह पप्पू
- गाजीपुर से चंचल सिंह 
- इलाहाबाद से केपी श्रीवास्तव
 - बांदा हमीरपुर से जितेंद्र सिंह तोमर
 - झांसी जालौन ललितपुर से रमा निरंजन
 - इटावा फर्रुखाबाद से प्रांशु दत्त द्विवेदी
 - आगरा फिरोजाबाद से विजय शिवहरे 
- मथुरा एटा मैनपुरी से ओमप्रकाश सिंह 
- मथुरा एटा मैनपुरी से आशीष यादव आशु 
- अलीगढ़ से ऋषि पाल सिंह
 - बुलंदशहर से नरेंद्र भाटी
 - मेरठ गाजियाबाद से धर्मेंद्र भारद्वाज
 - मुजफ्फरनगर सहारनपुर से वंदना मुदित वर्मा
बता दें कि यूपी में बुधवार को MLC चुनाव नामांकन की तारीख बढ़ा दी गई है. अब 19 मार्च की जगह 21 मार्च तक प्रत्याशी अपना पर्चा दाखिल कर सकेंगे. 36 सीटों पर होने वाले विधान परिषद चुनावों के लिए नामांकन 15 मार्च से शुरू हुआ है. इन सीटों के लिए 9 अप्रैल को चुनाव होना है और नतीजे 12 अप्रैल को आएंगे. सूबे में विधान परिषद की कुल 100 सीटें हैं. 

यूपी में विधान परिषद का प्रारूप 
विधान परिषद में 6 साल के लिए सदस्य चुने जाते हैं. यूपी में परिषद की कुल 100 सीटें हैं. अलग-अलग तरीके से चुनकर पहुंचते हैं. 100 में से 36 सीटें स्थानीय निकायों के प्रतिनिधि चुनते हैं. इसके अलावा कुल 100 सीटों में से 1/12 यानी 8-8 सीटें शिक्षक और स्नातक क्षेत्र के लिए आरक्षित हैं. वहीं, 10 अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों को राज्यपाल विधान परिषद के रूप में मनोनीत करते हैं. बाकी बची 38 सीटों पर विधानसभा के विधायक वोट करते हैं और विधान परिषद के विधायक चुनते हैं.