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प्रधानमंत्री आवास योजना सत्यापन घोटाला की जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी

 

 



दनकौर में ऐसे लोग जो वाकई प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पाने के पात्र हो सकते थे, आज भी अफसरों के दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं


 

शिकायती पत्र लगाया था, आरोपः- प्रधानमंत्री आवास योजना में लाभ पाने वाले गरीब लोगों के सत्यापन में अफसरों ने हेरा फैरी की


 

मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर

गौतमबुद्धनगर प्रधानमंत्री आवास योजना सत्यापन घोटाले में जांच शुरू की गई है। उपजिलाधिकारी सदर ने जांच रिपोर्ट अब जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर को सौंप दी है। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पाने के लिए इन शिकायकर्ताओं ने वर्ष 2019 में आवेदन किए थे। अधिकारियों ने पहले तो इन लोगों को पात्रता की सूची में डाल दिया और फिर इन्हें सूची से हटा दिया, तब से यह बराबर अफसरों के दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। इस मामले में पहले भी जांचें हुई और फिर ठंडे बस्ते में जा पडी। एक बार फिर इस मामले में जांच शुरू हुई हैं। इस बार भी जांच का फायदा वंचित आवेदकों को मिलेगा या नही? यह तो जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा। आइए जांच किस स्तर तक पहुंची और संबंधित अधिकारी की जांच रिपोर्ट क्या बंया कर रही है, पूरा विवरण साझा करते हैंः-

लेखपाल दनकौर ने अपने जांच में क्या कहा.............


लेखपाल दनकौर ने अपने जांच में कहा है कि राजस्व दनकौर देहात तहसील सदर, गौतमबुद्धनगर, की प्रधानमंत्री आवास योजना सत्यापन की जांच 2019 श्रीमती आरती यादव नायब तहसीलदार द्वारा घर घर जांच की गई, परंतु उक्त जांच से कुछ लोग रजामंद नही है। उक्त प्रकरण के संबंध में ग्रामवासियों के द्वारा मुझ से कहा गया जिसके संबंध में मेरे द्वारा उपजिलाधिकारी महोदय को अवगत कराया तथा मुझ से उपजिलाधिकारी महोदय द्वारा बताया कि तहसीलदार साहब की उपस्थिति में एक टीम गठित करके जो भी प्रधानमंत्री आवास योजना में कोई भी त्रुटि हुई है उसकी पुनः जांच करा दी जाएगी। प्रार्थनी के पति राधेश्याम को दूरभाष पर सूचित कर दिया गया है, प्रार्थी संतुष्ट है। तहसीलदार साहब की अध्यक्षता में टीम गठित करके अग्रिम कार्यवाही जांच संबंधी कर दी जाएगी। प्रार्थना पत्र का निस्तारण कर दिया गया है उक्त प्रकरण में कोई कार्यवाही अपेक्षित नही है। प्रार्थना पत्र निक्षेपित करने हुए आख्या सेवा में प्रस्तुत है।

 

उपजिलाधिकारी सदर ने क्या कहा डीएम को भेजी रिपोर्ट मेंः-


भारत सरकार पी०एम०पी०जी० पोर्टल से प्राप्त आई०जी०आर०एस० सं० 60000210197243 के निस्तारण के संबन्ध में। जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर महोदय, कृपया उपर्युक्त विषयक आई०जी०आर०एस० सं०.60000210197243 का संदर्भ ग्रहण करने का कष्ट करें जिसके साथ सलग्न श्रीमती सुनीता देवी निवासी तुलसी नगर दनकौर तहसील व जिला गौतमबुद्धनगर द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के सत्यापन एवं घोटाले की जांच कराये जाने का अनुरोध किया गया है। उक्त प्रकरण की जांच तहसीलदार सदर से करायी गयी। तहसीलदार सदर की जांच आख्या दिनांक 30-11-2021 संलग्न कर प्रकरण निक्षेपित किये जाने हेतु प्रेषित है। संलग्नक.उपरोक्तानुसार, उपजिलाधिकारी, सदर गौतमबुद्धनगर

अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत दनकौर ने जिलाधिकारी को भेजी रिपोर्ट में क्या कहा

सेवा में ,जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर, नगर पंचायत,अनुभाग.03

विषय.आई० जी० आर एस पोर्टल पर पी०जी० पोर्टल संदर्भ शिकायत संख्या 600000210196665 के निस्तारण के सम्बंध में।

महोदय,

कृपया आई० जी० आय एस पोर्टल पर पी०जी० पोर्टल संदर्भ शिकायत संख्या


600000210196665 दिनांक 27-11-25 करने का कष्ट करें। जिसके द्वारा श्रीमती सुनीता देवी द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना में सत्यापन घोटाले के रदोषी अधिकारियों पर कार्यवाही करते हुए योजना का लाभ दिलाने की मांग की गई है। उक्त के क्रम में अवगत कराना है कि नगर पंचायत दनकौर द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत नगर पंचायत दनकौर के लाभार्थियों से आवेदन प्राप्त कर सूची बनाकर जाँच हेतु परियोजना अधिकारी जिला विकास अभिकरण यानी डूडा कार्यालय गौतमबुद्धनगर को प्रेषित कर दिये जाते है। तदोपरान्त परियोजना अधिकारी जिला विकास अभिकरण गौतमबुद्धनगर द्वारा अपने माध्यम से तहसील स्तर से जांच कराई जाती है। तहसील स्तर के अधिकारियों द्वारा आंच कर पात्र व अपात्र लाभार्थियों की रिपोर्ट परियोजना अधिकारी, जिला विकास अभिकरण कार्यालय गौतमबुद्धनगर को भेजी जाती है। अतः शिकायत का निस्तारण परियोजना अधिकारी गौतमबुद्धनगर से कराया जाना उचित है शिकायत निक्षेपित योग्य है। अतः शिकायत निक्षेपित करने का कष्ट करें

प्रेषकःअधिकारी नगर पंचायत दनकौर गौतमबुद्धनगर ।

परियोजना अधिकारी जिला नगरीय विकास अभिकरण गौतमबुद्धनगर ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा---

सेवा में, जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर

जिलाधिकारी संदर्भ संख्या 30074321000001 के सम्बन्ध में।

महोदय


जिलाधिकारी संदर्भ संख्या 30074321000001  दिनांक 21-1-2021 के द्वारा शिकायतकर्ता श्री राधेश्याम प्रजापति अध्यक्ष राष्ट्रीय हिन्दू संघ कस्बा दनकौर, गौतमबुद्धनगर के द्वारा प्रधान मंत्री आवास योजना शहरी के तहत आवास बनाये जाने हेतु कुल 85 व्यक्ति आवेदन किये है जिसमें से 67, 66, 51, 74 लाभार्थियों की सूची डूडा विभाग विकास भवन को दिनाक 26-06-2019 को नगर पंचायत दनकौर से भेजी गयी हैं। सूची में शामिल लाभार्थियों के प्रथम किस्त की धनराशि निर्गत किये जाने के संबंध में शिकायत की गयी है। शिकायतकर्ता के मोबाइल नंबर 9412341607 पर संपर्क नहीं हो पा रहा है। इस संबंध में अवगत करना है कि कुल 85 व्यक्तियों/लाभार्थियों का नाम एवं आधार कार्ड संख्या शिकायत पत्र में इंगित नहीं होने के वजह से प्रथम किस्त निर्गत की सूचना दिया जाना संभव नहीं है आख्या आपके सेवा में प्रेषित है कृपया प्रकरण निक्षेपित करने का कष्ट करें। भवदीय परियोजना अधिकारी, जिला नगरीय विकास अभिकरण गौतमबुद्धनगर

 क्या है, प्रधानमंत्री आवास योजना सत्यापन घोटाला, पूरा मामला जानिएः


यह प्रधानमंत्री आवास योजना सत्यापन घोटाला गौतमबुद्धनगर के दनकौर कसबा से प्रकाश में आया। तहसील सदर के अफसरों पर आरोप लगा है कि सत्यापन कराने गए तहसील अफसरों ने उन्हीं लोगों का सत्यापन योजना का लाभ पाने के लिए किया जिन्होंने उनकी जेब गर्म की। इस मामले की आंच सदर तहसील की तत्कालीन नायब तहसीलदार तक पर भी आ पहुंचीं। इस प्रधानमंत्री आवास योजना सत्यापन घोटाले की गूंज प्रधानमंत्री, मुख्यमत्री उत्तर प्रदेश, मंडलायुक्त मेरठ, जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर, मुख्य विकास अधिकारी गौतमबुद्धनगर, उपजिलाधिकारी तहसील सदर गौतमबुद्धनगर के दरबार तक भी जा पहुंची। जब कि एसडीएम सदर ने प्रधानमंत्री आवास सत्यापन घोटाले की जांच कराए जाने की बात कही। दनकौर कसबा निवासी सुनीता देवी पत्नी राधेश्याम,मंजूरानी पत्नी कुलदीप, संजय पुत्र इकराम, सीताराम पुत्र इंद्रजीत सिंह, शशि पत्नी देशराज, ओमपाल पुत्र भगवानदास, कृष्ण पुत्र जयप्रकाश ने संयुक्त रूप से दिनांक 30-10-2021 को शिकायती पत्र भेज कर अवगत कराया था कि उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जनपद के दनकौर कसबा


निवासीगण प्रार्थीगणों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन किया था। गौतमबुद्धनगर प्रशासन के संबंधित अधिकारियों की ओर से प्रधानमंत्री आवास योजना सत्यापन घोटाला शुरू कर दिया गया। जब प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पात्र लोगों को नही मिल पाया तो दिनांक 21-06-2019 को अपर जिलाधिकारी ( प्रशासन ) गौतमबुद्धनगर को शिकायती पत्र लिखते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने की मांग की गई। इससे तहसील प्रशासन हरकत में आया और प्रधानमंत्री आवासयोजना में आवेदन कर चुके लोगों के सत्यापन का कार्य किया जाना लगा। इस क्रम में गौतमबुद्धनगर तहसील से आकर संबंधित अधिकारियों ने प्रार्थीगणों/ अवासविहीन गरीब लोगों से सत्यापन किए जाने के नाम पर रकम एेंठनी शुरू कर दी। आखिर सांठगांठ में जो लोग गौतमबुद्धनगर तहसील के संबंधित अधिकारियों को संतुष्ट कर पाए उन सभी को पात्रता की सूची में डाल दिया गया। जब कि ऐसे लोग जो गौतमबुद्धनगर तहसील के संबंधित अधिकारियों को संतुष्ट नही कर पाए उन्हें अपात्र सूची में डाल दिया गया। इस प्रकार दनकौर कसबा निवासी कुल 85 आवेदकों में से पहले सिर्फ 67 को ही सत्यापन में सही दर्शाया गया, जब कि अन्य पात्र लोगों के खिलाफ संस्तुति भेजी गई। इस बात की जब शिकायत की गई तो पुनः सत्यापन किया गया और 67 लोगों में से सिर्फ 51 लोगों को ही पात्रता की सूची में दर्शाया गया। शिकायती पत्र में गौतमबुद्धनगर सदर तहसील की तत्कालीन नायब तहसीलदार पर भी आरोप लगाते हुए कहा गया है कि प्रधानमंत्री आवास योजना सत्यापन घोटाले में गौतमबुद्धनगर सदर तहसील की तत्कालीन नायब तहसीलदार आरती यादव और उनके अधीनस्थ लेखपालों व कानूनगों की खास भूमिका रही है। सदर तहसील के संबंधित अधिकारियों ने गरीब और आवासविहीन जो किराए के मकानों में किसी तरह गुजर बसर कर रहे थे, किराए के मकान को ही उनका अपना मकान तक सूची में दर्शाया दिया। वहीं कई ऐसे लोगों को देहात की सीमा का दर्शा कर पात्रता सूची से बाहर कर दिया।

जब कि इस तरह के सभी लोग नगर पंचायत को बराबर टैक्स देते चले आ रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के इन आवेदकों ने शिकायत पत्र में यह कहा कि
1ः-मंजूरानी पत्नी कुलदीप निवासी मुहल्ला प्र्रेमपुरी, दनकौर का जांच में मकान बना हुआ दर्शाया गया है, मगर मौके पर प्रार्थिया का सिर्फ एक खाली प्लाट है और प्रार्थिया कसबे में ही एक किराए के मकान में किसी तरह से गुजर बसर करने के लिए मजबूर है। 2ः- संजय पुत्र इकराम निवासी झाझर रोड दनकौर की जांच में दुकान बनी दर्शाई गई है, मगर मौके पर प्रार्थी का घर जर्जर अवस्था में है। 3ः- सुनीता देवी पत्नी राधेश्याम निवासी तुलसीनगर दनकौर को देहात की सीमा से बाहर दर्शा दिया गया है। मगर हकीकत में नगर पंचायत खुद टैक्स वसूलती है। प्रार्थिया का मकान नगर पंचायत के तहत जर्जर अवस्था में हैं। 4ः- सीताराम पुत्र इंद्रजीत सिंह निवासी मुहल्ला तुलसीनगर, दनकौर देहात को भी सीमा से बाहर दर्शा दिया गया है। मगर हकीकत में नगर पंचायत खुद टैक्स वसूलती है। लेकिन प्रार्थीं का कोई मकान नही है बल्कि मौके पर सिर्फ एक खाली प्लाट ही है।  5ः- शशि पत्नी देशराज निवासी मुहल्ला प्रेमपुरी दनकौर जांच में दो मकान बने दर्शाए गए हैं, लेकिन प्रार्थियां का कोई मकान नही है बल्कि मौके पर सिर्फ एक खाली प्लाट ही है। 6ः- ओमपाल पुत्र भगवानदास निवासी झाझर रोड दनकौर, जांच में मकान बना हुआ दर्शाया गया है, मगर मौके पर प्रार्थी का सिर्फ एक खाली प्लाट है और प्रार्थी एक किराए के मकान में किसी तरह से गुजर बसर करने के लिए मजबूर है।

7ः-कृष्ण पुत्र जयप्रकाश निवासी मुहल्ला प्रेमपुरी दनकौर, का जांच में अपना मकान दर्शाया गया है, जब कि प्रार्थी किसी तरह से एक किराए के मकान में गुजर बसर करने के लिए मजबूर है। शिकायती पत्र मे प्रधानमंत्री आवास योजना के इन आवेदकों ने मांग की है कि चूंकि प्रार्थीगण आवासविहीन/जर्जर अवस्था/ किराए के मकानों में किसी तरह से गुजर बसर करने के लिए मजबूर हैं। इसलिए प्रधानमंत्री आवास योजना में हुए इस सत्यापन घोटाले की जांच करवाते हुए दोषी संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को खिलाफ उचित कानूनी कार्यवाही कराते हुए प्रार्थीगणों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलवाने की कृपा करें। इन शिकायती पत्रों की प्रतियां प्रधानमंत्री भारत सरकार नई दिल्ली, केंद्रीय मंत्री शहरी आवास योजना भारत सरकार नई दिल्ली, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश,मंडलायुक्त मेरठ, उत्तर प्रदेश, जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर, मुख्य विकास अधिकारी गौतबुद्धनगर, उपजिलाधिकारी सदर तहसील गौतमबुद्धनगर को ऑनलाइन तरीके से शिकायतों के पोर्टलों पर दर्ज करा दी थीं।