>
भारतीय किसान यूनियन पुरजोर मांग करती है कि सभी संबंधित दूतावासों को भारत सरकार इस संबंध में विशिष्ट दिशा निर्देश दें और सभी छात्र छात्राओं की निकासी और वतन वापसी को सुनिश्चित कराए
विजन लाइव/ ग्रेटर नोएडा
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र छात्राओं की वतन
वापसी के संबंध में भारतीय
किसान यूनियन अराजनैतिक ने एक ज्ञापन
प्रधानमंत्री के नाम संबोधित डीएम को सौंपा और मांग की है कि फंसे
हुए भारतीयों और छात्रों छात्राओं की सकुशल वतन वापसी का समुचित प्रबंध करें। भारतीय किसान
यूनियन ने ज्ञापन में अवगत कराया है कि भारतीय किसान यूनियन को तमाम फंसे हुए
भारतीयों एवं छात्र छात्राओं की तरफ से वीडियो और ऑडियो के माध्यम से सूचित किया
गया है कि उनके साथ नजदीकी देशों की सीमा पर अशोभनीय दुर्व्यवहार किया जा रहा है।
भारतीय किसान यूनियन इसकी कड़ी निंदा करती है और भारत सरकार से अनुरोध करती है कि
इन भारतीयों के साथ गरिमापूर्ण व्यवहार
किया जाए और इनकी सकुशल वतन वापसी के लिए उचित प्रबंध किए जाएं। यूक्रेन की सीमा
पर पड़ोसी देशों से पर्याप्त सहयोग नहीं मिल रहा है। अधिकारी किसी भी बात को सुनने
के लिए तैयार नहीं हैं । वह भूखे हैं और प्यासे हैं। उनकी कोई मदद नहीं की जा रही
है। छात्राओं से दुर्व्यवहार किया जा रहा है। जो नंबर अधिकारियों के दिए भी गए हैं
वह काम नहीं कर रहे हैं । इसलिए भारतीय किसान यूनियन पुरजोर मांग करती है कि सभी
संबंधित दूतावासों को भारत सरकार इस संबंध में विशिष्ट दिशा निर्देश दें और सभी
छात्र छात्राओं की निकासी और वतन वापसी को सुनिश्चित कराए।
यूक्रेन में यूपी के 68 जिलों के 651 लोग फंसे
यूक्रेन से भारत पहुंचने वाले यूपी के निवासियों को उनके जिलों तक पहुंचाने की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की जाएगी। यूक्रेन में यूपी के 68 जिलों के 651 लोग फंसे हुए हैं। राज्य सरकार इनकी हर संभव मदद कराने की व्यवस्था करा रही है। नोडल अधिकारी राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने बताया कि यूक्रेन में फंसे यूपी के लोगों को निकालने के लिए उड़ानों की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया गया है। इसके साथ ही हेल्पलाइन नंबर पर आने वाले फोन के आधार पर मदद कराने की हर संभव व्यवस्था कराई जा रही है। यूक्रेन से भारत पहुंचने वाले उत्तर प्रदेश के लोगों को उनके जिलों तक पहुंचाने के लिए लखनऊ एयरपोर्ट पर जरूरत के आधार पर बसों की व्यवस्था कराई गई है। राज्य सरकार ने स्थानिक आयुक्त को निर्देशित किया गया है कि वे यूक्रेन से वापस आने वाले प्रदेश के नागरिकों की सुविधा के लिए एयरपोर्ट पर काउंटर स्थापित करें।
यूक्रेन में फंसे लोगों की जिलावार संख्या
आगरा 18, अलीगढ़ 25, अमेठी 2, अमरोहा 5, औरैया 8, अयोध्या 8, आजमगढ़ 16, बदायूं 5, बागपत 11, बहराइच 8, बलिया 4, बलरामपुर 3, बाराबंकी 8, बरेली 18, बस्ती 8, बिजनौर 8, बुलंदशहर 12, चंदौली 1, देवरिया 5, एटा 4, इटावा 9, फर्रुखाबाद 4, फतेहपुर 5, फिरोजाबाद 22, गौतमबुद्धनगर 8, गाजियाबाद 7, गाजीपुर 3, गोण्डा 2, गोरखपुर 18, हमीरपुर 2, हापुड़ 3, हरदोई 5, हाथरस 11, जालौन 4, जौनपुर 21, झांसी 1, कन्नौज 3, कानपुर देहात 2, कानपुर नगर 21, कासगंज 7, कुशीनगर 11, लखीमपुर खीरी 16, ललितपुर 1, लखनऊ 40, महराजगंज 8, महोबा 2, मैनपुरी 11, मथुरा 7, मऊ, मेरठ 8, मिर्जापुर 4, मुरादाबाद 15, मुफ्फरनगर 16, पीलीभीत 7, प्रतापगढ़ 4, प्रयागराज 13, रायबरेली 1, रामपुर 22, सहारनपुर 28, संभल 4, शाहजहांपुर 14, शामली 10, श्रावस्ती 7, सिद्धार्थनगर 11, सीतापुर 3, उन्नाव 5 व वाराणसी 11 इसके अलावा भी 34 छात्र व व्यक्ति फंसे हुए हैं। इस मौके पर पवन खटाना, अनित कसाना, सुनील प्रधान, राजे प्रधान, चंद्रपाल बाबूजी, भगत सिंह, रियासत अली, जरीफ, इंद्रेश, रफीक, ललित चौहान, महेश खटाना, राजू चौहान, पवन चौहान, सतवीर चौहान, दीपक शर्मा आदि सैकड़ों किसान मौजूद रहे।